सीरवी समाज - मुख्य समाचार

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चंडावल स्वामी वासुदेव महाराज के सान्निध्य में देवली कलां मार्ग स्थित श्री गोर्वधननाथ गोशाला में चल रहे 9 दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा महोत्सव का हर्षोउल्लास के साथ समापन हो गया। संत चेतनगिरी महाराज ने कहा कि गोसेवा से बढ़कर कोई पुण्य नहीं है। हमें अपने माता-पिता की सेवा के साथ गोमाता की भी सेवा करनी चाहिए। संत ने भगवान श्रीकृष्ण के प्रेम प्रंसगों का वर्णन करते हुए मंत्र मुग्ध भजनों की कर्णप्रिय भजनों की प्रस्तुति दी तो पंडाल में मौजूद श्रद्धालु झूमने लग गए। कथा प्रांगण में क्षेत्र की महिलाओं, पुरुषों तथा नन्हे बालक-बालिकाओं का भारी जन सैलाब उपस्थित था। इस मौके पर वासुदेव महाराज, मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष पुखराज सीरवी, पं.स. सदस्य गिरवरसिंह राठौड़, समाजसेवी राजेन्द्रसिंह चौधरी सहित कई संत-महात्मा मौजूद थे।
साभार - दैनिक भास्कर
(uploaded by Mangal Senacha,Bangalore, on 20 Nov. 2010 at 11.08AM )