सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : Posted By Mangal Senacha on 30 Dec 2010, 10:18:35

पाली। दिल्ली-मुम्बई फे्रट कोरिडोर के चलते राज्य सरकार जोधपुर-पाली की सीमा पर बसे रोहट कस्बे में नया औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने जा रही है। इसकी स्वीकृति जारी हो चुकी है। रीको ने जमीन अवाप्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी। फे्रट कोरिडोर योजना के तहत दो स्टेशन नीमराणा (अलवर) और मारवाड़ जंक्शन (पाली) में बनाए जाने प्रस्तावित हैं। स्टेशन के दोनों तरफ 150-150 किलोमीटर दायरे में इण्डस्ट्रीयल कोरिडोर होगा। रोहट इसी कोरिडोर क्षेत्र में आता है। इसी के चलते राज्य सरकार ने औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की स्वीकृति दी है।
दो हजार बीघा में बसेगा
उद्योग विभाग नवीन औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना के लिए रोहट तहसील के रोहट ग्राम में 29.60 हैक्टेयर (182 बीघा 18 बिस्वा) व ग्राम निम्बली ब्राह्मणान में 159.08 हैक्टेयर (982 बीघा 15 बिस्वा) निजी भूमि अवाप्त करेगा तथा करीब नो सौ बीघा जमीन सरकार की ओर से रीको को आवंटित की जाएगी।
यह हैं आदेश
उद्योग (ग्रुप-1) विभाग के प्रमुख शासन सचिव सुनील अरोड़ा ने गत 21 दिसम्बर को रीको के जयपुर कार्यालय को आदेश जारी किए कि 'राज्य सरकार सन्तुष्ट है कि पाली में नवीन औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना की जाए। इसके लिए रीको द्वारा ग्राम रोहट व निम्बली ब्राह्मणान की कुल 188.68 हैक्टेयर निजी खातेदारी भूमि को भूमि अर्जन अधिनियम-1894 के प्रावधानों के तहत अवाप्त किया जाना आवश्यक है।'
विकास की प्रबल संभावनाएं
रोहट क्षेत्र में औद्योगिक विकास की अधिक संभावनाएं हैं। यह क्षेत्र पाली, जालोर व जोधपुर के उद्यमियों को आकर्षित करेगा।
पाली में टैक्सटाइल्स उद्योग के अलावा अन्य उद्योग भी विकसित करने की सुविधा मिलेगी।
फे्रट कोरिडोर के 150 किलोमीटर क्षेत्र में होने से औद्योगिक हब बनने की संभावना।
करोड़ों का होगा निवेश
फ्रेट कोरिडोर के तहत ही रीको रोहट में करीब दो हजार बीघा जमीन पर औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने जा रहा है। आने वाले समय में पाली जिला औद्योगिक हब के रूप में विकसित होगा। यहां करोड़ों का निवेश आकर्षित होगा।
डी.एस. राठौड़, क्षेत्रीय प्रबंधक, रीको
साभार - राजस्थान पत्रिका