सीरवी समाज - मुख्य समाचार
	
	
	
	 
	Posted By : Posted By Mangal Senacha on 28 Nov 2010, 10:38:17 
	
	
सोजत. पिछले दिनों हुई बेमौसम की बारिश ने चारे की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है। आगामी दिनों में पशुधन के लिए चारे की कमी को देखते हुए पशुपालकों की चिंता बढ़ गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग के सुकड़ी नदी स्थित बेरा रनिया पर नुकसान का को लेकर मोहनलाल परिहार ने दर्द बयां किया कि नवंबर महिने में कभी बारिश की आशंका नहीं रहती। ज्यादातर किसानों के चारे की फसल काटकर खेत या अपने बाड़े में पुले बांधकर ढिगले में खुले आसमान में रख दिया जाता है। इस बेमौसम बारिश से उसका चालीस हजार कीमत का नौ ट्रोली चारा पानी में भीगकर पूरी तरह खराब हो गया। फसल की निराई- गुड़ाई से लेकर कटाई तक बीस हजार रुपए नकद रूप में चुकाए हैं। 
एक अन्य किसान बाबूलाल परिहार ने बताया कि उसके खेत में कुएं से सिंचाई कर मेहंदी को काटकर खेत में रखा ही था और अचानक हुई इस वर्षा से हजारों रुपए की पूरी फसल चौपट हो गई। पाली दरवाजे पर रहने वाले किसान रामलाल सोलंकी बताया कि इस अतिवृष्टि के कारण चारे की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। अच्छी वर्षा होने के बावजूद भविष्य में पशुओं के लिए महंगे दाम पर चारा मिलेगा।
साभार दैनिक भास्कर