सीरवी समाज - मुख्य समाचार
	
	
	
	 
	Posted By : (साभार - दैनिक भास्कर  
	
	
बिलाड़ा बेमौसम की बरसात ने जिले के किसानों को चिंता में डाल दिया। कई जगह बुधवार देर रात से शुरू हुआ बारिश के दौर ने न केवल खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाया बल्कि कटी फसलों को भी खराब कर दिया। बरसात से बढ़ी ठंड के कारण मौसमी बीमारियां फैलने की आशंका भी बढ़ गई है। बारिश के कारण जीरा, ईसबगोल, रायड़ा, कपास सहित मूंग, मोंठ, ग्वार और मूंगफली की खड़ी फसलों पर असर 
बिलाड़ा और आसपास के इलाकों में दिन-रात बरसी बारिश ने किसानों के सपनों को चकनाचूर कर दिया। कपास की बुवाई कर रही कृषक महिलाओं ने रिमझिम बरसती बारिश में कपास को बीन तो लिया लेकिन नमी के कारण कपास की फसल शाम तक खराब होने लग गई। इससे किसानों के चेहरे मुरझा गए। बिलाड़ा के किसानों को बेमौसम आने वाली इस बारिश से काफी नुकसान की आशंका है। इन दिनों महिलाएं तथा पुरुष कपास को बीन कर उपज बेचने की तैयारी में लगे थे लेकिन लगातार 18 घंटे तक चली बारिश ने उनकी तैयारी पर पानी फेर दिया। बारिश के कारण शहर में छोटे-बड़े गड्ढे भी पानी से लबालब हो गए और गली-मोहल्लों में कीचड़ व गंदगी हो गई।
पिचियाक, कस्बे सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों में बारिश होने के कारण सर्दी तेज हो गई है। गुरुवार को सुबह 6 बजे शुरू हुई बारिश 10 बजे तक चली। दिनभर बादल छाए रहने से सूर्य के दर्शन नहीं हुए। तेज हवाओं के चलने के कारण मौसम में ठंडक घुल गई। रात्रि में भी सर्दी का असर बढऩे के साथ ही शाम 6 बजे ही लोगों को गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ता है। 
(uploaded by Mangal Senacha,Bangalore, on 14 Nov. 2010 at 11.36AM )