सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : साभार -राजस्थान पत्रिका पाली

निमाज। सिर पर पट्टी, हाथों में पचरंगा झंडा, कंधे व कमर पर लदी सामान की पोटली, कोख में बच्चे, जै बाबा री-जै बाबा री के गूंजते उद्घोष। कमोबेश ऎसे ही नजारे इन दिनों राष्ट्रीय राज्यमार्ग 112 पर देखने को मिल रहे हैं। राजमार्ग बाबा के जैकारों से गुंजायमान होने लगा है।
भाद्रपद शुक्ल दशम् को रामदेवरा में भरने वाले बाबा रामदेव के मेले को लेकर जन-जन के आराध्य देवता रामसा पीर के दर्शनार्थ श्रद्धालुओं के जाने का सिलसिला तेज हो गया है। कस्बे से गुजर रहे राजमार्ग से पैदल नाचते-झूमते, साइकिल, मोटर साइकिल आदि विभिन्न साधनों से हजारोें जातरूओं के कदम रामदेवरा की ओर बढ रहे है। भीषण गर्मी में भी भक्तों की श्रद्धा परवान पर है।
रामरसोडे आबाद
सडक मार्ग से रामसा पीर के दर्शनार्थ जाने वाले जातरूओं की सेवा के लिए चलाए जा रहे रामरसोडे चौबीस र्घटे आबाद हो रहे हैं। जगह-जगह लगे इन रसोडों में जातरूओं के ठहरने, भोजन, चाय, नाश्ते एवं चिकित्सा जैसी सुविधाए मुहैया करवाई जा रही है।
(uploaded by Mangal Senacha,Bangalore, on 3 sept. 2010 at 12.36 noon )