सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : साभार -राजस्थान पत्रिका पाली

पाली । इन्द्रदेव ने दो वर्ष तक लगातार जिले से मुंह मोडे रखा, लेकिन इस बार लोगों के प्यासे कंठ और सूखे खेत देखकर उनका दिल भर आया। परिणाम यह हुआ कि इन्द्र इस बार जिले में अमृत बरसाकर पिछली कमी की भरपाई कर रहे हैं। जिले में औसत वर्षा 455 मिली मीटर की तुलना में अब तक 506.66 मिली मीटर बारिश दर्ज हुई है। जिले के बांधों में पानी की आवक से किसानों के चेहरों पर प्रसन्नता छा गई है। पेयजल को लेकर जलदाय विभाग की चिंता भी खत्म हो गई है।
अब इतनी हुई वर्षा
जिले में सबसे अधिक वर्षा बाली तहसील में 758 मिली मीटर तथा सबसे कम रोहट में 321 मिली मीटर हुई है। पाली में 332 मिली मीटर, देसूरी में 514, सोजत में 503, मारवाड जंक्शन में 491, जैतारण में 450, रायपुर में 695 तथा सुमेरपुर में 497 मिली मीटर वर्षा दर्ज की गई है।
दस बार हुई औसत से ज्यादा वर्षा
जिले में 1983 से अब तक 10 बार औसत से ज्यादा वर्षा हुई। सबसे अधिक वर्षा 1990 में 858.46 मिली मीटर हुई थी। वर्ष 1983 में 704.50 मिली मीटर, 1992 में 756.83, 1994 में 826.49, 1995 में 579.29, 1996 में 634.20, 1997 में 696.09, 2001 में 525.22, 2006 में 637.40 तथा 2007 में 550.57 मिली मीटर वर्षा हुई।
पूरा जिला रहा बाढ से प्रभावित
पिछले 27 सालों में वर्ष 1983, 1990, 1992 व 1994 में पूरा जिला बाढ से प्रभावित हुआ। वर्ष 1996, 1997 व 2006 में बाढ तो आई, लेकिन पूरे जिले के स्थान पर कुछ क्षेत्र ही बाढ से प्रभावित हुए थे।
इतनी है औसत वर्षा
जिले में सर्वाधिक औसत वर्षा देसूरी तहसील में 589 मिली मीटर है। पाली में 373 मिली मीटर, रोहट में 320, बाली में 517, सोजत में 382, मारवाड जंक्शन में 469, जैतारण में 396, रायपुर में 461 तथा सुमेरपुर में 480 मिली मीटर औसत वर्षा होती है।
(uploaded by Mangal Senacha,Bangalore, on 14 sept. 2010 at 11.26AM )