सीरवी समाज - मुख्य समाचार

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Posted By : Posted By Mangal Senacha on 07 Nov 2011, 11:14:38
साभार - दैनिक भास्कर..
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 07 Nov 2011, 11:14:06
बिलाड़ा,क्षेत्रीय विधायक अर्जुनलाल गर्ग ने रविवार को दर्जन भर गांवों का दौरा कर 9 नवंबर को लालकृष्ण आडवाणी की जन चेतना यात्रा में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने का आह्वान किया। विधायक गर्ग ने खारिया-मीठापुर, झाक, रणसी गांव, हरिया ढाणा, पटेलनगर, बोरूंदा, गढ़सूरिया, मादलिया व रावनियाना का दौरा किया।
उन्होंने बताया कि देश में सुशासन एवं स्वच्छ राजनीति का मुख्य ध्येय लेकर बढ़ते भ्रष्टाचार को रोकने, महंगाई व कालाबाजारी तथा काला धन वापस भारत लाने को लेकर जन चेतना रथ यात्रा 9 नवंबर को सुबह 9 बजे जोधपुर, दोपहर 11 बजे बिलाड़ा व दोपहर 1 बजे जैतारण (पाली) पहुंचेगी, जहां आडवाणी सभा ..
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 07 Nov 2011, 11:13:12
बिलाड़ा,नगरपालिका क्षेत्र में लंबे समय से सफाई व्यवस्था बदहाल है। शहर में जगह-जगह लगे कचरे के ढेर नगर पालिका की पोल खोल रहे हैं। सफाई माकूल नहीं होने से लोग परेशान हो रहे हैं और अधिकारी इस समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे। गंदगी के कारण आवारा पशु भी बढ़ रहे हैं।
नगर पालिका द्वारा शहर में सफाई व्यवस्था के नाम पर अस्थाई सफाईकर्मी लगाए हुए हैं लेकिन वे पूरे शहर की नियमित सफाई करने में असमर्थ हैं। व्यवस्था में कमी के चलते शहर में जगह-जगह गंदगी नजर आती है। शहर के भीतरी हिस्सों में तो और भी बुरा हाल है। दरअसल बिलाड़ा की आबादी बढऩे और विस्तार होने के बावजूद राज्य सरकार द्वारा शहर के..
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 07 Nov 2011, 11:12:19
पाली। पहले रइसों का शौक और बाद में गरीबों का सफर बनी साइकिल भले हमसे दूर होती जा रही है, लेकिन पेट्रोल की बढ़ रही कीमतों ने वह जमाना याद दिला दिया है जब साइकिल की सवारी जेब और शरीर दोनों के लिए मुफीद थी। नितरोज बढ़े वाहनों और बाइक की रफ्तार के क्रेज में भारतीय युवा भले ही साइकिल चलाने को "ओल्ड" मानते हों, लेकिन विकास की राह पर बरसों पहले कदम बढ़ा चुके देशों में साइकिल आज भी सदाबहार फैशन है।
यही नहीं अमीर देशों ने साइकिल को लेकर अमीर-गरीब का भेद भी नहीं किया है। आम हो चाहे खास सभी को साइकिल चलाना बेहद रूचिकर लगता है। इसमें वहां की सरकारें प्रोत्साहन देती है और एनजीओ बढ़ावा। आज..
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 07 Nov 2011, 11:11:45
बड़वानी। मंडी में कपास की आवक में वृद्धि होने लगी है। रविवार को मंडी में आसपास के क्षेत्रों से किसान अपनी कपास की उपज बेचने पहुंचे। वहीं आवक बढ़ने के साथ ही व्यापारी भी कपास की खरीदी के लिए मंडी में आ रहे हैं। मंडी में रविवार को कपास की आवक 88 बैलगाड़ी और 16 वाहन हुई। मंडी में कपास के अधिकतम भाव 4553 रूपए, न्यूनतम भाव 4126 रूपए और मॉडल भाव 4451 रूपए रहे।..
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 07 Nov 2011, 11:11:24
अच्छा कार्य करने से पीछे नहीं हटें
कुक्षी/बड़ग्यार। समाज में नई क्रांति के लिए रचनात्मक शैक्षणिक व आर्थिक बचत जैसे अभियान प्रमुखता से चलाए जाएँ। सामाजिक गतिविधियाँ निरंतर चलनी चाहिए। अच्छे कार्य करने से पदाधिकारी पीछे न हटें।
उक्त बात सीरवी संदेश पत्रिका के पूर्व संपादक एडवोकेट कानाराम चोयल (राजस्थान) ने आई माता मंदिर कुक्षी में रविवार को आयोजित शपथ विधि समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कही। अध्यक्षता समाजसेवी डॉ. धन्नालाल बर्फा ने की। विशिष्ट अतिथि सीरवी समाज ट्रस्ट उज्जैन के सचिव नारायण पँवार, बड़वानी जिला के पूर्व अध्यक्ष कालूराम लछेटा लोंगसरा, वरिष्ठ समाजसेवी ..
