सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : Posted By Mangal Senacha on 22 Nov 2010, 11:04:47

कंटालिया,ग्राम पंचायत कंटालिया क्षेत्र में अरावली पर्वतमाला की हरियाली खतरे में है। इस क्षेत्र के जंगलों में हरे-भरे पेड़ों पर रोजाना सैंकड़ों कुल्हाडिय़ां चल रही हैं। स्थिति यह है कि जिन पहाडिय़ों पर हरे पेड़ नजर आते थे, वहां अब पेड़ों के ठंूठ कुल्हाड़ी के चोटों की कहानी बयां करते हैं। पेड़ों की अंधाधुंध कटाई कोई और नहीं आसपास के ग्रामीण घरेलू निस्तार के नाम बे-रोक-टोक कर रहे हैं। ऐसा नहीं है कि इस वन क्षेत्र की सुरक्षा के लिए वनकर्मी तैनात नहीं है। कुछ जागरूक ग्रामीणों ने वनकर्मियों पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया है। जानकारी के अनुसार इस बार हुई अच्छी बारिश से कंटालिया पंचायत क्षेत्र के जंगल में हरीतिमा छाई हुई है। शेष&पेज 13
परंतु कुछ दिनों से इस हरितिमा पर कुल्हाडिय़ों से हमला हो रहा है। इन दिनों इस क्षेत्र में पेड़ों की अंधाधुंध कटाई की जा रही है। रोजाना सैंकड़ों ग्रामीण महिला-पुरुष यहां तक कि बच्चे भी जंगल से जलाने के लिए लकड़ी के नाम पर हरे पेड़ काट कर अपने घर लाते हैं। हालात तो यह है कि जंगल से गांवों की तरफ आने वाले रास्तों में सैंकड़ों महिला व पुरुष खेजड़ी, कुमटिया व बबूल की गीली लकडिय़ों की भारियां लाते नजर आते हैं। यह सिलसिला पिछले कई दिनों से चल रहा है और दिनों दिन जंगल में कुल्हाड़ी चलाने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। हालांकि इस वन क्षेत्र में वनकर्मी तैनात हैं परंतु, जंगल में कटे पेड़ों के ठंूठ उनके होने न होने की ओर इशारा करते हैं। जागरूक ग्रामीणों ने वनकर्मियों की लापरवाही के चलते हो रही जंगल की बर्बादी पर रोष जताया है। अरावली क्षेत्र विकास समिति के अध्यक्ष प्रतापसिंह ने तो वनकर्मियों पर जंगल बर्बाद करने वालों के साथ मिलीभगत का भी आरोप लगाया है। समस्या सिर्फ पेड़ काटे जाने की नहीं है, बल्कि वन्य जीवों के आश्रय स्थलों पर भी खतरा बढ़ गया है। सप्ताह भर से ज्यादा समय से लोग बे-रोक-टोक पेड़ों को धाराशायी कर रहे हैं और उधर, वन विभाग के अधिकारियों को जानकारी नहीं होना विभागीय कर्मचारियों की उदासीनता को दर्शाता है।
साभार- दैनिक भास्कर