सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : Posted By Mangal Senacha on 24 Nov 2010, 15:31:26

देसूरी,खरीफ फसलों को लेकर जो सपने किसानों ने देखे थे, उन पर बेमौसमी बरसात ने पानी फेर दिया है। किसान खरीफ की फसलें काटते ही रबी की बुआई में जुट गए थे। इधर, पिछले काफी दिनों से लगातार हो रही बारिश से ग्वार, मूंग की सूखी फसलें खराब हो रही हैं।
खरीफ बुआई को लेकर किसानों ने कई सपने देखे थे और उनको इस बार इंद्र देवता ने पूरा भी किया। पर्याप्त बारिश के चलते इस बार खेतों में अच्छी पैदावार हुई। इस दौरान किसानों ने रबी की बुआई को लेकर खेतों से खरीफ की फसलों की कटाई कर सूखने के लिए रख दी और रबी की बुआई करने लग गए। इस उम्मीद के साथ कि रबी की बुआई करते ही इन फसलों को निकाल लेंगे। मगर बेमौसमी बरसात के कारण खेतों में रखी फसलें खराब हो रही हैं। इससे किसानों को हजारों रुपए का नुकसान हो गया है।
चारा भी हुआ खराब - देसूरी : क्षेत्र में लगातार हो रही बरसात के कारण पशुओं के लिए रखा चारा भी पूरी तरह से खराब हो गया है। किसानों को अब पशुओं की चिंता सता रही है। उल्लेखनीय है कि इस बार किसानों ने खरीफ फसलों के बुआई के समय पशुओं के लिए चारा की बुआई भी पर्याप्त मात्रा में की थी, जिसमें ज्वार व बाजरा अधिक था। ऐसे में किसानों ने चारा की व्यवस्था होने से उन्होंने कटाई कर खेतों में चारे के ढेर लगा दिए थे, मगर मौसम में अचानक परिवर्तन के कारण बरसात शुरू हो गई, जिससे पशुओं का यह निवाला पूरी तरह से बरसात के पानी में भीग कर खराब हो गया है। इतना ही नहीं, चारे के खराब हो जाने के कारण पशुओं के लिए भी यह नुकसानदायक हो गया है। अब किसानों को पशुओं की चिंता हो रही है कि उनको खिलाएं तो क्या, जबकि सूखा चारा इस समय मिलना मुश्किल है।
मुआवजा दे सरकार
क्षेत्र में हुई बरसात से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। किसानों के नुकसान को देखते हुए राज्य सरकार को मुआवजा देना चाहिए।
-मगनाराम चौधरी, अध्यक्ष, नारलाई ग्राम सेवा सहकारी समिति
सरसों को भी नुकसान
कीरवा क्षेत्र में पिछले काफी दिनों से हो रही बारिश के कारण खेतों में बोई गई सरसों की फसल भी खराब होने लगी है। रानी पंचायत समिति सदस्य चौथाराम मीणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम भेजे पत्र में बताया कि बेमौसम बारिश से किसानों को आर्थिक रूप से काफी नुकसान पहुंचा है, जिसके लिए उन्हें विशेष सहायता दी जाए। मीणा ने बताया कि कीरवा, चांचोड़ी एवं खरोकड़ा सहित क्षेत्र के किसानों को अधिक नुकसान हुआ है।
क्या कहते हैं किसान
किसान मांगीलाल चौधरी घाणेराव बताते हैं कि क्षेत्र में हो रही बरसात के कारण चारा पूरी तरह से खराब हो गया है। अगर इस चारे को पशुओं को खिला दिया गया, तो उनके लिए घातक साबित हो सकता है।
साभार- दैनिक भास्कर