सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : Posted By Mangal Senacha on 15 Dec 2010, 11:20:31
जयपुर। न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने, ठेका प्रथा व निजीकरण बन्द करने समेत कई मांगों को लेकर हजारों श्रमिक मंगलवार को राजधानी में जुटे और रैली निकालकर राज्य सरकार को चेताया। भारतीय मजदूर संघ राजस्थान के आह्वान पर आयोजित रैली में वक्ताओं ने कहा कि राज्य सरकार श्रमिकों की ज्वलंत समस्याओं के समाधान पर ध्यान दे, नहीं तो मजदूर अपने हकों को लेकर आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। रैली में करीब बीस हजार से अधिक श्रमिक शामिल हुए, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी थी।
वोटों के लिए मजदूर, सुविधा कुछ नहीं
गवर्नमेन्ट हॉस्टल चौराहे से शुरू रैली उद्योग मैदान में सभा में तब्दील हो गई, जहां भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री के.लक्ष्मा रेड्डी, संघ के पश्चिम क्षेत्र प्रभारी डॉ.बी.के. राय, संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रहलाद सिंह अवाना व महामंत्री राज बिहारी शर्मा आदि वक्ताओं ने आरोप लगाया कि मजदूरों व किसानों के दम पर ही केन्द्र व राज्य में सरकार बनती है, लेकिन सत्ता में आते ही सरकार उन्हें भूलकर उद्योगपतियों व कॉरर्पोरेट घरानों की सेवा में लग जाती है।
इसे अब श्रमिक बर्दाश्त नहीं करेंगे। विनिवेश के नाम पर लाभकारी राजकीय उपक्रमों व उद्योगों का निजीकरण व बेचान किया जा रहा है, जिससे हजारों-लाखों मजदूर बेकार हो रहे हैं।
महंगाई के इस दौर में श्रमिकों को न्यूनतम मजदूरी तक नहीं दी जा रही। न ही सरकारी व निजी क्षेत्र में श्रम कानूनों की पालना करवाई जा रही है। सभा के बाद संघ के एक प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम पर गृहमंत्री शांति धारीवाल को 27 सूत्री मांग-पत्र दिया।
दो किलोमीटर लम्बी रैली
सुबह करीब 9 बजे से ही प्रदेश भर से श्रमिक यहां शहीद स्मारक पर जुटने लगे। 11 बजे शुरू रैली में श्रमिक केन्द्र व राज्य सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी करते चल रहे थे।
रैली का एक छोर जब उद्योग मैदान था तो अंतिम छोर गवर्नमेन्ट हॉस्टल के पास था। स्टेच्यू सर्किल व पृथ्वीराज मार्ग की सड़क पर श्रमिकों का हुजूम था।
यातायात हो गया जाम
मजदूर संगठनों की रैली के दौरान सी-स्कीम में जाम लग गया। रैली की वजह से स्टेच्यू सर्किल से चौमूं सर्किल के बीच में आने वाले समस्त यातायात को डायवर्ट कर दिया गया। जिससे सी-स्कीम के सभी मार्गो पर वाहनों की रेलमपेल बढ़ गई और यातायात अस्त-व्यस्त हो गया। करीब तीन घंटे तक यही हाल रहा। इसके बाद रैली समाप्ति पर पुलिस ने डायवर्जन हटाया तब जाकर यातायात व्यवस्थित हो पाया।
राजस्थान पत्रिका