सीरवी समाज - मुख्य समाचार
	
	
	
	 
	Posted By : Posted By Mangal Senacha on 23 Nov 2010, 11:09:13 
	
	
जोधपुर.मावठ ने सोमवार को प्रदेश को ठिठुरा दिया। कई शहरों के अधिकतम तापमान में 8 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई। संपूर्ण मारवाड़ में सोमवार को कहीं तेज तो कहीं हल्की बूंदाबांदी से सर्दी बढ़ गई। 
जोधपुर में देर रात तक रुक-रुककर रिमझिम व बूंदाबांदी का दौर चलता रहा। यहां दिनभर में 4.2 मिमी बारिश हुई। सुबह से शुरु हुई बारिश से शहर में पूरे दिन धुंध छाई रही। इससे यातायात पर भी असर पड़ा। सर्दी बढ़ने से लोग घरों में दुबके रहे। 
मौसम विभाग के अनुसार आगामी 24 घंटे में ठंड और बढ़ने की संभावना है। मौसम में आए बदलाव से फसलों को भी नुकसान पहुंचने की आशंका है। जयपुर, बीकानेर, उदयपुर, पाली, सिरोही, जालोर सहित विभिन्न जिलों में दिनभर बारिश होती रही। जोधपुर में रात 11.30 बजे तापमान 16.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। 
बूंदों ने गाया सर्दी का तराना
शहर में सोमवार सुबह से ही आसमान बादलों से अटा रहा। सुबह मामूली बूंदाबांदी से पारे में थोड़ी गिरावट आई, लेकिन शाम को तेज बूंदाबांदी से पारा एकदम नीचे लुढ़क गया। बूंदाबांदी से शहर की सड़कें तरबतर हो गई। पारा गिरने से सर्दी की चमक बढ़ने के साथ ही लोग घरों में दुबक गए, जो लोग सुबह बिना ऊनी कपड़े पहने निकले, उन्हें सर्दी का प्रकोप झेलना पड़ा। 
शाम को घर से ऊनी कपड़े पहनकर ही लोग बाहर निकले। रात में ठिठुरन बढ़ी तो बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन समेत कई स्थानों पर लोग सर्दी के बचाव में अलाव तापते नजर आए। अचानक हुई बूंदाबांदी ने शादियों का मजा भी किरकिरा कर दिया। बूंदाबांदी ने मैरिज प्लेसेज में की गई सजावट पर पानी फेर दिया।सर्दी का प्रकोप बढ़ते ही ज्यादातर घरों का मीनू बदल गया। 
रोटी-सब्जी की बजाय घरों में दाल व आलू-मिर्ची के पकौड़े के साथ हल्दी-रोटी खाई गई। कई लोगों ने पूरे परिवार के साथ होटल व रेस्टोरेंट में भी जाकर खाना खाया। ढाबों में दाल-बाटी-चूरमा व हल्दी-रोटी व गाजर के हलवे की डिमांड रही।
गर्म मिर्ची बड़े और चाय की चुस्की
दोपहर बाद मौसम के पलटा खाने और रुक-रुक कर हो रही बूंदाबांदी में लोगों ने गर्म मिर्ची बड़े और चाय की चुस्की ली। शहर में नमकीन की दुकानों व चाय की थड़ियों पर ज्यादा भीड़ नजर आई। शाम को दूध के चौहटे पर भी खरीदारों की भीड़ उमड़ी। 
सोजती गेट स्थित गर्म दूध की दुकानों पर देर रात तक दूध पीने के शौकीनों की भीड़ जुटी रही। उधर, सरदारपुरा बी रोड स्थित नमकीन की दुकान पर मिर्चीबड़े व जालोरी गेट स्थित एक अन्य दुकान पर गर्म समोसे लेने के लिए लोगों को कतार में लगना पड़ा।
ब्लेजर और स्वेटर में नजर आईं छात्राएं
सर्दी बढ़ने से स्कूल जाने वाले छात्र-छात्राएं स्वेटर और ब्लेजर में नजर आए। केएन कॉलेज में सुबह क्लास करने वाली छात्राएं भी स्वेटर, मफलर और जैकेट पहनकर ही कॉलेज पहुंची। 
सुबह से ही सर्द हवा और बारिश की हल्की फुहारों के बीच कॉलेज पहुंची छात्राओं ने क्लास शुरू होने से पहले कैन्टीन में फ्रेंड्स के साथ चाय की चुस्कियां ली और गर्म नमकीन का मजा लिया। फ्रेशर्स को स्कूल ड्रेस से छुटकारा पाने का बहाना मिल गया।
एक घंटे तक बूंदाबांदी 
शहर में वैसे तो सुबह से फुहारें गिरती रहीं। आसमान पर बादलों की आवाजाही के चलते सूर्य देवता के दर्शन दुर्लभ हो गए। दोपहर बाद बूंदाबांदी तेज हो गई। शाम को साढ़े तीन बजे बूंदाबांदी तेज हो गई। यह क्रम करीब एक घंटे तक चला। 
लोग ऊनी कपड़े लेने के लिए रेलवे स्टेशन के समीप लगने वाले तिब्बती बाजार में उमड़े, लेकिन बाजार बंद होने से ऊनी कपड़े खरीदने वालों को मजबूरी में शोरूम या ऊनी कपड़ों की दुकानों पर जाना पड़ गया। 
साभार- राजस्थान पत्रिका