Posted By : Posted By Mangal Senacha on 08 Mar 2010, 12:11:42
भंडारे में हजारों श्रद्घालुओं ने भोजन प्रसादी ग्रहण की ङ"ख४१ऋ
कुक्षी/ आली। ग्राम आली में श्री आई माता मूर्ति प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में सोमवार को प्रातः माताजी व श्रीराम दरबार की मूर्तियाँ विधि-विधान से स्थापित की गईं। धर्मगुरु माधवसिंहजी के कर कमलों से गादीपाट की स्थापना भी गई। शतचंडी महायज्ञ की पूर्णाहुति के बाद नगर चौरासी (भंडारे) का आयोजन किया गया। इसमें हजारों श्रद्घालुओं ने भोजन प्रसादी ग्रहण की।
समारोह में जति श्री भगा बाबाजी, श्री भँवरजी महाराज, महंत श्री मंगल गिरिजी महाराज आदि की उपस्थिति में दीवान साहब ने आई माता की आरती की। सभा को संबोधित करते हुए दीवान साहब ने कहा कि धर्म की जड़ हरी होती है। कभी सूखती नहीं, लेकिन धर्म रूपी पानी व खाद देते रहने चाहिए। माताजी ने जो रास्ता बताया वह बहुत सरल है। उस रास्ते पर जो चलेगा उसकी उन्नति कोई रोक नहीं सकेगा। दक्षिण भारत में बसे लोगों का विकास इसका उदाहरण है। अन्न को कभी जूठा नहीं छोड़ें। जहॉं अन्न की इज्जत होगी वहॉं धन, धान्य की कमी नहीं आएगी। उन्होंने आगे कहा कि मंदिर बनाने के साथ ही नित्य दर्शन करो तभी मंदिर की सार्थकता सिद्घ होगी। शनिवार व चॉंदनी बीज को माताजी के मंदिर में अवश्य जाना चाहिए। गुरु के चरण पकड़ने के बजाय उनके सदुपदेशों का पालन करना चाहिए। प्रातः प्राणायाम व योग अवश्य करें। इससे पूर्व सिर्वी समाज के सकल पंच व ग्राम के समाजप्रमुखों ने दीवान साहब का स्वागत किया। सिर्वी नवयुवक मंडल अध्यक्ष बाबूलाल बर्फा व सदस्यों ने ११ किलो के फूलों के हार से दीवान साहब का स्वागत किया।
अतिथियों का सम्मान
समारोह में जति श्री भगा बाबाजी, श्री भँवरजी महाराज, महंत श्री मंगल गिरिजी महाराज, सिर्वी समाज मुंबई के अध्यक्ष अशोक गेहलोत, हिम्मत देवड़ा मुंबई, उज्जैन ट्रस्ट सचिव नारायण पँवार, इंजीनियर बीएल चौहान, बाबूलाल चौधरी धुलेट, नंदाजी मुलेवा गुमानपुरा, नानारामजी चाणोद, मोतीलाल गेहलोत बाग, सिर्वी समाज तहसील अध्यक्ष महेन्द्र सिर्वी कापसी, मुकेश गेहलोत डेहरी, नेपाल पटेल, सरपंच रमेश टेगोर, राधेश्याम राठौड़, हीरालाल मालवीया, सीताराम पाटीदार, ओंकारलाल पाटीदार, गणपतलाल राठौड़, किशनलाल मालवीय, राजू मालवीया, लक्ष्मण चौहान, टीकम चौधरी कारीगर, पदम हलवाई, सईद भाई पेंटर, उमेश शर्मा व धर्मशाला हेतू भूमि दानदाता लक्ष्मण गेहलोत का सकल पंच आली द्वारा साफा बाँधकर सम्मान किया गया।
धर्मगुरु को नजराना
सिर्वी समाज आली द्वारा दीवान साहब को शॉल-श्रीफ ल एवं वस्त्र के साथ ५१ हजार रुपए नजराना के रूप में भेंट किए गए। वहीं धर्मगुरु ने मात्र ५ हजार रुपए की राशि स्वीकार कर ४६ हजार रुपए सिर्वी समाज सकल पंचों को वापस लौटा दिए।
सभा को संबोधित किया
