सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : Mangal Sencha 2010-11-21 11:11:08.000000

सुमेरपुर। शनिवार को आयोजित जवाई कमाण्ड क्षेत्र के किसानों की बैठक में जल उपयोक्ता संगम अध्यक्षों ने बारिश के मद्देनजर दूसरी पाण सिंचाई के लिए जवाई की नहर 25 नवम्बर की जगह 10 दिसम्बर को खोलने का प्रस्ताव पारित किया।
मण्डी समिति में किसान संघर्ष समिति व जवाई कमाण्ड किसान यूनियन के संयुक्त तत्वावधान में किसानों की बैठक का आयोजन हुआ। जिसमें उपखण्ड अघिकारी नरेन्द्र बंसल, तहसीलदार शक्तिसिंह, जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता प्रदीप रूस्तगी, जल उपयोक्ता संगम अध्यक्षों समेत कमाण्ड क्षेत्र के किसानों ने भाग लिया। बैठक में पहली पाण की सिंचाई आई परेशानी, इलाके में हुई पर्याप्त बारिश से उत्पन्न स्थिति व दूसरी पाण की सिंचाई के संबंध में समीक्षा की गई।
बैठक में किसानों ने पानी की बर्बादी रोकने के लिए खालियों का निर्माण करवाने की मांग रखी। जिस पर उपखण्ड अघिकारी ने विकास अघिकारी दिनेश बोहरा को खालियों की मरम्मत का महानरेगा में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। किसानों ने अघिकारियों को पहली पाण की बाराबंदी में त्रुटियों की जानकारी देते हुए सूची में संशोधन की मांग रखी। अघिकारियों ने किसानों को सूची में सुधार का भरोसा दिलाया। बैठक में जल उपयोक्ता संगम अध्यक्षों ने बारिश के मद्देनजर दूसरी पाण सिंचाई के लिए जवाई की नहर 25 नवम्बर की जगह 10 दिसम्बर को खोलने का प्रस्ताव पारित किया।
बैठक के बाद किसानों ने जल संसाधान कार्यालय जाकर गत दिनों हुई बारिश से जवाई में आए सौ एमसीएफटी पानी व पहली पाण में शेष बचे पानी की जानकारी ली। किसानों ने अध्यक्ष जयेन्द्रसिंह, डेयरी अध्यक्ष प्रतापसिंह बिठिया, श्यामसिंह देवडा के नेतृत्व में उपखण्ड अघिकारी को कलक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। जिसमें दूसरी पाण के लिए नहर 10 दिसम्बर को खोलने व अतिरिक्त पानी किसानों को सिंचाई में देने की मांग रखी। बैठक में भंवरसिंह चौधरी, भीमसिंह राजपुरोहित, संगम अध्यक्ष नरपतसिंह मदेरणा, धनसिंह, रघुवीरसिंह, बजरंगसिंह, उपप्रधान नाहरसिंह, ईश्वरसिंह थूम्बा, नरसाराम कुमावत, मनोहरसिंह, रूपाराम समेत कई प्रबुद्धजन उपस्थित थे।
साभार - राजस्थान पत्रिका
(uploaded by Mangal Senacha,Bangalore, on 21 Nov. 2010 at 10.52AM )
-------------------
सर्दी ने दिखाया रंग
जोधपुर। मारवाड में सर्दी अब रंग दिखाने लगी है। सम्भाग में अधिकांश स्थानों पर शनिवार को न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट आई। सिरोही स्थित प्रदेश क एक मात्र पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू में न्यूनतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस ही रह गया। सम्भाग मुख्यालय जोधपुर में भी पिछले दो दिनों में पारा लगभग सात डिग्र्री गिर गया। अचानक बढी ठण्ड के कारण लोग जल्दी घर पहुंच कर रजाइयों में दुबकने लगे हैं। इधर सुबह सुबह छाए रहने वाले कोहरे का असर रेल यातायात पर पडने लगा है। इस वजह से लम्बी दूरी की मरूधर एक्सप्रेस व गुवाहाटी एक्सप्रेस गाडियां निर्धारित समय से छह से आठ घंटे देरी से पहुंची।
पश्चिम विक्षोभ से हुई बारिश का असर घटने के साथ ही मारवाड में सर्दी का असर बढने लगा है। अब तक दिन में गर्मी का अहसास हो रहा था, लेकिन शनिवार को ठण्डी हवा के कारण धूप सुहानी लगी। कई लोग दोपहर में भी आधी बांह का स्वेटर पहने हुए नजर आए। सूर्यास्त के बाद सर्दी का असर बढ गया और लोगों ने जल्दी घर में घुसने में ही भलाई समझी। बीती रात अचानक बढी सर्दी से सूर्यनगरी में न्यूनतम तापमान में गिरावट का क्रम बना रहा। यहां रात का पारा 12.6 डि.से. रेकार्ड किया गया। अलसुबह ठिठुरन महसूस हुई। अधिकतम तापमान हालांकि 29.5 डि.से. रहा, फिर भी दिन में भी सर्दी का अहसास हो रहा था।
नागौर में अलसुबह कोहरे की परत छाई रही। बाडमेर और जैसलमेर में भी शनिवार को न्यूनतम तापमान के करीब दो डिग्री गिर जाने से खुले स्थान रहने वाले लोगों को अलावा तापने पडे। बाडमेर में तापमान अधिकतम 30 व न्यूनतम 14.3 और जैसलमेर में पारा अधिकतम 31.2 व न्यूनतम 14.4 डि.से. रेकार्ड किया गया।
साभार - राजस्थान पत्रिका
(uploaded by Mangal Senacha,Bangalore, on 21 Nov. 2010 at 10.54AM )--------