सीरवी समाज - मुख्य समाचार

Posted By : साभार - दैनिक भास्कर - जोधपुर

पाली जालोर व सिरोही जिलों के जो बांध पिछले कई सालों से पानी के लिए तरस रहे थे, उन बांधों में पानी की आवक होने से रौनक हो गई है। बारिश के बाद कई बांधों पर चॉदर चल गई। सिरोही जिले मुख्य बांध निंबोड़ा, मंडार नाला फस्र्ट व पोइदारा व जालोर का चेेकला बांध रिसाव से बह गया। सिरोही के जिले गोड़ाना बांध, अणगोर बांध ओवर फ्लो हो गए। बीठन बांध भी ओवरफ्लो हुआ। पाली इंद्रा नगर बांध व भांबोलाई बांध फूट चुका है। पाली जिले के फूलाद बांध, सादड़ी के रणकपुर, देसूरी के सेलीनाल, बोमादड़ा पर चादर चली। जबकि जिले के करीब दो दर्जन एनीकट छलक गए हैं।
कुओं का पानी बढ़ा
कुछ सालों से लगातार कुंओं का जल स्तर घट रहा था। बारिश के बाद नदी नालों में पानी चल गया। कई नदियां उफान पर चली जिसके परिणामस्वरूप कुंओं का जल स्तर बढ़ गया है। तीनों जिलों के तालाबों नाड़ों और बांधों में पानी की आवक हो गई है।
अभी और भी है उम्मीद
तीनों जिलों में अब तक अच्छी बारिश हुई है। किसानों को अब और भी अच्छी बारिश का इंतजार है। जानकारों की माने तो अभी अगस्त के कुछ दिन और सितंबर पूरा महीना बारिश का बाकी है। ऐसे में आने वाले दिनों में और बरसात होने की उम्मीद है।
तीनों जिलों के नदी-नाले उफान पर
पिछले कुछ सालों से बारिश नहीं होने के कारण तीनों जिलों की नदियों में पानी की आवक नहीं हुई थी। मानसून सक्रिय होने और इस बार मूसलाधार बारिश होने से तीनों जिलों की नदियां उफान पर चली। पाली जिले की नाना बेड़ा नदी, देसूरी नदी, रणकपुर समेत सिरियारी के पास कई नदी नाले उफान पर रहे। जालोर जिले के भीनमाल क्षेत्र की कोडी नदी, जसवंतपुरा की बांडी नदी, सियाणा क्षेत्र की सूकड़ी और खारी नदी, मालवाड़ा नदी, पाडावी नदी, बडगांव व जैतपुरा नदी, जसवंतपुरा की खोडेश्वर नदी, चितलवाना की लूणी नदी समेत कई नाले उफान पर रहे। इसी प्रकार सिरोही जिले की बनास, रोहिड़ा, रेवदर व जावाल की नदी में भी पानी चला।
पाली
बांध भराव क्षमता पानी की आवक
जवाई 61.25 फीट 36.40
सेई 10.93 फीट 10.90
कालीबोर 20.50 मी 16.70 मी
हेमावास 28 फीट 18.45
सरदारसमंद 25 फीट 7.80 फीट
रायपुरलूनी 13.30 फीट 5.50 फीट
राजसागर चौ. 15 फीट 5.50 फीट
फूलाद 27 फीट 26.85 फीट
सादड़ी 62.70 फीट 63.10 फीट
(uploaded by Mangal Senacha,Bangalore, on 24August 2010 at 12.42 PM )
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