सीरवी समाज - मुख्य समाचार
	
	
	
	 
	Posted By : साभार - दैनिक नवज्योति- जोधपुर 
	
	
जैतारण। पालिका प्रशासन की कथित लापरवाही के चलते शहर में लंबे समय से पालिका क्षेत्र में बढ़ते अतिक्रमणों पर अंकुश नहीं लगाए जाने से यहां अतिक्रमणों की बाढ़ आई हुई है।  पालिका द्वारा अपने अधिकारों का सख्ती के साथ प्रयोग नहीं करने से शहरभर में कोई भी खाली जगह पर लोग काबिज होकर कच्चे व पक्के निर्माण कार्य कर रहे हैं।  मगर पालिका प्रशासन मूकदर्शक बन बैठी है। शहर में दिन-ब-दिन बढ़ते अतिक्रमणों के चलते शहर का हुलिया भी अब धीरे-धीरे बदलने लगा है। पालिका द्वारा यद्यपि अतिक्रमणों को हटाने के लिए कई मर्तबा शहर में सार्वजनिक सूचनाएं प्रसारित की, मगर अतिक्रमण हटाने के नाम पर नगरपालिका पर हमेशा ही राजनैतिक दबाव आने से पालिका की अतिक्रमण हटाओ, कार्यक्रमों की हवा निकल जाती है। बताते चले कि पालिका द्वारा पांच वर्ष पहले अवैध अतिक्रमण हटाने की योजना तैयार कर शहरभर में अतिक्रमणों को चिन्हित किया। जिसमें तीन सौ से अधिक स्थान ऐसे मिले, जहां लोगों ने अवैध रूप से अतिक्रमण मकानों, दुकानों, पड़त भूमि पर कच्चा-पक्का निर्माण कर रखा था। उसके बाद आज दिन तक पालिका ने इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की। वैसे देखा जाए तो पालिका परिक्षेत्र में विभिन्न भागों में सर्वाधिक अतिक्रमण प्रभावशाली लोगों के हैं, जिन्हें बेदखल करने के लिए नगरपालिका उनके सामने लचर होती नजर आती है। यही कारण है कि जैतारण शहरभर में पिछले एक दशक से पूरा शहर अतिक्रमण की चपेट में है। नगरपालिका की साधारण सभा की बैठकों में हर बार अतिक्रमण हटाने के लिए लंबे-चौड़े प्रस्ताव लिए जाते हैं, मगर प्रभावी कार्रवाई के अभाव में प्रस्ताव भी फाइलों में ही दम तोड़ रहे हैं। पालिका प्रशासन यदि अतिक्रमियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है तो शहर का असली रूप सामने आने के साथ ही लाखों रुपए की बेशकीमती जमीन भी मुक्त हो सकेगी।-
अधिकारी उवाच
 जैतारण पालिका द्वारा शहरभर के अवैध अतिक्रमणों की सूची तैयार कर रखी है। पालिका क्षेत्र में अतिक्रमणों को रोकने के लिए पालिका प्रशासन द्वारा व्यापक कार्रवाई की जाएगी। 
- इन्द्रसिंह राठौड़ , अधिशासी अधिकारी नपा, जैतारण। 
(uploaded by Mangal Senacha,Bangalore, on 15 sept. 2010 at 12.16noon )