सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 02 Feb 2010, 00:18:59
पाली, ब्यावर से पिंडवाड़ा (सिरोही) तक स्वीकृत फोरलेन निर्माण का टेंडर लेने की इच्छुक देश की कई नामी निर्माण कंपनियों के प्रतिनिधियों ने पाली में डेरा डाल दिया है। कंपनियों के कर्मचारी एनएच=14 पर सड़क निर्माण के बारे में पूरी जानकारी ले रहे हैं। इसके अलावा सड़कों पर ही कैमरों से सर्वे कर अपनी रिपोर्ट तैयार करने में जुटे हैं, ताकि अपनी कंपनी की तरफ से टेंडर डालने से पहले पूरी वस्तुस्थिति समझ सके। टेंडर डालने की अंतिम तारीख 28 फरवरी तय की गई है। इसके बाद कंपनियों की छंटनी कर क्वालीफाई करने वाली फर्मों के चयन की प्रक्रिया पूरी होगी।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार करीब 25 सौ करोड़ से अधिक की लागत से चारमार्गीय सड़क बनाने के लिए नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने आपत्तियों की सुनवाई के बाद मुआवजा बांटने के लिए हरी झंडी दे दी थी। अब टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है। टेंडर के लिए कई कंपनियों के प्रतिनिधि जिले के विभिन्न स्थानों पर सड़क मार्ग का अवलोकन कर रहे हैं। मार्ग से गुजरने वाले वाहनों के प्रकार, हर घंटे कितने वाहनों की आमद=रफ्त तथा आसपास की लोकेशन का भी अवलोकन किया जा रहा है, ताकि वे अपनी रिपोर्ट के आधार पर टेंडर कापी फाइल कर सके। सरकार ने निर्माण के लिए 2500 करोड़ रुपए का बजट तय किया है। इस राशि में निर्माण कार्य हो सकता है या नहीं इस पर भी कंपनी के अफसर मंथन कर रहे हैं।
अब पत्थरगढ़ी का काम शुरू : पिंडवाड़ा से लेकर ब्यावर तक अधिग्रहित होने वाली जमीन कब्जे में लेना शुरू कर दिया गया है। अब इस जमीन पर पत्थरगढ़ी का कार्य किया जा रहा है, ताकि फोरलेन के कार्य की सीमा तय की जा सके। इसके अलावा जिन लोगों ने अपनी आपत्तियांं दर्ज कराई थीं उनका भी अधिकारी पूरी तरह से निस्तारण कर चुके हैं।
मुआवजा राशि तय करने में जुटे अफसर
ब्यावर से लेकर पिंडवाड़ा तक फोरलेन के लिए जिन किसानों व नागरिकों की जमीनें अवाप्त की गई है उनको मुआवजा राशि बांटने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। पाली में मुआवजा राशि का आकलन करने की जिम्मेदारी एडीएम अरूण पुरोहित को सौंपी गई है। मुआवजा राशि का वितरण भी जल्दी शुरू कर दिया जाएगा।
28 फरवरी को टेंडर की अंतिम तारीख
28 फरवरी को टेंडर डालने की आखिरी तारीख तय हुई है। संभवत: इसी को लेकर कंपनियों के प्रतिनिधि अपने स्तर पर सर्वे करवा रहे है। पत्थरगढ़ी का कार्य भी शुरू हो गया है तो मुआवजा राशि का आकलन भी किया जा रहा है। टेंडर डालने के बाद कंपनियों की छंटनी की जाएगी, जो भी कंपनियां क्वालीफाई करेंगी उनमें से ही निर्माण करने वाली कंपनी का नाम फाइनल किया जाएगा।
- आरएन चौधरी, परियोजना निदेशक, फोरलेन प्रोजेक्ट, पाली।
साभार - दैनिक भास्कर