सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : Posted By Mangal Senacha on 24 Nov 2010, 15:33:43

पाली, तीन दिन से लगातार जारी मावठ की बूंदाबांदी का क्रम मंगलवार को भी जारी रहा। जिससे आम जनजीवन प्रभावित रहा। इस बारिश से मौसम ठंडा होने के साथ ही लोगों को ठिठुरन व धूजणी का एहसास हुआ। जहां एक ओर बारिश से शहर की सड़कों पर जगह-जगह कीचड़ फैल जाने से राहगीर व आवागन बाधित हुआ, वहीं यह बारिश जिले के किसानों की फसलों पर कहर बनकर बरपी। जिससे खड़ी फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। मंगलवार को भी दिन भर सूर्यदेव के दर्शन नहीं होने से लोग ठिठुरते नज़र आए। वहीं ठिठुरन बढ़ने से अधिकांश लोग गरम ऊनी कपड़ों में ही लिपटे रहे। सायं होते ही शीत लहर के चलते लोग जल्दी ही अपने घरों में दुबके रहे हैं।
जैतारण। जैतारण नगर सहित ग्रामीण अंचलों में सोमवार रात्रि नौ बजे से लेकर मंगलवार को दिनभर आसमान से रिमझिम रिमझिम पानी बरसने से सामान्य जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। दो दिनों में बेमौसमी बरसात होने के कारण यहां सर्दी भी बढ़ गई है। एक सप्ताह पहले हुई बेमौसमी बरसात से किसानों को हुए नुकसान वे अभी भूल भी नहीं पाये कि सोमवार सायं से एकबार फिर मावठ की बरसात से किसानों के आंसू निकाल दिये हैंं। क्षेत्र में जारी रिमझिम बरसात के कारण मंगलवार को दिनभर सूर्यदेव के लोग दिदार तक नही कर पाये। तेज हवाओं के साथ यहां रूकरूकर आसमान से गिरती रिमझिम फुहार से हरकोई परेशान हो गया है। रात्रि में पूरी रात बरसने के बावजूद मंगलवार को दिनभर बरसने के कारण पूरे इलाके में सर्वत्र पानी ही पानी हो गया है। सुबह तेज हवाओं के साथ चली रिमझिम बरसात से न तो मजदूर अपनी मजदूरी पर जा पाये न ही सरकारी कर्मचारी समय पर अपने कार्यलय पहुंच सके।
अलबता स्कूली बच्चों को तो इस बेमौसमी बरसात के कारण अपने घरों से बाहर निकालना भी उनके अभिभावकों को उचित नहीं लगा। जिससे सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या बहुत कम ही नजर आई। इधर बरसात के कारण मजदूर वर्ग के लोग भी अपनी दैनिक मजदूरी पर नही जा पाये। मावठ की बरसात के चलते मौसम में भी अचानक पारे में गिरावट आ गई है। दो दिनों से जारी बरसात के कारण शहर में जगह जगह गंदगी के ढेर लगने लगे हंै। बारिश से शहर के अजीम कॉलोनी, नयापुरा, झुझण्ड़ा रोड, पंचायत समिति मार्ग, तालकिया रोड, सार्वजनिक निर्माण विभाग कार्यलय रोड, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मैदान, पावनधाम मार्ग सहित शहर के भीतरी भागों में बरसात के कारण जगह जगह कीचड़ जमा हो गया है। क्षेत्र के आगेवा, झुझण्ड़ा, सांगावास, जनासनी, फूलमाल, निमाज, समौखी, मोहराई, आसरलाई, खिनावड़ी, गरनीया, पृथ्वीपुरा, बिरोल, पातूस, लौटोती, रामावास, निम्बोल, सिणला, पाटवा, देवरीया, बेड़कलां, बस्सी, राबड़ियावास, बलाड़ा एवं रास-बाबरा क्षेत्र में भी दिनभर रिमझिम रिमझिम बरसात चलने के समाचार मिले हैं।
शादियों में किरकिरी बना मौसम : बरसात के कारण शादी विवाहों पर इसका बुरा असर पड़ा है। 23 नवम्बर को जैतारण शहर सहित ग्रामीण अंचलों में अबूझ मुर्हूत के चलते कई घरों में इसका आयोजन था मगर अचानक बरसात शुरू होने के कारण शादियों के आयोजनकर्ताआें के समक्ष परेशानी खड़ी हो गई। वहीं शादी में सम्मलित होने आये मेहमानों को तो परेशान होना पड़ा। बरसात के कारण इन शादियों में बनाया गया सामूहिक भोजन भी लोग आराम से नहीं खा पाये।
रानी। रानी सहित आस पास के क्षेत्रों में रविवार अलसुबह से शुरू हुई बारिश मंगलवार अलसुबह तक जारी रही। वहीं मंगलवार को हल्की हल्की बूंदाबांदी जारी रही। क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश से सर्दी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। रात भरी चली बारिश एवं सर्दी से जहां एक और मूक पशु-पक्षी परेशान हैं वही दूसरी तरफ आम लोग व सावों के चलते शादी चाले परिवारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र में 22 व 23 नवम्बर को सावों की धूम के चलते बारिश व सर्दी ने शादियों का मजा किरकिरा कर दिया। लगातार हो रही बारिश से कुछ कच्चे मकानों की दीवारें भी धराशाही हो गई हैं वहीं कुछ जगह पेड़ों के भी उखड़ने के समाचार प्राप्त हुए हैं।
साभार- दैनिक नवज्योति