सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : Posted By Mangal Senacha on 16 Dec 2010, 11:59:01

सुमेरपुर। जवाई का अतिरिक्त पानी सिंचाई में देने की मांग को लेकर किसानों का चल रहा महापड़ाव प्रशासन के समझाइश के बाद बुधवार देर रात समाप्त हो गया। संगम अध्यक्ष सुमेरसिंह एवं नारायणसिंह तथा एसडीएम के बीच बातचीत के बाद किसानों ने महापड़ाव उठा लिया।
किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष जयेन्द्रसिंह गलथनी ने बताया कि बातचीत में 18 दिसम्बर को संभागीय आयुक्त से वार्ता तय हुई है, अगर वार्ता तय नहीं हुई, तो दुबारा प्रदर्शन किया जाएगा। इससे पहले जिला कलक्टर व किसान प्रतिनिघि मंडल के बीच हुई वार्ता में कोई निर्णय नहीं निकला तथा किसानों ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया तथा आधा घंटा तक राजमार्ग जाम किया।
किसान नारेबाजी करते हुए मुख्य बाजार तथा गांधी सर्किल होते हुए राजगुरू सर्किल पहुंचे और मार्ग के बीच धरने पर बैठे। सभा को पूर्व प्रधान सुमेरसिंह खिमाड़ा, तखतगढ़ की पूर्व पालिकाध्यक्ष अंबादेवी रावल, तेजसिंह रामनगर, जब्बरसिंह पादरली, भीमसिंह राजपुरोहित आदि ने संबोधित किया।
उपखण्ड कार्यालय में कलक्टर नीरज के. पवन व पुलिस अधीक्षक अजयपाल लाम्बा के सान्निध्य में वार्ता का आयोजन हुआ। इसमें जिला दुग्ध उत्पादक संघ अध्यक्ष प्रतापसिंह बिठिया, श्यामसिंह देवड़ा, नारायणसिंह कोसेलाव तथा नरपतसिंह मदेरणा समेत संगम अध्यक्षों ने भाग लिया। बैठक में बिन्दुवार मांगों पर चर्चा की गई। इसमें पहली पाण में शेष बचा पानी सिंचाई में देने पर कलक्टर ने सहमति जताई। सांसद द्वारा 50 एमसीएफटी पानी देने की घोषणा को कार्रवाई से बाहर बताते हुए टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। बारिश से आया अतिरिक्त पानी सिंचाई में देने की मांग पर कलक्टर ने कहा कि इस संबंध में संभागीय आयुक्त ही निर्णय कर सकते हैं।
उन्होंने किसानों को उनकी बात संभागीय आयुक्त तक पहुंचाने का भरोसा दिलाया, लेकिन किसान संभागीय आयुक्त से बैठक तय करने की बात पर अड़ गए और वार्ता में कोई निर्णय नहीं हुआ। वार्ता विफल होने के बाद किसान जुलूस के रूप में राजमार्ग होते हुए जवाई नदी किनारे पहंुचे और मुख्य सचिव एस अहमद का पुतले को नदी में फेंका।
उपखण्ड अघिकारी नरेन्द्रकुमार बंसल के दूसरी पाण का समय बढ़ाने व 50 एमसीएफटी पानी अतिरिक्त देने की घोषणा के बाद किसान राजमार्ग से हटे, लेकिन बाजार में महापड़ाव जारी था। उसके बाद देर शाम संगम अध्यक्षों एवं एसडीएम नरेन्द्रकुमार बंसल के बीच हुई बातचीत में दूसरी पाण16 की जगह 17 दिन देने व 50 एमसीएफटी पानी अधिक देने पर विचार-विमर्श के बाद किसानों ने महापड़ाव उठा लिया।
राजस्थान पत्रिका