सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 25 Feb 2010, 17:43:33
टांडा। यहाँ सिर्वी समाज द्वारा नवनिर्मित योगमाया मंदिर में आई माता की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा, पाट व अखंड ज्योत स्थापना महोत्सव के तहत गुरुवार को भव्य शोभायात्रा निकली। इसमें मालवा, निमाड़ व अन्य प्रांतों सहित बड़ी संख्या में सभी समाज के लोग शामिल हुए। आधा किमी से अधिक लंबी शोभायात्रा ने नगर के इतिहास में एक नया पन्नाा जोड़ दिया।
धर्मगुरु माधवसिंह राठौर, जति भगा बाबाजी व धर्म रथ बैल का गुरुवार को नगर प्रवेश हुआ। शांतिलाल चोयल के निवास पर अगवानी समाज प्रमुख गोमाजी चौधरी, लक्ष्मण जमादारी, बद्रीलाल कोटवाल, हीरालाल मुकाती, मोहनलाल पटेल, मोतीजी अगलचा, महोत्सव समिति के अध्यक्ष मोहनलाल पँवार आदि ने की। शोभायात्रा में ऊँटों पर धर्म ध्वजा लिए नवयुवक बैठे थे। पीछे रतनपुरा, रिंगनोद, छड़ावद, अमोदिया, कुक्षी, कापसी, दलपुरा राजगढ़, गुमानपुरा, पीपरनी आदि की आई गेर मंडलों सदस्यों ने डांडिया रास व नृत्य प्रदर्शन किया। राजस्थान के पाली क्षेत्र की गेर ने मोह लिया। संत श्यामुदासजी धर्म ध्वजा लिए घोड़े पर विराजित थे।
धर्म रथ व आई माता की झाँकी
शोभायात्रा में करीब ५०० वर्ष प्राचीन राजस्थान के बिलाडा से लाया गया धर्मरथ आकर्षण का केंद्र था। इस दौरान घर-घर से लोगों ने रथ के दर्शनकर आई माता के चित्र पूजा-अर्चना की। साथ ही धर्मगुरु, जति भगा बाबाजी, धर्मरथ एवं यात्रा का भी जोरदार स्वागत किया गया। इससे नगर की सड़कें फूलों से पट गईं। क्षत्रिय राजपूत समाज, हिन्दू जागरण समिति, जगदीश जायसवाल, जैश्री संघ, राठौर समाज आदि ने धर्मगुरु का मंच बनाकर स्वागत किया। शोभायात्रा दोपहर १ बजे बजरंग कॉलोनी से प्रारंभ शाम ५ बजे योगमाया मंदिर प्रांगण पहुँची। यहाँ आई माता की आरती उतारी गई।
समाज के नवयुवक मंडल के सदस्य हरजी मुकाती, प्रकाश सोलंकी, मनोहर अगलचा, रमेश परमार, धर्मेन्द्र मुकाती, लखन परमार, अनिल अगलचा, शांतिलाल चोयल, राजू, गोपाल जमादारी, पारस पँवार, आईजी ग्रुप के कार्यकर्ताओं के साथ निलेश सिसौदिया, उमेश ठाकुर, कृष्णकांत सोनी, शंकरलाल राठौर आदि का सराहनीय योगदान रहा।