सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : साभार- राजस्थान पत्रिका, पाली

पाली । जिस पशुपालक के पास दो दुधारू भैंस है, वह अब लखपति है। प्रदेश में इस बार अच्छी बारिश से दुधारू मवेशियों का मोÝ दोगुना हो गया है। मानसून की बारिश से अच्छा चारा-पानी होने से पशुपालकों की बल्ले-बल्ले हो गई है। डेयरी सूत्रों की माने तो मवेशियों की हालत सुधरने से दूध उत्पादन भी बढ सकता है।
राज्य में पिछले साल अकाल के कारण मवेशियों की हालत पतली हो गई थी। चारा-पानी की कमी से मवेशी मरने लगे थे। परेशान पशुपालक अपने मवेशियों को सस्ती दर पर बेचने लगे थे। महंगे दाम की भैंस पन्द्रह से बीस हजार रूपए में व गाय तीन से चार हजार रूपए में बिकी।
इस बार अच्छे मानसून ने हालात बदल दिए हैं।
खेतों में चारा लहलहाने लगा तो पशुपालकों का ध्यान फिर से मवेशियों की ओर आ गया। एक बार में सात से दस लीटर दूध देने वाली भैंस की कीमत अब 40 से 60 हजार रूपए हो गई है। वहीं गाय दस हजार रूपए में बिकने लगी है। पशुपालक जवरीलाल का कहना है कि मारवाड में अब पशुपालक दुधारू पशु बेचने को तैयार नहीं हैं। चारा सस्ता होने से पशु महंगे हो गए हैं।
गिरोह भी सक्रिय
इधर, मवेशियों के दाम बढने से मवेशी चोर गिरोह भी सक्रिय होने लगे हैं। चोरों की नजर अब दुधारू पशुओं पर है। इन दिनों मारवाड-गोडवाड में भैंस चोरी की घटनाएं होना शुरू हो गई हैं।
(uploaded by Mangal Senacha,Bangalore, on 17 sept. 2010 at 11.51AM )