सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 04 Nov 2011, 12:00:40
सोजत। नगर में बीमारियों ने घर-घर दस्तक देना शुरू कर दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगभग यहीं स्थिति है। लेकिन चिकित्सा विभाग खामोश है। राजकीय चिकित्सालय में चिकित्सकों के कक्ष में लम्बी चौड़ी भीड़ लगी रहती है। ज्यादा तर बच्चें, महिलाएं एवं बुढ़े इसकी चपेट में है। मौसम जनित बीमारियों में बुखार, उल्टी, दस्त, खांसी व जुकाम आदि प्रमुख है। चिकित्सा विभाग की उदासीनता के चलते प्राईवेट डिस्पेंसरियों वालों की चांदी हो रही है। राजकीय चिकित्सालय में नि:शुल्क दवा वितरण केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में दवार्इंया उपलब्ध नहीं है। राजकीय चिकित्सालय में विभिन्न वार्डो में मरीज भटकते रहते है।
चिकित्सालय परिसर में कितने डॉक्टर रहते है
राजकीय चिकित्सालय में वृहद स्तरीय आचार्य रघुनाथ जैन स्मृति चिकित्सालय में डॉक्टरों के रहने के लिए पर्याप्त क्वार्टर बने हुए है। लेकिन जांच का विषय यह है कि कितने डॉक्टर चिकित्सालय परिसर में बने क्वार्टरों में रहते है। शायद मजबूरीवश चिकित्सा प्रभारी को छोड़ दे तो एक भी अन्य डॉक्टर चिकित्सालय परिसर में बने क्वार्टरों में नहीं मिलेगा। कांग्रेस एवं भाजपा कार्यकर्ता केवल समाचार पत्रों की सुर्खियों में नाम चमकाने की राजनीति ही करते है जबकि किसी के पास इतनी फुर्सत नहीं कि इस बात की जानकारी ले कि सोजत, राजयपुर, मारवाड़ जंक्शन, जैतारण, बिलाड़ा के सैंकड़ो गांवों के मरीजों के लिए उपचार के लिए वृहद स्तरीय चिकित्सालय में चिकित्सकों के निवास के लिए कितने क्वार्टर बने हुए है और कितने चिकित्सक यहां पर रहते है।
सफाई बनी परेशानी का सबब
नगर में बीमारियां फैलने का एक प्रमुख कारण मच्छर है। नगरपालिका द्वारा सफाई व्यवस्था ठेके पर देने के बावजूद स्थान स्थान पर गंदगी के ढ़ेर से बीमारियां पनप रही है। यद्यपि पालिकाध्यक्ष मोहनलाल टाक एवं कुछ पार्षद सफाई व्यवस्था को लेकर बार बार ठेकेदार को चेतावनी देते रहते है। परंतु वर्तमान समय में बस स्टैंड, भण्डारियों का बास, मुथों का बास, नयापुरा, सुनारों का बास आदि क्षेत्र में गंदगी के ढ़ेर से बीमारियां पनप रही है।
साभार - दैनिक नवज्योति