सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : (माधव सीरवी, उदलियावास (दिल्ली))
मां श्री आईजी की आरती
--------------------
जय आई श्री अम्बे माई, जय आई श्री दुर्ग माई।
आरती बोलो सब मिल भाई,आरती गावो सब मिल भाई।
जय आई श्री..........।
राव बीका घर अम्बापुर में, अवतार लियो जगदम्बे माई।
ब्याव करण खिलजी चढ़ आयो,तौबा कर-कर जाल बचाई।
जय आई श्री..........।
नारलाई में दियो परचो भारी,पत्थर शिला मां अधर धराई।
डायलाणा में बड़लों हलारो, छींया करी जगदम्बै माई।।
जय आई श्री..........।
भैंसाणा में कीना भाटा, बिलाडे़ मां ज्योत समाई।
मेवाड़ धरा रायमलजी पाई, हिन्दुओं सूरज लाज बचाई।।
जय आई श्री..........।
जाणोजी रो पूरियो मनोरथ, माधवजी सू मेल कराई।
माही बीज दीवाण पद राजे, भादवी बीज ने ज्योत जलाई।।
जय आई श्री..........।
रोहित दीवाणजी ने जोधाणे सूं, मिली रियासत मान बढाई।
हरिदासजी पाणी पर चाल्या, अचरज करियो अहिल्याबाई।।
जय आई श्री..........।
मन्दिर बिलाड़ा में परचो भारी, अखण्ड जोत सूं केसर पाई।
मालवा मिमाड़ गुजरात देशरा,घर-घर में तेरा गुण यश गाई।।
जय आई श्री..........।