
पुणे/नाडोल
*ऋषि परिहार बने अधिवक्ता (एडवोकेट)*
सीरवी समाज की होनहार प्रतिभा
*संक्षिप्त परिचय/:-*
ऋषि गणेश परिहार सुपुत्र श्रीमती लीला श्री गणेशजी सुपौत्र श्री रामलाल जी सीरवी। मूलनिवासी गांव नाडोल,पाली।
वर्तमान निवास:-पुणे,महाराष्ट्र।
महाराष्ट्र स्टेट बार कॉउंसिल पेशा से अधिवक्ता,(वकील)बने।
*ऋषि गणेश परिहार ने शिक्षा में बी.ए.एल.एल.बी.(सिविल व कॉरपोरेट लॉ में विशेषज्ञता के साथ)वर्तमान में:एल.एल.एम. कर रहे हैं।अधिवक्ता ऋषि गणेश सीरवी ने सिविल और कॉरपोरेट लॉ में विशेषज्ञता के साथ विधि के क्षेत्र में कार्य करने का एक जुनून है और ऋषि गणेश ने कहा कि एक सशक्त कानून विशेषज्ञ के रूप में अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित रहेंगें।*
आपकी कड़ी मेहनत से अर्जित और योग्य सफलता के लिए हार्दिक बधाई,कानूनी पेशे को आप जैसे और वकीलों की ज़रूरत है -बुद्धिमान,लगनशील, साधन संपन्न,दृढ़ व दयालु"यह सुनकर परिवार,समाज को बहुत खुशी हुई कि आपने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है।आप इतने महत्वाकांक्षी सपने देखकर और फिर उन्हें हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करके प्रेरणा देते हैं।" "आपकी अविश्वसनीय व आपके परिवार व परिवारों में अदालत में वकील बनकर शामिल कर लिया।
प्रतिभा ऋषि गणेश परिहार की इस उपलब्धि पर चेत बंदे पत्रिका परिवार व अखिल सीरवी समाज की ओर से हार्दिक बधाई व उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हैं।प्रस्तुति/दुर्गाराम पंवार (चेत बंदे पत्रिका बेंगलुरु)