सीरवी समाज - मुख्य समाचार
	
	
	
	 
	Posted By : साभार - पत्रिका 
	
	
बड़वानी। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 9 माह से 10 वर्ष तक के बच्चों को मीजल्स का दूसरा टीका लगाने में अपने पायलेट प्रोजेक्ट में बड़वानी जिले को भी सम्मिलित किया है। इसके तहत जिले में लगभग 3.15 लाख बच्चों को यह टीका नवंबर के अंतिम सप्ताह में लगाया जाएगा।
कलेक्टर संतोष मिश्र की अध्यक्षता एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसएस वास्कले, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शरद पुरोहित, सिविल सर्जन डॉ. बीके सवनेर, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. अरविंद विश्नार, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास गणेश भाबर महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी आरपी रमणवाल की उपस्थिति में सम्पन्न बैठक में विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ. मिझानुर रहमान एवं डॉ. सुधीर सोनी ने बताया कि इस पायलेट प्रोजेक्ट के तहत मप्र के 6 जिले सम्मलित किए गए हैं।
इसमें बड़वानी जिला भी शामिल है। इन जिलों में संभवत: 29 नवंबर से यह अभियान प्रारंभ किया जाएगा। इस अभियान के तहत स्कूलो, आंगनवाडियों, दुर्गम क्षेत्रों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों पर सर्वे किए गए बच्चों को टीका लगाया जाएगा। इंजेक्शन के माध्यम से लगाए जाने वाले इस टीके के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण देने की कार्रवाई शीघ्र प्रारंभ की जाएगी, जबकि टीके लगाए जाने वाले बच्चो का सर्वे का कार्य लगभग पूरा हो गया है। 
बैठक में बताया गया कि तीन सप्ताह के इस अभियान के प्रथम सप्ताह में स्कूलों, आंगनवाडियो एवं स्वास्थ्य केन्द्रो पर टीके लगाए जाएंगे, जबकि दूसरे व तीसरे सप्ताह में प्रथम सप्ताह के दौरान छूट गए बच्चों को एवं स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों को टीका लगाया जाएगा। बैठक में कलेक्टर ने शिक्षा विभाग, आदिवासी विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे आपसी समन्वय से उक्त कार्य को अंजाम दे, साथ ही स्थानीय जनप्रनिधियां, गणमान्यजनों, स्वयं सेवी संस्थाओं, धार्मिक एवं राजनीतिक संगठनों के सदस्यों विभिन्न जातिगत आधारित संगठनों के पदाधिकारियो का भी सहयोग इस कार्य में प्राप्त करे, जिससे वांछित परिणाम प्राप्त किए जा सके।
दूसरा टीका क्यों? 
अभी भारत में मीजल्स का एक टीका ही बच्चों का लगाया जाता है, जबकि विश्व के अधिकांश देशों में दूसरा टीका भी लगाया जाता है। पूरे विश्व में मीजल्स से मरने वाले बच्चो में 75 प्रतिशत बच्चे भारत के होते हंै। इस बात को ध्यान में रखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने प्रारंभिक तौर पर भारत के 14 राज्यों के 47 जिलों का चयन किया है, जहां पर पायलेट प्रोजेक्ट के तहत बच्चों को मीजल्स का दूसरा टीका लगाया जाएगा। 
(uploaded by Mangal Senacha,Bangalore, on 14 Nov. 2010 at 4.15AM )