सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 26 Feb 2010, 17:46:31
पाली,इस बार भी रेलमंत्री ममता बनर्जी का पिटारा जब खुला तो उसमें से ऐसी कोई घोषणा नहीं निकली जो पालीवासियों को खुश कर सके। ना तो ट्रेनों के फेरे बढ़ा गए और ना ही किसी प्रकार की कोई नई ट्रेन प्रारंभ की गई। औद्योगिक नगरी के रूप में देश भर में हब बने पाली को इस बार भी केन्द्रीय रेल बजट में उपेक्षा का शिकार होना पड़ा है।
सांसद ने जताया विरोध, कहां आंदोलन करेंगे
रेल मंत्री ममता बनर्जी द्वारा अपने बजट में पाली को उचित स्थान नहीं देने के कारण इस बार पाली से सत्तासीन पार्टी कांग्रेस के सांसद बद्रीराम जाखड़ ने भी विरोध जताया है। भास्कर से हुई बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि जनता ने उनको चुनकर दिल्ली भेजा, इसलिए वे जनता के प्रतिनिधि हैं। पाली से दिल्ली ट्रेन की मांग उन्होंने रखी थी, लेकिन बजट में उसे शामिल नहीं किया गया। कांग्रेस पार्टी के सत्तासीन होने के कारण सवाल नहीं उठाने पर उनका कहना था कि उन्होंने अपनी बात मजबूती के साथ रखी। इसको लेकर वे रेल मंत्री व सोनिया गांधी से भी मिलेंगे। यदि तब भी ट्रेन पाली को नहीं मिली तो जनता के लिए धरना प्रदर्शन भी करेंगे। वैसे संपर्क क्रांति दिल्ली जोधपुर को पाली लाने की बातचीत चल रही है। आशा है कि यह मांग पूरी हो जाएगी।
पाली को मिलेगा इनका लाभ
पाली. रेल बजट में पाली जिले को इस बार कोई खास नहीं मिला है। रेलमंत्री ममता बनर्जी ने इस बार रानी से केशवगंज रेलवे मार्ग का दोहरीकरण करने की मांग को जरूर मंजूर किया है। इसके साथ ही बीकानेर से सिकन्द्राबाद तक चलने वाली साप्ताहिक ट्रेन को अब सप्ताह में दो दिन कर दिया है। इसके अलावा अभी तक शुरू नहीं की गई वाराणसी अजमेर टे्रन को बढ़ाकर अहमदाबाद तक किया है। यह ट्रेन भी साप्ताहिक है। वहीं बांद्रा से जम्मू तवी वाया मारवाड़ जंक्शन ट्रेन भी मंजूर की गई है, मगर जो प्रमुख मांगे यहां के लोगों तथा प्रवासियों की थी, उनके पूरा नहीं होने से लोगों में काफी निराशा का माहौल है।
बजट अच्छा, सांसद रहे विफल : देवल
रेल बजट में पाली की उपेक्षा करने का कारण भाजपाइयों के साथ अब कांग्रेसजन भी सांसद बद्रीराम जाखड़ को बता रहे हैं। पूर्व विधायक तथा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सीडी देवल ने कहा कि बजट पूरे देश के लिए अच्छा है तथा आमजन व गरीबों का हितकारी है, लेकिन पाली को कुछ नहीं मिलने की निराशा है। उन्होंने कहा कि यदि सांसद मजबूती के साथ पाली का पक्ष संसद में रखते तो पाली को ट्रेन जरूर मिलती। पाली को बजट में कुछ दिलाने में सांसद असफल रहे हैं।
यह थी आशा
- पाली से दिल्ली ट्रेन।
- फालना से जालोर नई रेल लाइन।
- मारवाड़ जंक्शन -मावली स्टेशन तक मीटर गेज को ब्रॉडगेज में बदलना।
- जोधपुर चैन्नई एक्सप्रेस, बीकानेर त्रिवेन्द्रम, बीकानेर सिकन्द्राबाद, जोधपुर पूना अहिंसा एक्सप्रेस के फेरे बढ़ाने।
- अजमेर दादर, ब्रान्द्रा दिल्ली सराय रोहिला गरीब रथ, पोरबंदर दिल्ली सराय रोहिला ट्रेन को नियमित करना।
- मारवाड जंक्शन में ओवरब्रिज।
- दिल्ली-अहमदाबाद सुपरफास्ट व राजधानी एक्सप्रेस का ठहराव मारवाड़ जंक्शन स्टेशन पर हो।
ञ्चपाली को निराशा ही हाथ लगी। कई नई गाडियों का संचालन इस बार हुआ है, लेकिन पाली की मांग को हर बार दरकिनार ही कर दिया जाता है। इस बार भी ऐसा ही हुआ। पाली टू दिल्ली ट्रेन का सपना इस बार था, लेकिन इंतजार फिर लंबा हो गया।
- ज्ञानचंद पारख, विधायक
ञ्चपश्चिमी राजस्थान और खासकर पाली के लिए निराशाजनक ही रहा रेल बजट। भाड़ा नहीं बढ़ाया यह स्वागत योग्य है, लेकिन टिकट लेने के दौरान जो दलालों की दखलंदाजी होती है उसे रोकने के लिए कोई प्रयास होने चाहिए थे।
- केसाराम चौधरी, विधायक
ञ्चपाली दिल्ली रेल सेवा नहीं मिलना दुखद रहा। कड़ी से कड़ी जोड़कर विकास कराने का जो सपना कांग्रेस ने दिखाया वह सपना ही बनकर रहा गया है। बजट में पालीवासियों की उपेक्षा की गई है। वरिष्ठ नागरिकों में महिलाओं की उम्र 60 से 58 करना सराहनीय है।
- संजना आगरी, विधायक
ञ्चदुर्भाग्यपूर्ण है कि अपनी तथा पार्टी की सीटें सुरक्षित करने के लिए रेल मंत्री ने पूरा बजट ही अपने क्षेत्र की तरफ ही मोड़कर रखा। राजस्थान और खासकर पाली को कुछ नहीं मिला। इससे आम नागरिकों के साथ व्यापारियों में भी निराशा है।
- लक्ष्मी बारुपाल, पूर्व विधायक