सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 13 Feb 2010, 13:14:37
धर्मगुरु ने किया सिर्वी समाज की धर्मशाला का भूमिपूजन
कुक्षी। निरंतर चलते रहने वाला मंजिल तक पहुँचता है। धरती केवल देने वाली है। ग्रहण करने वाले पर निर्भर करता है कि वह उसे किस रूप में ले रहा है। ज्योति की महिमा अपार है। ज्योति केवल दीप का ही नहीं देवी स्वरूप का प्रतीक है। आई माताजी की आरती जीवन का चरित्र है। जिस कौम की धर्म के प्रति आस्था है उसके विकास को कोई रोक नहीं सकता।
उक्त उद्गार धर्मगुरु दीवान साहब माधवसिंहजी राठौर बिलाड़ा ने गुरुवार को प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव आईधाम में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि माता-पिता व गुरुजनों के प्रति समर्पण भाव रखें। परिश्रम पूर्वक की गई कमाई का कुछ भाग परहित और धर्म के मार्ग में व्यय किया है तो आपकी व्यवस्था में सुधार आएगा। उन्होंने कहा कि परिवार का वातावरण शुद्ध होगा तो पीढ़ियाँ सुधर जाएँगी। महोत्सव को भव्य स्वरूप को साकार करने एवं नगर को सजा सँवारकर देवनगरी का रूप देने पर समाज बंधुओं की दीवान साहब ने प्रशंसा की। गेहलोत परिवार द्वारा सामाजिक स्तर पर तथा नगर चौरासी भंडारे में नगर के सभी वर्गों के द्वारा किए जा रहे सहयोग-सत्कार की सराहना की।
समारोह में ये थे शामिल
महोत्सव में गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान भी शामिल हुए। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया, राज्यमंत्री रंजना बघेल, विधायक जोबट सुलोचना रावत, महासचिव टीडीपी आंध्रप्रदेश सुनील चोयल, दिलीप पटोदिया, चंद्रभागा किराड़े, विनोद शर्मा आदि ने धर्मगुरु से अर्शीवाद लिया। दीवान साहब श्री राठौर, धर्मगुरु दीवान साहब भँवरजी बिजौवा, जती भगा बाबा, भँवरजी महाराज नारलाई, पूना बाबाजी, गेना बाबाजी, श्री सखा महाराज, नैनाराम परिहार, चैनाराम परमार, दलराम काग, मंगल सेंचा, पेमाजी काग, विजय गेहलोत, डॉ. रणछोड़ चौहान आदि के साथ अनेक श्रद्धालुओं महोत्सव में शामिल हुए।