सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : Posted By Mangal Senacha on 16 Dec 2010, 11:59:16

पाली। उद्योगों के डिस्चार्ज से फैलने वाले प्रदूषण पर नियंत्रण नहीं हुआ तो राज्य सरकार के सामने ऎसे उद्योगों को बंद करवाने के अलावा और कोई चारा नहीं रहेगा। पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए हर संम्भव प्रयास करने चाहिए। पाली में पांचवें ट्रीटमेंट प्लांट की शुरूआत अच्छा काम है। यह बात राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के सदस्य सचिव डी.एन. पाण्डे ने बुधवार को उद्यमियों से कही। वे सीईटीपी प्लांट के निरीक्षण व पर्यावरण सम्बन्धी जानकारी जुटाने पाली आए थे।
उन्होंने उद्यमियों से कहा कि पर्यावरण के मामले में के न्द्र व राज्य सरकार कोई समझौता नहीं करना चाहती। पाली का औद्योगिक विकास प्रदूषण मुक्त होना चाहिए। यह अच्छी बात होगी। नदी के पास बन रहे ट्रीटमेंट प्लांट के कारण नदी प्रदूषित नहीं होनी चाहिए। उन्होंने पांचवें ट्रीटमेंट प्लांट की शुरूआत में देरी के लिए उद्यमियों की आपसी समस्या को दोषी बताया।
इस अवसर पर उपस्थित सीईटीपी अध्यक्ष मोहनलाल थानवी, उद्यमी नरेश मेहता, विनय बम्ब, सम्पत भण्डारी सहित अन्य ने पांचवें ट्रीटमेंट प्लांट की जानकारी दी। जिला कलक्टर नीरज के. पवन ने पांचवें ट्रीटमेंट प्लांट की भूमि उपलब्धता, टर्शरी प्रणाली तथा आरओ प्लांट के बारे में बताया। कलक्टर कक्ष में उद्यमियों ने सदस्य सचिव का स्वागत किया।
किसान समिति ने सौंपा ज्ञापन
किसान पर्यावरण संघर्ष समिति जैतपुर के सदस्यों ने सदस्य सचिव पाण्डे को ज्ञापन सौंप कर प्रदूषण की समस्या से अवगत कराया। समिति के महामंत्री महावीरसिंह सुकरलाई के नेतृत्व में गए प्रतिनिधियों ने बताया कि उच्च न्यायालय के आदेशों के बावजूद अब भी फैक्ट्रियों का अनट्रीटेड पानी बाण्डी नदी में छोड़ा जा रहा है।
पुनायता औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित इकाइयों का प्रदूषित पानी एक बरसाती नाले के जरिए बाण्डी नदी में डाला जा रहा है। उन्होंने ट्रीटमेंट प्लाण्ट द्वारा पानी को पुन: उपयोगी बनाने, फ्लोमीटर की निरन्तर मॉनिटरिंग करवाने, प्रदूषित जल के कारण किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा दिलवाने सहित विभिन्न मांगें रखी।
राजस्थान पत्रिका