सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 05 Nov 2011, 00:11:46
धार (सीरवी बाहूल्य क्षैत्र M.P.) कृषि विज्ञान केंद्र धार में ११वीं वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक डॉ. एसएस तोमर की अध्यक्षता में हुई। बैठक में व्यावसायिक प्रशिक्षण आयोजित करने पर जोर दिया गया। साथ ही जैविक तकनीक कृषकों तक पहुँचाने के लिए कहा गया।
मुख्य अतिथि वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. पीडी गायकवाड़ थे। विशेष अतिथि कृषि उप संचालक आरपी कनेरिया, किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग धार के डॉ. एके बिल्लौर, वरिष्ठ वैज्ञानिक इंदौर डॉ. केसी शर्मा, डॉ. आरपी शर्मा, महेंद्रसिंह आदि उपस्थित थे। केंद्र के प्रमुख एवं कार्यक्रम समन्वयक डॉ. केपी असाटी ने संचालित गत ६ माह की उपलब्धियाँ एवं आगामी रबी मौसम की कार्ययोजना प्रस्तुत की। बैठक के अध्यक्ष डॉ. एसएस तोमर ने कृषि विज्ञान केंद्र की सभी गतिविधि कार्ययोजना के अनुसार समय-सीमा में पूरी करने के निर्देश दिए। इसी दौरान सलाहकार समिति के सभी सदस्यों ने केंद्र द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। डॉ. तोमर ने केंद्र के वैज्ञानिक को अधिक संख्या में व्यवसायिक प्रशिक्षण आयोजित करने पर जोर दिया।
उन्नात प्रजाति पर जोर : बैठक में डॉ. पीडी गायकवाड़ ने सोयाबीन की २ से ३ किस्मे उगाने पर जोर दिया। गेहूँ अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक ने गेहूँ की उन्नात प्रजाति को कृषकों तक पहुँचाने पर जोर दिया। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. आरपी शर्मा ने विभिन्ना जैविक तकनिक जैसे नेडेप, वर्मी कम्पोस्ट, बायोगैस तकनीक को कृषकों तक पहुँचाने के लिए कहा। कृषि उपसंचालक श्री कनेरिया ने कहा कि जिले की मुख्य फसल सोयाबीन में पिछले कुछ वर्षों से उत्पादन में कमी आई है। साथ ही कीट बीमारियों के प्रकोप में भी बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने सोयाबीन फसल के विकल्प लाने की बात कही। जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी एमएस राजपूत ने ग्रामीण विकास की विभिन्ना योजनाएँ किसानों तक पहुँचाने के लिए कहा। केंद्र के वैज्ञानिक जीएस गाठिए, सुधीर धाकड़, दिलीप सूर्यवंशी, यूसी शर्मा एवं सुनील शाक्य भी मौजूद थे।