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पाली । अच्छी बारिश से जलाशयों में पानी की आवक से खुश काश्तकार रबी में अच्छी फसल होने की आस लगाए हैं और बुवाई से पहले फिर बारिश होने से किसानों की प्रसन्नता का कोई ठिकाना नहीं है, लेकिन जिले में अनुदानित गेहूं के बीज की कमी चिंता का कारण बन गई है।
कृषि आयुक्तालय ने 15 जिलों में गेहूं उत्पादन बढाने के उद्देश्य से 25 नवम्बर तक 3 लाख 18 हजार 450 क्विंटल गेहंू के प्रमाणित बीज अनुदान पर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। इसके बाद इसी माह में गेहूं के बीज का वितरण भी शुरू हो गया, लेकिन पाली जिले में अब तक 4 हजार 238 क्विंटल बीज ही पहुंचा है। और वितरण की अन्तिम तिथि आने में महज एक सप्ताह का समय शेष रह गया है।
निजी विक्रेता शामिल : अनुदान पर दिया जाने वाले प्रमाणित बीज के लिए सिर्फ बीज उत्पादक संस्थाएं ही अधिकृत थीं। नए नियम के अनुसार अधिकृत निजी बीज विक्रेता भी शामिल कर लिए गए हैं।
बीज के लिए चर्चा
कृषि विभाग के अधिकारियों की बैठक मंगलवार को हुई। बैठक में जिला प्रमुख खुशवीरसिंह ने विभाग के आयुक्त से बात कर जिले के लिए 9 हजार क्विंटल गेहूं का प्रमाणित बीज उपलब्ध कराने को कहा। हाल में हुई बारिश के मद्देनजर कृषि अधिकारियों ने तारामीरा की बुवाई को उचित माना। इस पर कृषि विभाग के उप निदेशक ने तारामीरा बुवाई की जानकारी किसानों को देने के निर्देश दिए।
जिले में इतना पहुंचा है बीज
जिले में 15 हजार क्विंटल गेहूं का बीज अनुदान पर उपलब्ध कराना था। इसमें से अभी तक राजस्थान राज्य बीज निगम ने साढे दस हजार क्विंटल के स्थान पर 2774 क्विंटल, निजी विक्रेताओं ने 2500 क्विंटल के स्थान पर 720 क्विंटल, राष्ट्रीय बीज निगम ने 1850 क्विंटल के स्थान पर 744 क्विंटल गेहूं ही उपलब्ध कराया है। अन्य स्थानों से प्राप्त होने वाले करीब 200 क्विंटल गेहूं में से अभी तक एक क्विंटल भी नहीं मिला है। जितना बीज कम पड रहा है, उसकी शीघ्र ही व्यवस्था कर दी जाएगी। इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। कई स्थानों पर बीज के लिए बात भी कर ली है।
रमेशकुमार जारोली, उपनिदेशक, कृषि विभाग, पाली
साभार - राजस्थान पत्रिका
uploaded by Mangal Senacha,Bangalore, on 17 Nov. 2010 at 11.54AM )