सीरवी समाज - मुख्य समाचार
	
	
	
	 
	Posted By : साभार -राजस्थान पत्रिका पाली 
	
	
पाली । जवाई के पानी से प्यास बुझा रहे शहरवासियों के हलक अब एकमाह तक हेमावास बांध तर करेगा। जवाई-पाली पाइपलाइन में शीघ्र ही एक माह का क्लोजर लेकर हेमावास का पानी शहर को दिया जाएगा। यह निर्णय रविवार को हेमावास स्थित सिंचाई विभाग के रेस्ट हाउस में जिला कलक्टर नीरजकुमार पवन की अध्यक्षता में आयोजित हेमावास जल वितरण कमेटी की बैठक में किया गया। सिंचाई के लिए हेमावास बांध कमांड क्षेत्र के किसानों को पानी देने के मुद्दे पर निर्णय एक माह बाद 
होने वाली बैठक तक स्थगित कर दिया गया।
जल संसाधन, जलदाय विभाग के अधिकारियों, जल वितरण समिति के पदाधिकारियों तथा काश्तकारों की मौजूदगी में हुई इस बैठक में हेमावास में मौजूद पानी की स्थिति पर चर्चा की गई। किसानों ने वर्ष 2007 की स्थिति का हवाला देते हुए  मांग रखी कि उन्हें रबी में सिंचाई के लिए हेमावास से पानी चाहिए।
इसलिए पाली को पेयजल के लिए दिए जाने वाला पानी जवाई पाइपलाइन से दुबारा लौटाया जाए। इस मुद्दे पर जिला कलक्टर का कहना था कि पेयजल हमारी प्राथमिकता है। सिंचाई के लिए जवाई बांध का पानी रिजर्व रखा जाएगा। बैठक में जलदाय अधिकारियों ने नब्बे दिन क्लोजर की मांग रखी, जिसे 30 दिन रखने का निर्णय किया गया। कलक्टर ने कहा इस बार शिवगंज को 32 एमसीएफटी पानी जवाई से दिया जाना है। 
हेमावास से सिंचाई के लिए पानी दिए जाने के मुद्दे पर 12 अक्टूबर को फिर से बैठक होगी। बैठक में जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता जीआर. भाकर, अधिशासी अभियंता ताराचंद कुलदीप, जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता राजीव चौधरी, जवाई पाइपलाइन परियोजना के अधीक्षण अभियंता जीएल. मीणा समेत कई अधिकारियों ने तकनीकी बिंदुओं पर चर्चा की। किसानों की ओर से पूर्व प्रधान प्रियवृतसिंह, जल वितरण कमेटी के अध्यक्ष गिरधारीसिंह मंडली, पार्षद त्रिभुवनसिंह, भंवर चौधरी, चैनाराम जाट, भंवरसिंह समेत कई लोगों ने अपनी बात रखी।
यह हुए मुख्य निर्णय
जवाई पर क्लोजर, पाली को एक माह तक हेमावास का पानी।
रोहट क्षेत्र को पानी देने के लिए खारडा और सरदार समंद बांध से संभावनाएं तलाशी जाएं।
सोजत शहर को पानी देने के लिए कंटालिया और गजनई समेत मारवाड जंक्शन के बांधों से पानी लेने के लिए सर्वे हो।
12 अक्टूबर को बैठक में किया जाएगा सिंचाई के लिए निर्णय।
क्लोजर अवधि में जवाई का पानी रहेगा पेयजल के लिए सुरक्षित।
फैक्ट फाइल 
30 दिन लिया जाएगा क्लोजर।
520 एमसीएफटी पानी है हेमावास बांध में अभी।
6.5 एमसीएफटी पानी रोजाना होगा हेमावास का उपयोग।
एक-दो दिन में क्लोजर ले लिया जाएगा। शहर की सप्लाई पर किसी तरह का फर्क नहीं पडेगा। तीस दिन बाद आगे की स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।ताराचंद कुलदीप, अधिशासी अभियंता, जलदाय विभाग पाली
करीब साढे तीन एमसीएफटी पेयजल चाहिए और तीन एमसीएफटी पानी वाष्पीकृत अथवा भूगर्भ में चला जाता है। इस तरह करीब प्रतिदिन साढे छह एमसीएफटी कम होगा।
राजीव चौधरी, अधिशासी अभियंता, जलसंसाधन विभाग, पाली
(uploaded by Mangal Senacha,Bangalore, on 13 sept. 2010 at 9.45AM )