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 06 Nov 2011, 13:36:22
बड़वानी । (सीरवी बाहूल्य क्षैत्र M.P.) सरदार सरोवर बांध के विस्थापित आदिवासियों और किसानों द्वारा दाखिल जनहित याचिका की प्रथम सुनवाई करते हुए मप्र उच्च न्यायालय ने राज्य शासन को तीन सप्ताह में जवाब देने का आदेश दिया है। जमीन के बदले नकद राशि एक तरफा आवंटित करने की नई योजना को गैरकानूनी ठकराते हुए नर्मदा बचाव आंदोलन और विस्थापितों द्वारा इस योजना को चुनौती दिए जाने पर मुख्य न्यायाधीश एवं न्यायाधीश आलोक आरेथे ने यह नोटिस नर्मदा घाटी विकास विभाग को दिया है।
प्रेस विज्ञप्ति जारी कर नर्मदा बचाव आंदोलन ने बताया कि इस योजना के द्वारा नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण लगभग 1424 परि..
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 06 Nov 2011, 13:35:50
बिलाड़ा,बिलाड़ा कस्बे में स्थित कल्पवृक्ष जन जन की आस्था का प्रतीक है। अति प्राचीन इस कल्पवृक्ष के बारे में धारणा है कि यहां आकर जो मनोकामना की जाती है, वह पूरी होती है। विवाह के दौरान नवदंपत्ती व शिशु यहां धोक देने आते हैं। श्रद्धालु यहां आते हैं और सवामणी का प्रसाद करते हैं। राजा कल्पवृक्ष नर का रूप माना जाता है। यहां श्रद्धालु पगड़ी के प्रतीक के रूप में हाथ से कटा हुआ लाल पीला सूत (कलावा) चढ़ाते हैं और पुष्प, अगरबत्ती, दीप व जल से आरती करते हैं। यहां रानी कल्पवृक्ष नहीं होने के बावजूद महिलाएं तूणी को रानी का प्रतीक मानकर काजल, सिंदूर और चुन्नी रख देती हैं। राजा व रानी वृ..
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 05 Nov 2011, 16:11:00
दुनियाभर में सात से 12 वर्ष की आयु के करीब 10 लाख बच्चे सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक के आदी हैं और दिनभर में कम से कम एक बार इस वेबसाइट को खोलते हैं. एक सर्वेक्षण में यह खुलासा हुआ है.
समाचार पत्र 'द सन' के मुताबिक करीब 970,000 बच्चे नियमित रूप से इस साइट का इस्तेमाल करते हैं. यह साइट उनके रोजमर्रा के जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन गई है. कम से कम 46 प्रतिशत बच्चों का कहना है कि वे कभी-कभी इस साइट का इस्तेमाल करते हैं.
रपट के मुताबिक प्रतिदिन फेसबुक इस्तेमाल करने वालों में 10 से 12 साल उम्र की लड़कियों की संख्या ज्यादा है, 54 प्रतिशत लड़कियां फेसबुक खोलती हैं.
दूसरी सबसे लोकप्रिय सोशल नेट..
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 05 Nov 2011, 00:12:49
सोयाबीन, मिर्च, टमाटर और मटर की फसलों की ओर कृषकों का रुझान
बदनावर।(सीरवी बाहूल्य क्षैत्र M.P. ) यहाँ अब तक मंडी में कपास की आवक प्रारंभ नहीं हो पाई है। इससे मंडी परिसर सूना पड़ा हुआ है। विलंब से बोवनी होने तथा अधिक वर्षा से कपास की फसल एक पखवाड़ा पिछड़ गई है।
कपास की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए कॉटन कार्पोरेशन ऑफ इंडिया के सहयोग से लगभग ३ करोड़ रुपए की लागत से ३५ एकड़ भूमि में पृथक से कपास मंडी बनाई गई है। इसमें कृषकों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएँ मौजूद हैं। इसके बावजूद कपास का उत्पादन बढ़ने का नाम नहीं ले पा रहा है। गत पाँच वर्षों में मंडी में हुई कपास की आवक प्रमाण है। कपास जै..
