*सरकार द्वारा निष्प्रयोज्य घोषित हो जाने अर्थात रिटायर हो जाने के बाद तमाम सरकारी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के समक्ष समय काटना एक विकट समस्या बन जाती है।***
WHAT IS THE MATURITY
मेरी अभिलाषा सीरवी नवयुवक मंडल व परगना समिति जैतारण का 21वां प्रतिभा सम्मान समारोह पर
प्रिय स्वजातीय बंधुओं,
त्वमेव माता च पिता त्वमेव,
?जय आईजी?
......समाज में शिक्षित स्त्री- और पारम्परिक पारिवारिक मूल्यों पर प्रभाव ............
मेरे समाज में आज भी घूँघट निकालने के लिए बाध्य किया जाता है ना सिर्फ गाँव में बल्कि बड़े शहरों में भी आज की पढ़ी लिखी नए विचारो की लडकिय हाथ भर का घूँघट निकाल रही है, आखिर में गुलामी का भार कब तक उठाएगी ? हमारे समाज की पढ़ी लिखी लडकिया जो नए जमाने के साथ कदम मिला कर आगे बढ़ना चाहती है उन्हें ये रुढ़िवादी विचारधारा वापस उसी कीचड में घसीट रही है जब लडकिया ये सब बंदिशे भाव झेल नहीं पाती और घटती है तथा उनके माँ बाप उन्हें कुछ ऐसी महिलाओं का उदाहरण देकर हिम्मत बंधाते है चुप चाप जी रही है अफ़सोस की बात है की आज के लड़के जो खुद को हॉलीवुड की दुनिया के करीबी मानते है वो भी इसका विरोध नहीं करते, जो अच्छे से जानते है की घूँघट एक कुप्रथा (अनाचार) है और एक गुलामी की निशानी है, बदलाव के लिए बड़ी बड़ी बाते नहीं बड़ा जिगर होना चाहिए l लडकियों को खुद अपनी स्थिति बदलनी होगी बिना किसी रुकावट में उसके लिए किसी ना किसी को तो पहल करनी ही पड़ेगी l
आलेख:-समाज में शिक्षित स्त्री औऱ पारम्परिक पारिवारिक मूल्यों पर प्रभाव:-
समाज में शिक्षित स्त्री ओर पारंपरिक मूल्यों पर प्रभाव ? विचार मेरे विचारों में ?
युवा किसी भी समाज के कर्णधार हैं, वे उसके भावी निर्माता हैं। चाहे वह नेता या शासक के रूप में हों , चाहे डॉक्टर, इन्जीनियर, वैज्ञानिक, साहित्यकार व कलाकार के रूप में हों। इन सभी रूपों में उनके ऊपर अपनी सभ्यता, संस्कृति, कला एवम् ज्ञान की परम्पराओं को मानवीय संवेदनाओं के साथ आगे ले जाने का गहरा दायित्व होता है। पर इसके विपरीत अगर वही युवा वर्ग उन परम्परागत विरासतों का वाहक बनने से इनकार कर दे तो निश्चिततः किसी भी राष्ट्र का भविष्य खतरे में पड़ सकता है।
प्रिय स्वजनो
विचार मेरे विचारो में - आलेख - सीरवी समाज की अच्छाईया - सबसे जुदा
जय आईजी ।
??सीरवी समाज की अच्छाइया सबसे जुदा ??