सीरवी समाज - मुख्य समाचार
Posted By : मंगल सैणचा, बेंगलोर senacha@in.com,09845440433
बांसवाड़ा । राज्य मानवाधिकार आयोग के सदस्य श्री पुखराज सीरवी ने कहा कि आयोग की राज्य में कोई शाखा नहीं है। आयोग के नाम अथवा मिलते जुलते नामों से चल रही तथाकथित हिमायती संस्थाओं पर नकेल कसी जाएगी। गुर्जर आरक्षण आंदोलन के बारे में उन्होंने कहा कि आरक्षण मांगने में बुराई नहीं है, लेकिन इसके लिए कानून हाथ में लेना कतई बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। अपने अधिकार के लिए दूसरों के अधिकारों का हनन करना सरासर गलत है।
सीरवी यहां पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उनका कहना था कि बांसवाड़ा में मिथ्या शाखा का मामला सामने आया है। जिला तथा राज्य स्तर पर पड़ताल के बाद कलक्टर को कार्रवाई के लिए लिखा गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मानवाधिकार आयोग संवैधानिक आयोग है, इसमें एक अध्यक्ष तथा कुछ सदस्य होते हैं। आयोग की सख्ती पुलिस के प्रति अधिक रहने तथा इससे अपराधियों को हौसला व पुलिस का मनोबल गिरने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि ऎसा बिल्कुल नहीं है। पुलिस मामले में शिकायत पर जांच करती है।
हनन नहीं, उपयोग कम
पुलिसकर्मियों को सख्त ड्यूटी तथा अवकाश नहीं मिलने से उनके मानवाधिकारों का हनन होने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि इसे हनन नहीं मानवाधिकारों का कम उपयोग कहा जाएगा। उन्होंने कहा कि महकमा ही ऎसा है, हर पीडित व्यक्ति पुलिस से ही आस लगाए है।