सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : Posted By Mangal Senacha on 26 Feb 2010, 17:56:05

योगमाया मंदिर में आई माता की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा
टांडा। धर्म करना जितना जरूरी है उतना ही कर्म करना भी। धरती पर चमत्कार कोई है तो वह अपना कर्म ही है। समाज में परिवर्तन तो आ रहा पर लेकिन समाज में क्रांतिकारी परिवर्तन की आवश्यकता है। सिर्वी समाज की ताकत ही संगठन है। आई माता के ११ सूत्रों का पालन करने से घर परिवार व समाज में सुख-समृद्घि में वृद्घि होगी।
उक्त विचार धर्मगुरु दीवान माधोसिंहजी राठौर बिलाडा ने शुक्रवार को यहाँ नवनिर्मित योगमाया मंदिर में आई माता की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर धर्मसभा में व्यक्त किए। कार्यक्रम में जती भगा बाबाजी भी उपस्थित थे। समाज द्वारा नगर चौरासी के आयोजन में धर्मप्रेमियों ने महाप्रसादी ग्रहण की।
पं. मनोहरलाल शर्मा के मार्गदर्शन में टांडा एवं क्षेत्र के ११ पंडितों ने धार्मिक कार्यक्रम संपन्ना हुए। शिखर स्थापना लाभार्थी गोमाजी चौधरी परिवार, ध्वज दंड व ध्वजा स्थापना के लाभार्थी बद्रीलाल कोटवाल परिवार, गणेशजी प्रतिमा स्थापना के लाभार्थी मोहनलाल पटेल परिवार, हनुमान प्रतिमा लाभार्थी शांतिलाल चोयल परिवार थे। माँ अम्बे की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा के लाभार्थी हीरालाल मुकाती परिवार थे। श्री आई माता गादी पाट व अखंड ज्योत स्थापना दीवान साहब ने स्वयं लाभार्थी परिवार लक्ष्मण जमादारी परिवार व संतोष गेहलोत परिवार के साथ की।
सम्मान किया
धर्मगुरु दीवान साहब, जति भगा बाबाजी, सिर्वी समाज के जिला प्रमुख, बाहर से आए समाज के वरिष्ठजनों, नगर के समाज प्रमुखों का सम्मान किया गया। मंदिर के लिए भूमिदानदाता लक्ष्मण जमादारी का बहुमान दीवान साहब ने किया। द्वारा किया गया। शोभायात्रा में विभिन्न गाँवों से आई गेर के प्रमुखों को भी सम्मानित कर कमलो प्रतीक चिन्ह भेंट किए गए।
स्वागत भाषण हरजी मुकाती ने दिया। डॉ. दिनेश सतपुडा राजगढ, बाबुूलाल मुलेवा झाबुआ व जिला पंचायत अध्यक्ष मनोज गौतम ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर धार जिले के समाजसेवी बालमुकुंद गौतम की ओर से आई माता मंिदर में एक लाख एक हजार रु. देने की घोषणा जिला पंचायत अध्यक्ष मनोज गौतम ने की। संचालन मुकेश गेहलोत डेहरी ने किया। आभार आईजी फे डरेशन के अध्यक्ष वरदीचंद चोयल ने माना।