सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : साभार - दैनिक भास्कर - जोधपुर

बिलाड़ा मां-बाप को चाहिए कि अब वे बेटा-बेटी में भेदभाव छोड़ कर लड़कियों को ऊंची शिक्षा दिलाएं ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। यह कहना था आई पंथ के धर्मगुरु दीवान माधवसिंह का। वे उदलियावास गांव में शनिवार को आईजी उच्च प्राथमिक विद्यालय में भामाशाह की ओर से बनवाई गई प्याऊ के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि थे। उन्होंने बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन देने और विद्यालय के शैक्षणिक स्तर में सुधार कर सौ प्रतिशत परीक्षा परिणाम दिया जाए। यह प्याऊ दानवीर भामाशाह पन्नालाल हांबड़ की ओर से उनकी पत्नी की स्मृति में 1 लाख 25 हजार की लागत से बनाई गई है।
समारोह को संबोधित करते हुए दीवान ने आह्वान किया कि शिक्षित बालिका ही परिवार के दायित्व सहजता से निभा सकती है। दीवान साहब ने आई पंथ के नियमों की पालना करने की बात कही। मानवाधिकार आयोग के सदस्य पुखराज सीरवी ने माता-पिता की सेवा को सबसे बड़ा पुण्य बताया। क्षेत्रीय विधायक अर्जुनलाल गर्ग ने परोपकारी कार्यों में आगे आने तथा विकास कार्यों में सहयोग करने का आह्वान किया।
ग्रामीणों ने परंपरानुसार दीवान का बंधावणा किया। 101 महिलाओं की कलश यात्रा निकाली गई तथा बैल पूजन किया गया। कलश यात्रा व पारंपरिक गैर नृत्य देखने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। कलश यात्रा के दौरान ग्रामीणों ने आई माता के जैकारे लगाए। समारोह में दीवान साहब ने भामाशाह पन्नालाल हांबड को आशीर्वाद दिया। आई माता की महाआरती कर पवित्र भोज लगाया गया। इसके बाद बढेर स्थली में दीवान साहब ने शिरकत की।
ग्रामीणों ने आई माता की श्रद्धा से आरती की तथा खुशहाली की कामना की। इससे पहले नवनिर्मित श्री आई उच्च प्राथमिक विद्यालय के नवनिर्मित भवन के उद्घाटन समारोह में दीवान साहब ने नल चालू कर पानी के जग भर कर बच्चों को पानी पिलाया। इस अवसर पर पूरे गांव को प्रतिभोज निमंत्रण दिया गया। समारोह में विधायक अर्जुनलाल गर्ग, मानवाधिकार आयोग के सदस्य पुखराज सीरवी सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
(uploaded by Mangal Senacha,Bangalore, on 10 oct. 2010 at 8.47AM )