सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 07 Mar 2010, 09:04:04
ऊर्जा ऑडिट संयुक्त स्टीम प्लांट, पॉवर प्रोजेक्टर विषयक आयोजन होंगे
पाली, पाली के टेक्सटाइल उद्योग को ऊर्जा बचाने की नवीनतम तकनीक से रूबरू कराया जाएगा। ऊर्जा ऑडिट, विशेषज्ञों के साथ वर्कशॉप, सेमीनार, संयुक्त स्टीम प्लांट, की सैद्धांतिक नीति की दिशा में अगले माह से काम शुरू होगा। यह जानकारी आरटीएचपी के सचिव विनय बंब ने ‘भास्कर’ को एक विशेष बातचीत में दी।
जापान की इंटरनेशनल कॉपरेशन एजेंसी के तत्वावधान में ऊर्जा संरक्षण विषयक दो सप्ताह के प्रशिक्षण से लौटे विनय ने बताया कि ऊर्जा के पुन: उपयोग से उत्पादन का लागत मूल्य घटाया जा सकता है। स्थानीय उद्योग में इस दिशा में काम की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने बताया कि कपड़े के रंगाई की प्रक्रिया से निकले अपशिष्ट पानी में ऊर्जा भी होता है। हीट एक्सचेंजर व हीट पंप से इस अतिरिक्त ऊर्जा को निकाला जा सकता है। इस ऊर्जा को मौसम के ताप के साथ मिलाकर पुन: उपयोग से रिसाइकिल हो सकती है। सेटसुनान विश्वविद्यालय (नेया गावा) सौर ऊर्जा से पूरे ही अपार्टमेंट की बिजली आपूर्ति (कोकूरा) तथा तनाका सहित कई स्थानों पर ऊर्जा संरक्षण के व्यावहारिक अनुभव से प्रेरित विनय यहां संयुक्त स्टीम प्लांट भी लगाना चाहते हैं। बताते हैं कि गैस की तर्ज पर इसे पाइप लाइन से कारखानों तक पहुंचाने से ऊर्जा खपत नियंत्रित होगी।
विकासशील देशों के लिए विशेष तौर से आयोजित इस कार्यक्रम के विशेषज्ञों के तकनीकी दल को पाली में बुलाया जा रहा है। विनय के अनुसार वे यहां ऊर्जा संरक्षण के तकनीकी पहलुओं को बारीकी से समझाएंगे। आगामी माह में ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिसिंएसी तथा पेट्रोलियम कंजर्वेशन रिसर्च एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में ऊर्जा ऑडिट का भी कार्यक्रम है। इसमें ऊर्जा के अधिकतम उपयोग का व्यवहारिक व आर्थिक पक्ष रखा जाएगा। पाली का पहली बार अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिनिधित्व करने वाले विनय ने बताया कि यहां एक पॉवर प्रोजेक्ट भी लगाया जा सकता है। इसके टरबाइन संचालन के दौरान बनी ऊर्जा का भी वापस उपयोग लिया जा सकेगा। नतीजतन, बिजली उत्पादन का लागत मूल्य कम हो जाएगा। इस अंतरराष्ट्रीय मंच से पाली के औद्योगिक हालात को समझाने का भी अवसर भी दिया गया।
साऊार - दैनिक भास्कर