
बेंगलुरु/*ढोर चराने वाला बना कंपनी का मालिक।*
समाज रत्न,डेल इंडिया डायरेक्टर श्री हरीश मुलेवा का संक्षिप्त परिचय
कहते हैं ना
सेवा कर,प्रेम से,जग में हो नाम,
दूसरों के सुख में, अपना भी काम। सेवक फल मांगे नहीं, सेवा करे दिन रात,निःस्वार्थ भाव से,करें सेवा,यही है बात।
जो करे सेवा,मन से,तन से,
उसी का जीवन,होता है धन्य से।
सेवा में ही है जीवन की सार्थकता,सेवा से ही मिलती है सच्ची सफलता।
सरल स्वभाव के धनी,हंसमुख, धार्मिक,चिंतक,धरतीपुत्र, किसान,समाजसेवी,शैक्षणिक विषय मे सदैव होनहार प्रतिभाओं को मार्गदर्शन देने वाले
*श्री हरीश मुलेवा सुपुत्र स्व.श्री भीकाजी सीरवी।मूलनिवासी/गांव सिवई,तहसील राजपुर, बड़वानी,मध्यप्रदेश।* आपकी उम्र 51 साल व परिवार में 6 बहिने 4 भाईयो में सबसे छोटे 10वें नंबर पर आप है।आपकी पढ़ाई में शुरुआती रुकावटे (9वीं,10वीं फ़ैल) होने के बावजूद, *बीएससी,पॉलिटेक्निक (इंदौर से) इंजीनियरिंग(उज्जैन से)एवं (MTech IIT) दिल्ली से किया।आदरणीय श्री हरीशजी मुलेवा वर्तमान में डैल कंपनी में सीनियर आर्किटेक्ट के पद पर कार्यरत और साथ ही खुद की एक सॉफ्टवेयर कंपनी भी है। अचीवमेंट:विश्व की जानीमानी मल्टीनेशनल सॉफ्टवेयर कंपनियों में काम करने का 25 वर्ष का अनुभव जिसमे अमेज़न,आयबीऍम,नोकिआ,फिलिप्स और डैल जैसी कम्पनी है*।आपकी समाज के प्रति अबतक की सेवाएं प्रदान इस प्रकार रही है *स्वयं की सॉफ्टवेयर कंपनी में समाज के 19 इंजीनियर को कार्य प्रदान किया है।समाज सेवा में शिक्षा के क्षेत्र में सप्ताह में दो दिन (शनिवार औरवरविवार) समर्पित करने के साथ ही बच्चो के लिए हर सप्ताह शिक्षा शिविर भी लगाते है।साथ ही 50 से अधिक ग्रेजुएट बच्चों को आप इन्टरशिप की ट्रेनिंग निःशुल्क दे चुके है।भाग दौड़ की वर्तमान दुनिया मे हर माँ बाप व्यस्त ओर जरूरत के हिसाब से आपने ई-मीलन (रिश्तो को जोड़ने में),जो आप विजिट कर अपने बच्चों के लिए शादी सम्बंधित बच्चों का बायोडाटा दे सकते है वर्तमान समय मे ईमिलन में 4500 से अधिक बायोडाटा सबमिट है।शुरू से अबतक 300 से अधिक समंध (रिश्ते)भी हो चुके है जो समाज के लिए बड़ी खुशी की बात व बड़ी उपलब्धि है।इसके साथ एकसमाज (सामाजिक कार्यक्रम के लिए), अलुमिनीक्लाउड (पढ़ाई की पूरी लिंकिंग), ज्ञानस्ट्रीम (स्कूल के बच्चो के लिए सॉफ्टवेयर) जैसे सॉफ्टवेयर सामाजिक सेवा में निशुल्क प्रदान किया।किसान, सॉफ्टवेयर इंजीनियर,और समाज सेवा सभी क्षेत्र में अपनी सेवा प्रदान की है।उनके 23 सालो के सॉफ्टवेयर क्षेत्र में सॉफ्टवेयर उद्योग की जानी-मानी 9 कंपनियां काम करना बहुत बड़ी गौरवमयी उपलिब्ध है* व सेवा की।साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में लोगों को *ट्रेनिंग,काउंसलिंग,इन्टरशिप और मार्गदर्शन से बच्चों को सॉफ्टवेयर और विभिन्न कंपनियों में नौकरी में मदद मिली।समाज सेवा के लिए उन्हें अपने समय माताजी के नाम से समर्पित, शिक्षा शिविर चलाते हैं*।आदरणीय श्री हरीश मुलेवा का कहना है कि समाज एक बड़ा परिवार है,जहाँ हम सबको साथ चलना चाहिए,एकता और सहयोग से ही उन्नति का रास्ता मिलता है,यदि जीवन मे हमे कुछ समाज जनहित के लिए करना है तो समाज को शिक्षा,संगठित मज़बूत बनाने के लिए,हमें मिलकर काम करना होगा जैसे
शिक्षा में खासकर ग़रीब और असहाय परिवार के बच्चों को सहयोग और मोटिवेट करना।
समाज मे समानता,जागरूकता के लिए के लिए कार्यक्रम करने होंगे,बच्चों के लिए हर संस्थान में स्नेहमिलन जैसे आयोजन करने होंगे इससे बच्चों की पहिचान के साथ आपसी विचार धारा व भाई चारा भी बढ़ेगा।संचार खुला और ईमानदार शिक्षा,स्वास्थ्य,और सुरक्षा जैसे कदम उठाने होंगे।साथ मे पर्यावरण के बारे में बताना।दूसरों की मदद
करने और उनकी समस्याओं को सुलझाने में सक्रिय रहना चाहिए.
ईमानदारी से कार्य कैसे कर सकते।रोज़गार के अवसर पैदा करने और उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के उपाय ढूंढने होंगे व समर्थन भी।ऐसे समाज सेवी को अखिल भारतीय सीरवी समाज की ओर से कोटि कोटि प्रणाम,अभिनंदन,स्वागत,वंदनीय है।ऐसे कम समाज सेवी मिलते,मुलेवा साहब की जितनी तारीफ उतनी कम आपकी सेवा अकल्पनीय है।हम निःशब्द है।पुनः आपको ह्रदय की गहराइयों से सादुवाद, धन्यवाद व आभार प्रकट करते हैं आगे भी अपनी समाज सेवा जारी रखे। जय श्री आईजी सा।प्रस्तुति/दुर्गाराम पँवार