सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : साभार - दैनिक भास्कर, पाली
पाली. रानी थाना क्षेत्र में तीन दिन पहले दो सगे भाइयों की हत्या करने के मामले का गुरुवार को राजफाश कर लिया। पुलिस ने इस मामले में मृतक के दो रिश्तेदार समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो आरोपियों की तलाश की जा रही है।
पुलिस का कहना है कि मृतकों के दो रिश्तेदारों ने बेड़ा गांव के एक कथित तांत्रिक व आदिवासी अंचल के पांच युवकों की मदद से वारदात को अंजाम दिया। आरोपियों से और पूछताछ कर जानकारी जुटाई जा रही है।
एसपी डॉ. बीएल मीणा ने बताया कि गत 20 सितंबर की रात करीब दो बजे वीरमपुरा गांव के बेरा पिपलिया निवासी जोधाराम सीरवी (65) व उसकी पत्नी तथा भाई रुपाराम (60) पर कुछ लोगों ने हमला बोल दिया था। इस घटना में जोधाराम व रुपाराम की मौत हो गई। एएसपी कल्याणमल मीणा के निर्देशन में सीओ बाली मोहनलाल खिन्नीवाल के साथ रानी थाना प्रभारी गोपसिंह देवड़ा, सादड़ी थाना प्रभारी चंद्रशेखर पालीवाल, उप निरीक्षक भंवरलाल पटेल की स्पेशल टीमों ने तहकीकात कर मृतकों के रिश्तेदार व उसी गांव के फुआराम सीरवी, वेलाराम तथा बेड़ा गांव के मोहनलाल उर्फ मानाराम मेघवाल को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने इसी मामले में उदयपुर के कोटड़ा आदिवासी इलाके के जोगीवाड़ा के छगन गरासिया, बाबू गरासिया, तथा गेना गरासिया को भी गिरफ्तार किया है, जबकि काूल तथा रामा गरासिया की तलाश की जा रही है। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर घटना में इस्तेमाल वाहन तथा लाठियां बरामदगी के प्रयास किए जा रहे है।
दोनों आरोपी मृतक से नाराज थे
पुलिस का कहना है कि आरोपी फुआराम व वेलाराम की मृतक जोधाराम से दुश्मनी थी। कुछ समय पहले आरोपी फुआराम सीरवी ने एक लड़की भगाने का प्रयास किया, जिस पर मृतक जोधाराम ने उसे समाज के सामने खरी खोटी सुनाई थी।
आरोपी वेलाराम भी जमीन विवाद को लेकर मृतक जोधाराम से गांठ बांध रखी थी। फुआ व वेला रिश्ते में ममेरे भाई है, जिन्होंने मृतक को सबक सिखाने का प्लान बनाया। दोनों ने इस काम के लिए बेड़ा निवासी मोहन उर्फ माना मेघवाल को तैयार किया। बेड़ा गांव के इस कथित तांत्रिक ने ही आदिवासी युवकों से फुआराम व वेलाराम से पहचान कराई।
चेक से दी बीस हजार की ‘सुपारी’
एसपी डॉ. मीणा ने बताया कि आरोपी फुआराम जोधपुर में किराणा की दुकान चलाता है। इसने वेलाराम और बेड़ा के मोहन मेघवाल की मदद से उदयपुर के कोटड़ा इलाके जोगीवाड़ा गांव के पांचों युवकों को बीस हजार रुपए की सुपारी देकर इस काम के लिए तैयार किया।
इस तरह दिया वारदात को अंजाम
तय प्लान के मुताबिक गत 20 सितंबर की देर शाम को आरोपी मोहन मेघवाल ने उदयप़ुर से सादड़ी पहुंचे पांचों आदिवासी युवकों को टैक्सी में वीरमपुरा गांव तक पहुंचाया। आरोपी फुआराम व वेलाराम भी मोटरसाइकिल पर उनके साथ थे।
आदिवासी युवकों को लाठियां भी आरोपियों ने उपलब्ध कराई। घटना वाली रात को आदिवासी युवकों ने नींद में सो रहे जोधाराम पर हमला किया और बाद में उठा कर पानी के टांके पर ले गए। बीच बचाव में आई उसकी पत्नी पर भी आरोपियों ने हमला किया। इस दौरान पड़ोस के मकान से रुपाराम उन्हें बचाने पहुंचा तो घर के बाहर खड़े तीनों आरोपियों ने उसे पकड़ लिया तथा बाद में आदिवासी युवकों ने उस पर भी हमला बोल दिया।