सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 15 Feb 2010, 15:08:00
नगर भ्रमण आज, यज्ञस्थल पर गंगा माता स्थापित
राजगढ़ (धार)। सिर्वी समाज की शोभायात्रा को लेकर सभी तैयारियाँ पूर्ण हो चुकी हैं। मंगलवार को शोभायात्रा योगमाया मंदिर से प्रारंभ होगी। इसमें मंदिर में प्रतिष्ठित होने वाली सभी प्रतिमाओं को चाँदी के रथ में बिठाकर नगर भ्रमण कराया जाएगा। रथ को विशेष रूप से मोहनखेड़ा तीर्थ से बुलवाया गया है। शोभायात्रा का यह विशेष आकर्षण होगा।
महोत्सव के तहत सोमवार को यज्ञस्थल पर गंगा माता को स्थापित किया गया है। दिनभर इसकी पूजा-अर्चना की गई। पं. शंकरलाल व्यास द्वारा स्थापित देवी-देवताओं का पूजन-हवन एवं पंचामृताधिवास की विधि पूर्ण कराई गई। रात्रि में शंकर लक्खा (निम्बाड़ा), भावना आचार्य (गुजरात), कमलेश पटेल (बड़ौदा) एवं सुरेधा जालोरी द्वारा भक्तिगीतों की संगीतमय प्रस्तुति दी गई। स्थानीय कलाकारों ने भी सांस्कृतिक प्रस्तुति दी।
आकर्षक सजावट : इधर संपूर्ण नगर को रंगीन पताकाओं व स्वागत द्वारों से सजाया है। प्रतिष्ठित होने वाली प्रतिमा को विशेष रूप से सज्जित सवारी में रखा जाएगी। २६ ग्रामों से आने वाली गेर से शोभायात्रा की रौनक बढ़ जाएगी। धर्मगुरु दीवान सा. माधवसिंहजी राठौड़ बिलाडा भी इसमें सम्मिलित होंगे।
श्री क्षत्रिय सिर्वी समाज दलपुरा (छोटा बिलाड़ा) द्वारा आयोजित सात दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के छठे दिन प्रातः ८ बजे गंगाजल कार्यक्रम होगा। वहीं धर्मगुरु का नगर आगमन प्रातः १० बजे मोहनखेड़ा गेट से होगा। उनकी अगवानी के लिए समाज के बाबूलाल चौधरी व मोतीलाल चौधरी उपस्थित रहेंगे। धर्मगुरु के साथ जतीभगा बाबाजी बिलाड़ा, भँवरजी महाराज एवं शंकरलाल पड़ियार (अध्यक्ष अभा सिर्वी समाज) भी आ रहे हैं। दलपुरा को रंगीन पन्निायों व लाल पताकाओं से दुल्हन की तरह सजा रखा है। हर घर के आगे स्वागत द्वार व फ्लैक्स लगा रखे हैं। कार्यक्रम स्थल को रंग-बिरगी पन्निायों, फूल-पत्तियों से सजा रखा है।
पुष्पवर्षा से स्वागत
धर्मगुरु सहित शोभयात्रा का अनेक स्थानों पर विभिन्ना धार्मिक, राजनीतिक व सामाजिक संस्थाओं द्वारा पुष्पवर्षा से स्वागत किया जाएगा। अनेक संस्थाओं द्वारा स्वागत में पेय पदार्थ भी रखा जाएगा।
ये रहेंगे खास
शोभायात्रा के आगे-आगे समृद्धि के प्रतीक गजराज चलेंगे, वहीं धर्म ध्वजा लेकर युवा घोड़े पर सवार होंगे। सजे हुए ऊँट पर बच्चे बैठेंगे। वहीं तोप के गोले से पुष्प वर्षा होगी। समाज के युवा आगे-आगे डंडे खेलकर अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।
इनका विशेष सहयोग
समाज के अम्बिका युवा मंच के कार्यकर्ता शोभायात्रा की तैयारियों में विशेष उत्साह से भाग ले रहे हैं। मंच के कार्यकर्ता वर्षभर समाज के कार्यक्रमों को सक्रियता से आयोजित करते हैं। इसके तहत समाज की प्रमुख भादवी बीज, माही बीज, गणगौर की गोठ एवं अन्नाकूट में मंच का नेतृत्व मिलता है। इस मंच के वर्तमान में २८ सदस्य हैं। मंच के आधार स्तंभ थे- प्रेम सोलंकी, लक्ष्मण, पप्पू चौधरी, दिनेश जमादारी व भेरूलाल सोलंकी।
नगर चौरासी की तैयारियाँ पूर्ण : सिर्वी समाज के प्रेम सोलंकी, शंभूलाल, पप्पू चौधरी व दिनेश जमादारी ने बताया कि नगर चौरासी की तैयारियाँ पूर्ण हो चुकी हैं। नगरवासियों को सम्मानपूर्वक बिठाकर भोजन कराने की भावना है। बावजूद आकस्मिक स्थिति में बफेट की व्यवस्था रखी गई है।
