सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : साभार- राजस्थान पत्रिका, पाली
पाली,जिले भर में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से आम लोग भले ही खुश हो, लेकिन किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें उभरने लगी हैं। अधिकतर स्थानों पर खेतों में खड़ी फसलें पकने की अवस्था में हैं तो कई फसलें पक गई हैं। ऐसे में अब हो रही बारिश से उनमें खराबा हो रहा है। सबसे अधिक खराबा दलहनी फसलों में है। मूंग, मौठ, चवला की फलियां पक कर सूख गई हैं। ऐसे में बारिश होते ही वे फलियां छिटक जाती है।
कई स्थानों पर फलियां वापस अंकुरित हो रही हैं। किसानों का कहना है कि इस बारिश से खेतों में 10 से 15 प्रतिशत तक खराबा हुआ है। जिले के खेतावास, निंबोल व लांबिया व जोजावर समेत कई क्षेत्रों में बारिश से फसलें खराब हो रही हैं। किसानों का कहना है कि देवराज इंद्र की मेहरबानी से इस बार मानसून भी अच्छा था, खेतों में फसलें भी लहलहा रही थीं, लेकिन अब लगातार हो रही बारिश से जो फसलें पकने की अवस्था हैं उनको नुकसान हो रहा है। इसके अलावा जिन खेतों में पानी का भराव हो गया वहां भी नुकसान हो रहा है। बाजरा की फसल बारिश से तिरछी हो रही है। साथ ही पके हुए सिट्टों में पानी का भराव होने से भी खराबा हो रहा है।
तिल की फसल पर फूल आ गए हैं ऐसे में बारिश होने से फूल नीचे गिर रहे हैं। बारिश से फसल को नुकसान होने की बात कृषि विभाग के अधिकारी भी स्वीकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि जहां मूंग, मोठ व चवला की फलियां पक गई हैं, उनको कुछ नुकसान हो सकता है। बाजरा तिरछी होने से तथा पके सिट्टे में पानी का भराव होने से भी खराबा हो सकता है। उनका कहना है कि अभी इसका आकलन किया जा रहा है।
यह होता है नुकसान
किसानों का कहना है कि चवला, मौठ व मूंग की फसल पर बारिश होने से दाने काले पड़ जाते हैं। साथ ही दानों का वजन भी कम होने का खतरा रहता है। फसल आड़ी— तिरछी गिरने से भूमि को छू रहे सिट्टे काले पडऩे लगते हैं। इसमें फफूंद व फंगस पैदा होने लगता है।
जिन फसलों की पहले बुवाई हुई थीं वे अब पकने की अवस्था में है। उनको इस बारिश से कुछ नुकसान हो सकता है। मूंग, मौठ व चवला की फलियां पक गई हैं। वे बारिश से छिटक जाती है। पानी का भराव होने से तिल की फसल को नुकसान होता है। विभाग की ओर से नुकसान का पता लगाया जा रहा है।
रमेश कुमार जारोली,
उप निदेशक कृषि विभाग, पाली
बरसात से मूंग व मौठ व चवला की पकी फलियां छिटक रही हैं। ऐसे में दलहन की फसलों में नुकसान हो रहा है।
गणेशाराम चौधरी, खेतावास
इन दिनों हो रही बारिश से पकी हुई मूंग व बाजरे की फसल नीचे झुक रही है। बारिश से बाजरे के सिट्टेे व मूंग की फलियां फिर अंकुरित होने लगी हैं। इससे फसलों को नुकसान हो रहा है
बाबूलाल व खेताराम मेघवाल, निंबोल
यह हुई जिले में बुवाई
बुवाई का लक्ष्य
5 लाख 3 हजार
बुवाई हुई
5 लाख 66 हजार 933
चवला की बुवाई
2474
मूंग की बुवाई
99864
मौठ की बुवाई
3482
बाजरा की बुवाई
(uploaded by Mangal Senacha,Bangalore, on 16 sept. 2010 at 12.31AM )