सीरवी समाज - मुख्य समाचार
	
	
	
	 
	Posted By : -मानाराम परिहार व वेदप्रकाश पाण्डेय vedp 
	
	
बेंगलोर। श्री सीरवी सेवा संघ कर्नाटक ट्रस्ट का चौदहवां वार्षिक सम्मेलन तथा भादवी बीज पर्व शुक्रवार को श्री आईमाता टेम्पल स्ट्रीट, रूपेन अग्रहारा स्थित संघ भवन (बडेर) में अत्यन्त उल्लासमय वातावरण में श्रद्धा व भक्ति भाव के साथ धूमधाम से मनाया गया। दिन भर चले कार्यक्रम में ब‹डी संख्या में समाज के लोगों ने सपरिवार उत्साह व उमंग के साथ भाग लिया तथा पूरे आयोजन के दौरान श्रद्धा,भक्ति और विश्वास की त्रिवेणी का संगम देखने को मिला। कार्यक्रम की शुरुआत शोभायात्रा से हुई। परम्परागत तरीके से सजाये गये वाहन पर आईमाता का चित्र रख कर पूजा-अर्चना की गयी और उसके पश्चात शोभायात्रा संघ भवन (बडेर) से रवाना हुई। बैंड-बाजे की सुमधुर धुन पर नाचते-गाते युवाओं की टोली आगे और पीछे रंग-बिरंगे राजस्थानी
परिधानों में सजे-धजे वृद्धों, महिलाओं और बच्चों का समूह ‘एक-दो-तीन-चार, आईमाता की जय-जयकारङ्क, ‘तीन युगों से न्यारा आईपंथ हमाराङ्क, आईमाता की जय, धर्मगुरु दीवान साहब की जय का जयकारा लगाते हुए चल रहा था। शोभा यात्रा रूपेन अग्रहारा, बोम्मनहल्ली, एच.एस.आर. लेआऊट
होते हुए वापस मंदिर (बडेर) पहुंचकर धार्मिक समारोह में परिवर्तित हो गयी। इसके पश्चात वार्षिक सम्मेलन का मुख्य समारोह आरंभ हुआ। सबसे पहले श्री आईमाता की पूजा-अर्चना, स्तुति व मंगल आरती हुई और उसके बाद आमसभा की कार्यवाही आरंभ हुई। संघ के अध्यक्ष श्री फाऊलाल परिहारिया, सचिव श्री लक्ष्मणराम आगलेचा, उपाध्यक्ष श्री मांगीलाल चोयल, सहसचिव श्री छैलाराम काग, सह कोषाध्यक्ष श्री भुण्डाराम हाम्बड, प्रचार सचिव श्री मानाराम परिहार, पूर्व अध्यक्ष श्री मूलाराम राठौ‹ड, पूर्व सचिव श्री प्रभुराम परिहार व अन्य पदाधिकारियों तथा कार्यकारिणी सदस्यों ने समारोह में पधारे अतिथियों स्थानीय पार्षद श्री मंजुनाथ रेड्डी, भाजपा नेता श्री सलाम अहमद, स्थानीय नेता श्री नरसिंहमूर्ति तथा राजस्थान से पधारे समाज के बुजुर्गों का स्वागत किया। इस अवसर पर संघ के अध्यक्ष श्री फाऊलाल परिहारिया ने अपने अध्यक्षीय भाषण में समारोह में पधारे सभी अतिथियों तथा समस्त स्वजातीय बंधुओं का स्वागत करते हुए कहा कि हमें अपने धर्म के प्रति निष्ठा, गुरु के प्रति श्रद्धा, बडे-बुजुर्गों के प्रति आदर भाव तथा दीन-दुखियों के प्रति दया भाव रखना चाहिए। जिन लोगों में यह भावना होती है, श्री आईमाताजी उनका हमेशा कल्याण करती हैं। उन्होंने कहा कि रूपेन अग्रहारा में श्री आईमाताजी के भव्य मंदिर निर्माण का कार्य जोरों पर चल रहा है। सचिव श्री लक्ष्मणराम आगलेचा ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए साल भर में संघ की गतिविधियों की जानकारी दी। कोषाध्यक्ष श्री ताराराम चोयल ने वर्ष २००९-१० के वार्षिक आय-व्यय का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया, जिसे करतल ध्वनि के साथ स्वीकृति प्रदान की गयी। कार्यक्रम के दौरान संघ की ओर से समाज के बुजुर्गों तथा क्षेत्रीय बडेरों से आए प्रतिनिधियों तथा बोली लगाने वाले समाज के सदस्यों का माल्यार्पण व स्मृति चिङ्घ से स्वागत किया गया।
इस अवसर पर श्री सीरवी समाज ट्रस्ट आनेकल के अध्यक्ष श्री बाबूलाल परिहार, सीरवी सेवा संघ लिगराजपुरम के अध्यक्ष श्री प्रभुराम काग एवं सचिव श्री तुलसाराम राठौड, सीरवी समाज होसा रोड के अध्यक्ष श्री मलाराम सहित समाज के अनेक गणमान्य व्यक्ति समारोह में उपस्थित थे। अंत में उपाध्यक्ष
श्री मांगीलालजी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। नवयुवक मण्डल ने व्यवस्था में सक्रिय सहयोग प्रदान किया। आईमाता की प्रसादी के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। भादवी बीज की पूर्व संध्या पर आयोजित सत्संग-जागरण कार्यक्रम में भी बडी संख्या में आईभक्त सम्मिलित हुए तथा रात भर माताजी के सुमधुर
भजनों की प्रस्तुति का सिलसिला चला।
-मानाराम परिहार
प्रचार सचिव, श्री सीरवी सेवा संघ कर्नाटक ट्रस्ट
(uploaded by Mangal Senacha,Bangalore, on 15 sept. 2010 at 12.36noon )