सीरवी समाज - मुख्य समाचार

##सोजत रोड रेलवे स्टेशन के बिल्कुल सामने जो गांव आया हुआ है वह तहसील मारवाड़ जंक्शन का गांव है और तहसील मुख्यालय से 28 किलोमीटर दूर है, कोई समय सोजत रोड का जो स्टेशन कहलाता था वह गांव है- धुंधला।
Posted By : 14 Sep 2023, 11:57:57गोविन्द सिंह पंवार रोबड़ी
##सोजत रोड रेलवे स्टेशन के बिल्कुल सामने जो गांव आया हुआ है वह तहसील मारवाड़ जंक्शन का गांव है और तहसील मुख्यालय से 28 किलोमीटर दूर है, कोई समय सोजत रोड का जो स्टेशन कहलाता था वह गांव है- धुंधला। धुंधला गांव लगभग 1200 घर की बस्ती है जिसमें सर्वाधिक जाटों का बाहुल्य है, जाटों के अलावा सीरवी, सुथार, कुम्हार, मेघवाल, सरगरा आदि कौम के साथ कालबेलिया बहुतायत में बसे हुए हैं। सीरवी समाज के लगभग 52 घर है जिनमें से जस्साराम जी परिहार भीकाराम जी आगलेचा के घर जंवाई आये हुए हैं, और ये ही एक मात्र डोरा बंद है, श्री आई माताजी मंदिर बडेर की छटा देखते ही बनती है। सीरवी समाज के श्री आई माताजी के भाव की जितनी प्रशंसा की जाये उतनी कम है।इन 52 घरों में भी आधे आगलेचा और आधे में काग एवं तीसरे एक मात्र परिहार है। और तीसरी से चौथी गौत्र नहीं है। श्री आई माताजी मंदिर बडेर की प्राण प्रतिष्ठा श्री आई माताजी के धर्म रथ भैल और सीरवी समाज के धर्मगुरु परम आदरणीय दीवान साहब श्री माधव सिंह जी के कर कमलों से दिनांक 14 अप्रैल 2016, चैत्र बदी आठम को बड़े हर्षोल्लास से सम्पन्न हुई थी। इस बडेर में वर्तमान में कोटवाल श्री मांगीलाल जी आगलेचा, जमादारी श्री शेषाराम जी काग और पुजारी श्री खींवाराम जी काग अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं। सोजत रोड के संवराड़ रेलवे पुलिया से धूंधला गांव के मध्य मुख्य सड़क के किनारे खुले में मात्र 52 घरों द्वारा आलीशान बडेर का निर्माण करवाया गया आप सभी बधाई के पात्र हैं। बडेर में श्री आई माताजी के बैठे हुए स्वरूप में प्रतिमा पर अलग अलग रंगों की रोशनी आपकी आभा को कई गुना बढा रही है। मंदिर के सामने बड़ा हाल, बरामदा पीछे की तरफ शौचालय स्नानागार एवं अन्य सभी आवश्यक सुविधाओं में कोई कसर नहीं छोड़ी है। दीवारों पर शानदार पेंटिंग श्री आई माताजी मंदिर की छटा को और सुन्दर बना रही है। यहां पर सीरवी समाज धूंधला के मंदिर का ट्रस्ट बना हुआ है जिसके अध्यक्ष श्री भंवरलाल जी काग कुनिगल बंगलौर, सचिव श्री थानाराम जी आगलेचा इंजिनियर साहब और कोषाध्यक्ष श्री अमराराम जी आगलेचा कम्पाउन्डर साहब है। यहां से श्री थानाराम जी आगलेचा गुलाबपुरा में माइनिंग इंजिनियर है, श्री अमराराम जी आगलेचा कम्पाउन्डर रुप में सोजत रोड में ही सेवा दे रहे हैं और श्री रामलाल जी आगलेचा भारतीय रेलवे के नींव के पत्थर गैंगमैन के रूप में सेवा दे रहे हैं। इस गांव के सीरवी बंधुओं को राजनीति में कोई चाव नहीं है और अब तक किसी ने किसी तरह से कभी भाग्य नहीं आजमाया है। दक्षिण भारतीय नगरों में चार नगर इन्हें पसंद आये और वे नगर है -चैन्नई, बंगलौर, हैदराबाद और पूना। यहां से सर्वप्रथम रास्ता बनाने वालों में श्री भंवरलाल जी काग और छगन जी आगलेचा ने बंगलौर, भूराराम जी काग और चेतन जी आगलेचा ने हैदराबाद और नरपत जी आगलेचा ने चेन्नई में सफलता के झंडे गाड़े। दक्षिण भारतीय नगरों में कुनिगल बंगलौर में सीरवी समाज के अध्यक्ष पद को धूंधला के श्री भंवरलाल जी काग सुशोभित कर रहे हैं जो भामाशाह रुप में समाजसेवी भी है। स्थानीय ग्राम में विकास कार्य करवाने में भामाशाह रुप में श्री भंवरलाल जी काग ने गौ शाला में शेड निर्माण,मांडा भेरुजी मंदिर में हाॅल निर्माण करवाया और श्री आई माताजी मंदिर बडेर के पास सवा बीघा भूभाग क्रय करने में आपका विशेष सहयोग रहा। जबकि सीरवी समाज धूंधला द्वारा सोजत रोड सरकारी अस्पताल में ट्यूबवेल खुदवाया गया। इस गांव के लिए दो लाइन - तीन गोत रा बावन घर। जिणमें सूं डोरा बन्द एक।। सोजत धूंधला एक लागे। जबकि तहसील न्यारी न्यारी।। आई माताजी रो मिंदर सुहावणो। धाम बणियो है बड़ो भारी।। सगला बांडेरु हिलमिल रेवे। है माताजी रो काम अठै जारी।। कमी मत राखजो माताजी। आप किरपा राखजो भारी।।