सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : साभार - दैनिक भास्कर - जोधपुर

जोधपुर. जोधपुर डेयरी में लगातार ढाई साल तक करीब 50 करोड़ रुपए खर्च कर तीन प्रतिशत से भी कम फैट वाला दूध खरीदने और कुछ समितियों द्वारा लगातार मिलावटी दूध की आपूर्ति जैसे मामलों की अब एसीबी पड़ताल कर रही है।
प्रकरण में प्रारंभिक अनुसंधान कर एसीबी ने अपनी रिपोर्ट एसीबी मुख्यालय जयपुर को भेज दी है, जहां से मिलने वाले दिशा-निर्देश के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। जोधपुर डेयरी में पिछले ढाई साल से दूध खरीद को लेकर हो रही अनियमितताओं और मिलावटी दूध सप्लाई करने वाली समितियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने का खुलासा पिछले दिनों दैनिक भास्कर ने प्रमुखता से किया था। नौ अगस्त को ‘जोधपुर डेयरी ने खरीदा 50 करोड़ का सफेद पानी’ और 10 अगस्त को ‘डेयरी में मिलावटी दूध की आपूर्ति’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित होने के बाद डेयरी विभाग में खलबली मच गई और जोधपुर डेयरी के एमडी आरएस तोमर को यहां से हटा दिया गया।
डेयरी की ढाई साल की प्रोग्रेस रिपोर्ट में साफ तौर पर बताया गया है कि प्रबंधकों ने तीन प्रतिशत से कम फैट वाला दूध खरीदा। मिलावटी दूध की आपूर्ति करने वाली समितियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, जबकि उनके दूध की जांच में बार-बार यूरिया, चीनी, पाउडर व नमक जैसे पदार्थो की मिलावट का खुलासा हुआ था।
दिशा-निर्देश मांगे
डेयरी में कथित अनियमितताओं को लेकर एसीबी ने एक रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय को भेजी है और मामले में जांच के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश मांगे हैं। - हिम्मतसिंह शेखावत, एएसपी, एसीबी चौकी जोधपुर
डेयरी के डिप्टी मैनेजर व्यास को दूध पैकिंग सेक्शन में लगाया
पश्चिम राजस्थान दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ [जोधपुर डेयरी] को लाखों का नुकसान पहुंचाने वाले डिप्टी मैनेजर (मार्केटिंग) वाईके व्यास को प्री-पैकिंग सेक्शन में लगा दिया गया है। व्यास पर आरोप है कि उन्होंने दूध परिवहन की अनुबंध राशि नहीं वसूली। फलौदी-पोकरण मार्ग पर 31 दिसंबर 2005 से 9 नवंबर 2006 तक दूध परिवहन का ठेका लेने वाली अनुसुईया पारीक से 5 लाख 46 हजार 58 रुपए तथा शेरगढ़ क्षेत्र व जोधपुर शहर के परिवहन ठेकेदार मनोज जैन में एक जून 2005 से 16 सितंबर 2005 तक की अवधि के 9 लाख 32 हजार 393 रुपए बकाया हैं।
तत्कालीन प्रबंध संचालक आरएस तोमर ने उप-प्रबंधक वाईके व्यास को 25 जून को नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद दो नोटिस और दिए गए। व्यास ने इनका भी जवाब नहीं दिया और दो महीने तक मेडिकल लेकर छुट्टी पर रहे। प्रबंध संचालक डॉ. अमरसिंह जोधा ने बताया कि व्यास को दूध पैकिंग सेक्शन में लगाया गया है। इनके मामले की जांच उच्च स्तरीय कमेटी कर रही है। व्यास से पूछने पर उनका कहना था, मुझे प्री-पैक सेक्शन में लगाया गया है। क्यों लगाया मुझे पता नहीं।
(uploaded by Mangal Senacha,Bangalore, on 01September 2010 at 12.43 noon )