सीरवी समाज - मुख्य समाचार
	
	
	
	 
	Posted By : Mangal Senchaसाभार - दैनिक भास्कर - जोधपुर 
	
	
पाली,जब भी फुर्सत के क्षण मिले तो सावन-भादो के महीने में अफसरों की गाडिय़ां सिरियारी क्षेत्र की अरावली पहाडिय़ों की तरफ दौड़ती हैं। चारों तरफ हरियाली, शीतल बयार और पर्वतमाला से फूटते झरने मन मोह लेते हैं। अब तो निंबली मांडा में वृद्धा की हत्या तथा मुनि के साथ लूटपाट की घटना से वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कैंप ही इसी इलाके में हो गया है, मगर यह रौनकदार माहौल और मौसम का इठलाता मिजाज के बाद भी उनके मन को सुकून नहीं है। दिन भर दोनों मामले में सुराग लगाते=लगाते शाम ढल रही है,ऐसा कोई रास्ता उनको नहीं दिख रहा कि वे आरोपियों तक पहुंच सके। पिछले चार दिनों से पुलिस अधिकारियों की हालत पतली हो गई है। दिन भर माथा खपाने के बावजूद सफलता से कोसो दूर यह अधिकारी भी अब कह रहे हैं कि कुछ हाथ लगे तो कुछ मन भी लगे, नहीं तो शाम के बाद मन मसोस कर बैठना पड़ रहा है।
यह क्या हो रहा है हर जगह : जिले में इन दिनों किसी की हत्या हो या सड़क दुर्घटना पुलिस को बेवजह निशाना बनना पड़ रहा है। लोगों में दबाव बनाने के लिए जाम लगाने या शव को मौके पर ही पड़ा रहने देने का ट्रेंड बन गया है। पुलिस को घेरने के लिए नेता भी अपनी नेतागिरी चमकाने में लगे हैं। पिछले दिनों तखतगढ़ में लगातार हुआ तो हाल ही में निंबली मांडा गांव में हो चुका है। मंगलवार को पाली शहर में भी ऐसा ही देखने को मिला कि सड़क हादसे में मौत के बाद लोगों ने जाम लगा दिया। हालांकि गलती टैंकर चालक की थी। हर जगह पुलिस को कोई न कोई आश्वासन के सहारे लोगों की मान मनोव्वल करने में लगे हैं।
चांदी के छतर नये या पुराने : रानी थाना इलाके में पिछले दिनों हुई चोरी की वारदात का राज तो खोलने में पुलिस ने सफलता हासिल कर ली, मगर बरामदगी के लिए पुलिस को काफी पसीना बहाना पड़ रहा है। रिमांड अवधि में आरोपी से माल बरामदगी के लिए काफी प्रयास कर लिए, मगर चांदी के छतर बरामद नहीं हो पाए। आखिर में जोड़तोड़ में माहिर एक पुलिसकर्मी ने पता नहीं क्या दिमाग लगाया कि चांदी के छतर ही बनवा डाले। अब इन चांदी के छतरों की कीमत किसने चुकाई। सोनीजी ने या मंदिर के संचालकों ने। इसको लेकर नाडोल में चर्चाएं जोरों पर हो रही हैं। कोई पुलिस की कारगुजारी बता रहा तो कोई कई तरह के कयास लगा रहा है।
बनने लगी अपराधियों की कुंडली : न्यायालय के आदेश के बाद पुलिस ने ऐसे अपराधियों की कुंडली एक बार फिर तैयार करना शुरू कर दिया है, जो समाज के लिए नासुर बने हुए थे। कानूनी सुरक्षा व्यवस्था के लिए हर वक्त खतरा पैदा करने वाले इन चेहरों को पहले तड़ीपार करने का आदेश पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के पास था, मगर नियमों के चलते इनके हाथ बांध दिए गए थे। अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हर थाना क्षेत्र से ऐसे लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है। पुरानी फाइलें खंगाल कर ऐसे अपराधियों की सूची तैयार की जा रही है ताकि इन पर लगाम कस सके।
चलते-चलते : मोबाइल के फंक्शन की बारीकी से परिचित पुलिसकर्मियों की इन दिनों बहुत मांग है। हत्या समेत अन्य वारदात को खोलने के लिए ऐसे लोगों की अलग से टीम बनाकर उनको संदेह के दायरे में आने वाले लोगों की कॉल डिटेल निकलवाने का काम सौंपा गया है। यह कितना सफल होते हैं यह तो समय ही बताएगा, मगर सिरियारी थाना में बैठकर मोबाइलों की कॉल डिटेल के लिए माथा पच्ची जोरदार हो रही है। - वीरेंद्र उदेश
(uploaded by Mangal Senacha,Bangalore, on 26August 2010 at 11.05 AM ) ---
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