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 05 Nov 2011, 00:12:16
राजगढ़ (सीरवी बाहूल्य क्षैत्र M.P. ) देवउठनी एकादशी नवंबर को मनाई जाएगी। यह शादी-ब्याह आदि शुभ कार्य प्रारंभ करने का दिन माना जाता है, इसलिए इस दिन से शहनाई की गूँज सुनाई देना प्रारंभ हो जाएगी। नवंबर माह में 3-4 दिन विवाह के लिए शुभ हैं। इन दिनों में क्षेत्र में बहुत शादियाँ हैं। इसके चलते फोटोग्राफरों, बैंडबाजों, घोड़ी वालों की पूछपरख प्रारंभ हो गई है। इन्हें अग्रिम राशि मिलने लगी है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार वर्षाकाल के चार माह में शादी-ब्याह नहीं होते। हालाँकि कुछ समाज में होते हैं, पर उनकी संख्या कम है। देव उठनी ग्यारस से वैवाहिक मौसम शुरू होने से बैंड-बाजे वालों को ब..
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 05 Nov 2011, 00:11:46
धार (सीरवी बाहूल्य क्षैत्र M.P.) कृषि विज्ञान केंद्र धार में ११वीं वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक डॉ. एसएस तोमर की अध्यक्षता में हुई। बैठक में व्यावसायिक प्रशिक्षण आयोजित करने पर जोर दिया गया। साथ ही जैविक तकनीक कृषकों तक पहुँचाने के लिए कहा गया।
मुख्य अतिथि वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. पीडी गायकवाड़ थे। विशेष अतिथि कृषि उप संचालक आरपी कनेरिया, किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग धार के डॉ. एके बिल्लौर, वरिष्ठ वैज्ञानिक इंदौर डॉ. केसी शर्मा, डॉ. आरपी शर्मा, महेंद्रसिंह आदि उपस्थित थे। केंद्र के प्रमुख एवं कार्यक्रम समन्वयक डॉ. केपी असाटी ने संचालित गत ६ माह की उपलब्धियाँ एवं आगा..
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 04 Nov 2011, 20:08:20
बेंगलोर, आजकल श्री आईमाता जी व दीवान श्री रोहितदास जी की कांच की इस प्रकार की तस्वीरे हैदराबाद के क्षैत्रों में कुछ ग्लास व प्लाइवुड वाले बना रहै है जो काफि सुन्दर दिखती है । यह फोटो अपने सीरवी समाज के बहूतसे भाईयों की दुकानों व घरों की शोभा बढ़ा रही हैं। इस तस्वीर की सबसे पहले कल्पना 1988 में सीरवी समाज बेंगलोर ने की थी व चित्र के रुप में उखेरा प्रसिद्ध चित्रकार श्री सागार वैष्णवजी ने । सीरवीसामज डॉट कॉम सीरवी समाज बेंगलोर, श्री सागर वैष्णवजी, हैदराबाद के सीरवी बंधू व आप सब को धन्यवाद देता है जिन्होने अपने घर, दफ्तर व दुकान में यह तस्वीर लगाई है।..
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 04 Nov 2011, 12:00:40
सोजत। नगर में बीमारियों ने घर-घर दस्तक देना शुरू कर दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगभग यहीं स्थिति है। लेकिन चिकित्सा विभाग खामोश है। राजकीय चिकित्सालय में चिकित्सकों के कक्ष में लम्बी चौड़ी भीड़ लगी रहती है। ज्यादा तर बच्चें, महिलाएं एवं बुढ़े इसकी चपेट में है। मौसम जनित बीमारियों में बुखार, उल्टी, दस्त, खांसी व जुकाम आदि प्रमुख है। चिकित्सा विभाग की उदासीनता के चलते प्राईवेट डिस्पेंसरियों वालों की चांदी हो रही है। राजकीय चिकित्सालय में नि:शुल्क दवा वितरण केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में दवार्इंया उपलब्ध नहीं है। राजकीय चिकित्सालय में विभिन्न वार्डो में मरीज भट..
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 04 Nov 2011, 11:59:31
जोधपुर। सम्बन्घित फर्म की ओर से वैण्डर्स एवं अन्य तकनीकी कर्मचारी पूरे उपलब्ध नहीं करा पाने से राज्य में सामाजिक-आर्थिक सर्वे एवं जाति आधारित जनगणना कार्य फिलहाल आगे के लिए खिसकाना पड़ा है। जोधपुर जिले समेत अन्य स्थानों पर इस जनगणना का प्रथम चरण पांच नवम्बर को शुरू होना था। वैसे जिले में तो इसकी तैयारी थी लेकिन राज्य सरकार के आदेश के चलते यहां भी सर्वे फिलहाल स्थगित किया गया। नई तिथि घोषित होने के बाद ही जाति आधारित जनगणना होगी।
यह रहा कारण : राज्य के अधिकांश जिलों में सामाजिक आर्थिक सर्वे एवं जाति आधारित जनगणना कार्य के लिए वैण्डर्स की ओर से पर्याप्त संख्या में तक..