समारोह के दौरान सभा को सिर्वी समाज अध्यक्ष अशोक गेहलाते मुम्बई, कुक्षी तहसील अध्यक्ष महेन्द्र सिर्वी, नईदुनिया पत्रकार अशोक गुप्ता, नगर पालिका बड़वानी के पूर्व अध्यक्ष राजेन्द्र मण्डलोई ने संबोधित करते हुए कहा कि आली जैसे छोटे से गॉंव में सिर्वी समाज द्वारा किया गया मंदिर निर्माण व भव्य समारोह का आयोजन प्रसंशनीय है। निश्चित ही धर्मगुरु के आने से क्षेत्र में चमत्कार हुआ है। धर्मगुरु के मार्गदर्शन में सिर्वी समाज का विकास निरन्तर होता रहेगा। स्वागत भाषण कुक्षी भाजपा मण्डल महामंत्री जगदीश मुलेवा ने दिया। संचालन पत्रकार मुकेश गेहलोत डेहरी ने किया। आभार डॉं. विष्णु बफ र्ा ने माना।
नईदुनिया के कवरेज को देखकर धर्मगुरु प्रसन्न
श्री आई माताजी मूर्ति प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के दौरान कार्यक्रमों की नईदुनिया में प्रकाशित सामग्री की संकलित प्रतियाँं प्रतिनिधि अशोक गुप्ता ने धर्मगुरु दीवान साहब को भेंट की। धर्मगुरु ने कुक्षी, बड़दा, आली क्षेत्र के कार्यक्रमों के अच्छे कवरेज के लिए नईदुनिया को साधुवाद देते हुए प्रशंसा की। साथ ही आली सिर्वी समाज सकल पंच द्वारा नईदुनिया प्रतिनिधि अशोक गुप्ता का साफ ा बाँधकर सम्मान किया गया। कवरेज में सहयोग के लिए हीरालाल सिर्वी कापसी का भी सम्मान किया गया।
महारुद्र एवं शतचंडी पाठ की पूर्णाहुति १० को
कुक्षी/कापसी। ग्राम कापसी के नदी तट पर स्थित नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर में महारुद्र व शतचंडी पाठ आचार्य नरेश शर्मा झाबुआ के मार्गदर्शन में वैदिक मंत्रों के साथ ५ मार्च से किया जा रहा है। भानालाल राठौड़ ने बताया कि पूर्णाहुति १० मार्च को होगी। ग्राम में पन्ना बा राठौड़ परिवार द्वारा आयोजन का यह २८वाँ वर्ष है। -निप्र नागदा (धार)। भले ही आप किसी मंदिर में सभी देव के दर्शन करो, मगर अपना ईष्ट देव एक ही रखना चाहिए। अपना लक्ष्य ईष्ट देव को निर्धारित कर प्रतिदिन उनका स्मरण करें। इसी लक्ष्य को साधकर आप साधना करेंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी।
ये प्रेरक उद्गार दामोदर वंशीय गुजराती दर्जी समाज के आराध्य देव गुरु टेकचंदजी महाराज के समाधि स्थल ग्राम कड़छा (जिला उज्जैन) में ज्ञानगंगा सत्संग में सदगुरु माँ कृष्णाजी ने व्यक्त किए। उक्त आयोजन टेकचंद महाराज ट्रस्ट कड़छा एवं सत्संग समिति अध्यक्ष देवीप्रसाद परमार सोनकच्छ, कोषाध्यक्ष राधेश्याम मकोड़िया टोंकखुर्द के तत्वावधान में हुआ। मांॅ कृष्णाजी का सम्मान ट्रस्ट अध्यक्ष रामचंद्र मेहता देवास, ट्रस्टी मोहनलाल चौहान साँवेर ने शाल-श्रीफल भेंट कर किया। दानदाताओं एवं सहयोग देने वालों का सम्मान कोषाध्यक्ष बिहारीलाला राठौड़ उज्जैन, ट्रस्टीगण गणेशलाल सोलंकी बदनावर, बाबूलाल परमार सोनकच्छ, चुन्नीलाल परमार उज्जैन, हीरालाल परमार राऊ, महाकाल सेवा मंडल उज्जैन अध्यक्ष बंसीलाल परमार, मदनलाल सोनगरा दसाई आदि ने किया। भंडारा अशोक कुमार बाबूलाल सोलंकी गौतमपुरा वालों की ओर से किया गया।
साभार- नईदुनिया