सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : Posted By Mangal Senacha on 06 Mar 2010, 08:29:56

धर्मगुरु के आगमन पर डीजे व ढोल-ताशों के साथ शोभायात्रा आज
कोणदा/सुसारी। समाज में जब तक कुरीतियों बनी रहेगी तब तक समाज की उन्नाति संभव नहीं है। फिजूलखर्ची व दिखावे से दूर रहने पर ही स्वस्थ समाज की कल्पना कर सकते है। यह बात दीवान माधवसिंहजी ने शुक्रवार को कोणदा में धर्मसभा में कही। इस मौके पर सुबह विद्यालय परिसर से ग्राम में शोभायात्रा निकाली गई। एक सजे वाहन पर धर्मगुरु दीवानसा. विराजमान थे। ढोल व डीजे की धुन पर युवक, युवतियाँ नृत्य कर रहे थे। विधायक मुकामसिंह किराड़े भी समाजजनों के साथ चल रहे थे। शोभायात्रा में आईमाताजी द्वारा निर्मित ५०० वर्ष पुराना धर्मरथ (बैल), जतिश्री भग्गाबाबा, भँवरजी महाराज तथा संत मंडली भी शामिल हुई। ग्राम में जगह-जगह शोभायात्रा का स्वागत हुआ। समापन आई माता मंदिर प्रांगण में हुआ। हथाई चौक में धर्मसभा में दीवनजी व संतमंडली का स्वागत सकल पंचों ने किया। बैल का बंधाया जगदीश कोटवाल व पारस मुकाती द्वारा किया गया। स्वागत भाषण मोहन बरफा ने व संचालन कैलाश राठौड़ व आभार जितेंद्र शिंदे ने माना। इस मौके पर भंडारे में श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसादी ग्रहण की। -निप्र ङ"ख११ऋ
कुक्षी। ग्राम आली में श्री आई माताजी मूर्ति प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव के सात दिवसीय आयोजन के तहत शनिवार को पंचकुंडी महायज्ञ में ब़ड़ी संख्या में श्रद्धालुजन शामिल हुए। क्षेत्रवासियों ने महाआरती एवं महाप्रसादी का लाभ लिया। रविवार को धर्मगुरु श्री दीवान साहब एवं धर्मरथ के आगमन पर भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। सोमवार को मूर्ति प्राण-प्रतिष्ठा के साथ विशाल नगर चौरासी भंडारे का आयोजन रखा गया है। ग्राम में दीपावली के समान उत्सवी माहौल देखा जा रहा है। घर-आँगन में रंगोली बनाई एवं साज-सज्जा कर दीपक लगाए जा रहे है।
महोत्सव के मीडिया प्रभारी डॉ. विष्णु बर्फा ने बताया कि रविवार को दीवान साहब श्री माधवसिंहजी व धर्मरथ बैल के प्रथम आगमन पर भव्य शोभात्राया निकाली जाएगी। जिसमें बैंड, ढोल, ताशे, डीजे के साथ छ़ड़ावद, पिपरनी, टांडा, सिलकुआ, कुक्षी, ब़ड़दा, अमलाल, नवाजपुरा आदि स्थानों की गैर शामिल होगी। कोटेश्वर तीर्थ के तपोनिष्ठ संत श्री कमलदासजी महाराज, श्री जतीभग्गा बाबाजी एवं श्री भँवरजी महाराज नारलाई आदि संतजन भी ब़ड़ी संख्या में शामिल होंगे।
रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम
वृदांवन धाम के कलाकारों द्वारा प्रतिदिन रात्रि में रासलीला का आयोजन किया जा रहा है। समाज की महिला मंडल द्वारा भजन संध्या एवं गरबा नृत्य आदि धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजनों में ब़ड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हो रहे है।
महायज्ञ में दी आहुति
शनिवार को पंचकुंडी महायज्ञ में उपस्थितजनों ने आहुतिया दी। आचार्य पंडित अरुण जोशी के मार्गदर्शन में ग्राम के मुलेवा, गेहलोत, जिराती, मुकाती, अगल्चा, बर्फा, सोलंकी, जमादारी, परमार, कोटवाल आदि परिवार शामिल होकर हुए।-निप्र ङ"ख११ऋ
महोत्सव में रासलीला में प्रस्तुति देते कलाकार।ऋ
कुरीतियों से दूर रहें
कोणदा/सुसारी। समाज में जब तक कुरीतियों बनी रहेगी तब तक समाज की उन्नाति संभव नहीं है। फिजूलखर्ची व दिखावे से दूर रहने पर ही स्वस्थ समाज की कल्पना कर सकते है। यह बात दीवान माधवसिंहजी ने शुक्रवार को कोणदा में धर्मसभा में कही। इस मौके पर सुबह विद्यालय परिसर से ग्राम में शोभायात्रा निकाली गई। एक सजे वाहन पर धर्मगुरु दीवानसा. विराजमान थे। ढोल व डीजे की धुन पर युवक, युवतियाँ नृत्य कर रहे थे। विधायक मुकामसिंह किराड़े भी समाजजनों के साथ चल रहे थे। शोभायात्रा में आईमाताजी द्वारा निर्मित ५०० वर्ष पुराना धर्मरथ (बैल), जतिश्री भग्गाबाबा, भँवरजी महाराज तथा संत मंडली भी शामिल हुई। ग्राम में जगह-जगह शोभायात्रा का स्वागत हुआ। समापन आई माता मंदिर प्रांगण में हुआ। हथाई चौक में धर्मसभा में दीवनजी व संतमंडली का स्वागत सकल पंचों ने किया। बैल का बंधाया जगदीश कोटवाल व पारस मुकाती द्वारा किया गया। स्वागत भाषण मोहन बरफा ने व संचालन कैलाश राठौड़ व आभार जितेंद्र शिंदे ने माना। इस मौके पर भंडारे में श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसादी ग्रहण की। -निप्रकुक्षी। ग्राम आली में श्री आई माताजी मूर्ति प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव के सात दिवसीय आयोजन के तहत शनिवार को पंचकुंडी महायज्ञ में ब़ड़ी संख्या में श्रद्धालुजन शामिल हुए। क्षेत्रवासियों ने महाआरती एवं महाप्रसादी का लाभ लिया। रविवार को धर्मगुरु श्री दीवान साहब एवं धर्मरथ के आगमन पर भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। सोमवार को मूर्ति प्राण-प्रतिष्ठा के साथ विशाल नगर चौरासी भंडारे का आयोजन रखा गया है। ग्राम में दीपावली के समान उत्सवी माहौल देखा जा रहा है। घर-आँगन में रंगोली बनाई एवं साज-सज्जा कर दीपक लगाए जा रहे है।