
सांडिया/सोजत
सीरवी समाज की लोकप्रिय कलाकार,भजन गायिका श्रीमती पुष्पा सीरवी।
*किसी कवि ने ठीक ही कहा कि भजन संध्या के गायक कलाकार (Singer Artist of Bhajan Sandhya) वह संगीतकार होते हैं जो ईश्वर की भक्ति में लीन होकर,मधुर धुनों और सरल शब्दों के माध्यम से भजनों का गायन करते हैं,जिससे श्रोताओं में आध्यात्मिक आनंद,शांति और आत्म-जागरूकता बढ़ती है,वे अपनी भावपूर्ण प्रस्तुति से भक्तिमय वातावरण बनाते हैं और भजन को जन-जन तक पहुँचाते हैं।भक्त ऐसे भजन संध्या को सुनकर आंदमय हो जाते है*
सीरवी समाज की लोकप्रिय
कलाकार,भजनों की गायिकी,सरल स्वभाव की धनी,हंसमुख,व्यवहार कुशल, धार्मिक,समाज हितेषी का एक परिचय संक्षिप्त विवरण में श्रीमती पुष्पा सिंदड़ा उम्र 33 साल सुपुत्री श्री कुनाराम जी श्रीमती ढगरी बाई गहलोत, पीपलाद,सोजत,पाली।ससुराल/ श्रीमती पुष्पा सिंदड़ा धर्मपत्नी श्री रमेश जी सीरवी।मूलनिवासी सांडिया,सोजत,पाली।वर्तमान हैदराबाद।
*कलाकार श्रीमती पुष्पा सिंदड़ा की शिक्षा मात्र 7th कक्षा तक ही रही*
स्कूल से ही संगीत, भजनों का शौक रहा और स्कूल में भी आपने कई बार हिस्सा लिया जिसमें सांस्कृतिक में प्रथम रही।
*आप बचपन में भगवान जानराज श्री कृष्ण,हनुमान जी के मंदिर में हुए कुछ कार्यक्रम में संगीत की प्रस्तुतियां देने पर वन्हा भक्तों ने भी कहा की यह बेटी बहुत आगे बढ़ेगी और समाज का नाम रोशन करेंगी।इसके बाद आपके गांव पीपलाद और आसपास गांवों में छोटे छोटे कार्यक्रम में शामिल हुई व मंच पर भजनों की प्रस्तुतियां देना शुरू किया जब आपकी उम्र 16 साल थी।*
संगीत की दुनिया में आपके उस वक्त मार्गदर्शन और सहयोग करने वाले संगीतकार श्री कालुरामजी,श्री शंकरजी टोंक, सीरवी समाज के कलाकार श्री घीसूलाल जी खिंवाड़ा का बहुत बड़ा योगदान रहा।
संगीतकार श्रीमती पुष्पा सीरवी ने उनसे मार्गदर्शन पा कर अबतक 450 से अधिक छोट मोटे कार्यक्रम किया जिसमे
भजन संध्या,शाम के समय होने वाला एक भक्तिमय कार्यक्रम होता है,जिसमें विभिन्न देवी- देवताओं की स्तुति में भजन गाए जो इन कार्यक्रमों की जान होते हैं भजन गायक,जो अपनी आवाज़ और भावों से समां बाँध देते हैं। *कलाकार की भूमिका और विशेषताएँ:अबतक कार्यक्रम जैसे रंगारंग,होली महोत्सव,शादी समारोह, आर्किस्टा,गरबा,प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव,भजन संध्या कार्यक्रम इत्यादि किए।* आपकी भक्तिमय प्रस्तुति: में गायक केवल गाते नहीं,बल्कि हर शब्द में भक्ति का भाव भर देते हैं,जिससे श्रोता भी उस अनुभव से जुड़ जाते हैं।आपने अबतक 50 से अधिक प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में भी किरदार निभाया यह बड़ी उपलब्धि है।कलाकार श्रीमती पुष्पा सीरवी ने कहा की मुझे सबसे ज्यादा कार्यक्रम अन्य समुदायों से मिले और उन सभी ने अच्छा सहयोग और कार्यक्रम में बुलाया और साथ दिया लेकिन दुख इस बात का भी है की सीरवी समाज की बेटी होते हुए भी सीरवी समाज के सैकड़ों बड़े कार्यक्रम हो रहे हैं, हुए भी उसमें ज्यादातर अन्य समुदाय के कलाकारो को बुलाते हैं लेकिन हम जैसे कलाकारों को बहुत कम मौका मिलता है यह बहुत ही समाज की कमी या सोचने का विषय है व समझ से परे है।बाहर के कलाकारो को भी बुलाना चाहिए लेकिन समाज के कलाकारों को पहले प्राथमिकता देना चाहिए ताकि हम हमारा बेस्ट दे सके।हमने कई कार्यक्रम आपके देखे जो आपकी सुरीली आवाज़ और मधुरता की आवाज़ में एक ख़ास मिठास और स्थिरता देखी।,जो भजनों को और भी कर्णप्रिय बनाती है।जो भावों का संचार अपने गायन से प्रेम,करुणा,समर्पण और शांति जैसे भावों को आप जगाते हैं।
सरल और लोकप्रिय धुनें आपकी अक्सर ऐसे रागों और धुनों का प्रयोग किया जो सभी भक्तों को आसानी से समझ आ सकें और साथ में भक्त भी गुनगुना सकें।
साथ ही ट्यूमेंट टीम जो वाद्य यंत्रों का सही प्रयोग हारमोनियम, तबला,ढोलक,और मंजीरे जैसे वाद्य यंत्रों का सहारा लेकर अपनी प्रस्तुति को लय और प्रभावशाली भी आपने बनाई हैं।
आपके संगीत से श्रोताओं का जुड़ाव बेहतरीन रहा जो कई बार उनसे भी भजन का हिस्सा दोहराने के लिए कहते हैं,जिससे माहौल भक्तिमय और जीवंत हो उठता है।श्रीमती पुष्पा सीरवी ने कहा की हमारा यह हमेशा महत्व
रहा भजन गायक की आध्यात्मिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना हैं,मन को एकाग्र करते रहना और शांति प्रदान करना।
भक्ति को सरल और सुलभ बनाना,जिससे हर वर्ग के लोग ईश्वर से जुड़ सके।श्रीमती पुष्पा जी ने कहा की भजन संध्या के गायक कलाकार आध्यात्मिक संगीत के माध्यम से समाज में सकारात्मक ऊर्जा और भक्ति का संचार करने वाले महत्वपूर्ण व्यक्ति होते हैं।
*अपील*=समाज के हर मंच पर समाज के कलाकारों को प्राथमिकता जरूर देवे जिसे हम मंच पर अपना बेहतरीन प्रदर्शन से आपको बता सके की अच्छे कलाकारों की भूमिका में हम भी आते हैं जबतक आप हर कार्यक्रम में जगह भी नहीं देंगे तो हम आपको अपनी संगीत की कला कैसे बता पाएंगे। इसलिए जरूर अपेक्षा रहेगी की समाज हर कार्यक्रम पर समाज के कलाकारों को मंच पर अवसर प्रदान करेंगे। श्रीमती पुष्पा सीरवी को चेत बंदे पत्रिका परिवार की ओर से हार्दिक बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य कि शुभकामनाए देते हैं।।प्रस्तुति दुर्गाराम पंवार।