सिर्वी समाज द्वारा मंदिर का आकर्षक श्रृंगार किया गया।
राजगढ़ (धार)। सिर्वी समाज की शोभायात्रा को लेकर सभी तैयारियाँ पूर्ण हो चुकी हैं। मंगलवार को शोभायात्रा योगमाया मंदिर से प्रारंभ होगी। इसमें मंदिर में प्रतिष्ठित होने वाली सभी प्रतिमाओं को चाँदी के रथ में बिठाकर नगर भ्रमण कराया जाएगा। रथ को विशेष रूप से मोहनखेड़ा तीर्थ से बुलवाया गया है। शोभायात्रा का यह विशेष आकर्षण होगा।
महोत्सव के तहत सोमवार को यज्ञस्थल पर गंगा माता को स्थापित किया गया है। दिनभर इसकी पूजा-अर्चना की गई। पं. शंकरलाल व्यास द्वारा स्थापित देवी-देवताओं का पूजन-हवन एवं पंचामृताधिवास की विधि पूर्ण कराई गई। रात्रि में शंकर लक्खा (निम्बाड़ा), भावना आचार्य (गुजरात), कमलेश पटेल (बड़ौदा) एवं सुरेधा जालोरी द्वारा भक्तिगीतों की संगीतमय प्रस्तुति दी गई। स्थानीय कलाकारों ने भी सांस्कृतिक प्रस्तुति दी।
आकर्षक सजावट : इधर संपूर्ण नगर को रंगीन पताकाओं व स्वागत द्वारों से सजाया है। प्रतिष्ठित होने वाली प्रतिमा को विशेष रूप से सज्जित सवारी में रखा जाएगी। २६ ग्रामों से आने वाली गेर से शोभायात्रा की रौनक बढ़ जाएगी। धर्मगुरु दीवान सा. माधवसिंहजी राठौड़ बिलाडा भी इसमें सम्मिलित होंगे।
श्री क्षत्रिय सिर्वी समाज दलपुरा (छोटा बिलाड़ा) द्वारा आयोजित सात दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के छठे दिन प्रातः ८ बजे गंगाजल कार्यक्रम होगा। वहीं धर्मगुरु का नगर आगमन प्रातः १० बजे मोहनखेड़ा गेट से होगा। उनकी अगवानी के लिए समाज के बाबूलाल चौधरी व मोतीलाल चौधरी उपस्थित रहेंगे। धर्मगुरु के साथ जतीभगा बाबाजी बिलाड़ा, भँवरजी महाराज एवं शंकरलाल पड़ियार (अध्यक्ष अभा सिर्वी समाज) भी आ रहे हैं। दलपुरा को रंगीन पन्निायों व लाल पताकाओं से दुल्हन की तरह सजा रखा है। हर घर के आगे स्वागत द्वार व फ्लैक्स लगा रखे हैं। कार्यक्रम स्थल को रंग-बिरगी पन्निायों, फूल-पत्तियों से सजा रखा है।
पुष्पवर्षा से स्वागत
धर्मगुरु सहित शोभयात्रा का अनेक स्थानों पर विभिन्ना धार्मिक, राजनीतिक व सामाजिक संस्थाओं द्वारा पुष्पवर्षा से स्वागत किया जाएगा। अनेक संस्थाओं द्वारा स्वागत में पेय पदार्थ भी रखा जाएगा।
ये रहेंगे खास
शोभायात्रा के आगे-आगे समृद्धि के प्रतीक गजराज चलेंगे, वहीं धर्म ध्वजा लेकर युवा घोड़े पर सवार होंगे। सजे हुए ऊँट पर बच्चे बैठेंगे। वहीं तोप के गोले से पुष्प वर्षा होगी। समाज के युवा आगे-आगे डंडे खेलकर अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।
इनका विशेष सहयोग
समाज के अम्बिका युवा मंच के कार्यकर्ता शोभायात्रा की तैयारियों में विशेष उत्साह से भाग ले रहे हैं। मंच के कार्यकर्ता वर्षभर समाज के कार्यक्रमों को सक्रियता से आयोजित करते हैं। इसके तहत समाज की प्रमुख भादवी बीज, माही बीज, गणगौर की गोठ एवं अन्नाकूट में मंच का नेतृत्व मिलता है। इस मंच के वर्तमान में २८ सदस्य हैं। मंच के आधार स्तंभ थे- प्रेम सोलंकी, लक्ष्मण, पप्पू चौधरी, दिनेश जमादारी व भेरूलाल सोलंकी।
नगर चौरासी की तैयारियाँ पूर्ण : सिर्वी समाज के प्रेम सोलंकी, शंभूलाल, पप्पू चौधरी व दिनेश जमादारी ने बताया कि नगर चौरासी की तैयारियाँ पूर्ण हो चुकी हैं। नगरवासियों को सम्मानपूर्वक बिठाकर भोजन कराने की भावना है। बावजूद आकस्मिक स्थिति में बफेट की व्यवस्था रखी गई है।