सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 05 Jan 2010, 09:22:38
जोधपुर। अखिल भारतीय समन्वित बाजरा उन्नयन परियोजना के तहत कम पानी में अधिक उत्पादन देने वाली संकर बाजरा की तीन नई किस्मों का विकास किया गया है। परियोजना के जोधपुर मुख्यालय में कृषि वैज्ञानिकों ने दस साल के शोध के बाद ये नई किस्में विकसित की हैं। इन संकर किस्मों की उत्पादन क्षमता प्रति हेक्टेयर 25 से 30 क्विंटल है। ये बाजरा के तुलासिता व अन्य रोगों के प्रति भी अधिक प्रतिरोधी किस्में हैं।
परियोजना समन्वयक डॉ. ओपी यादव ने बताया कि बाजरे की संकर किस्में आरएचबी-177 और एचएचबी-226 को केन्द्रीय किस्म रिलीज समिति द्वारा राजस्थान, गुजरात और हरियाणा के सूखा संभावित क्षेत्रों के लिए जारी की गईं है। ये किस्में पश्चिमी राजस्थान की लोकप्रिय किस्म एचएचबी-67 से भी अघिक उत्पादन देती है। इसके अलावा संकर किस्म कावेरी सुपर बॉस को पूरे देश में वर्षा अघिारित क्षेत्र के लिए तथा उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, आन्ध्रप्रदेश, गुजरात और हरियाणा के सिंचित क्षेत्र के लिए अनुमोदित किया गया है।
बीज निगम करेगा उत्पादन
सम्बन्घित राज्यों के बीज निगम इन किस्मों का बीजों का उत्पादन कर बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे। इन किस्मों की बुवाई से बाजरा उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलेगी।
साभार - राजस्थान पत्रिका