सीरवी समाज - मुख्य समाचार

##पाली जिले में भगवान नरसिंह अवतार के एकमात्र मंदिर वाली मारवाड़ जंक्शन तहसील की 300 घर की छोटी सी बस्ती जो अब पंचायत मुख्यालय है उस गांव का नाम है- नरसिंहपुरा।
Posted By : 08 Sep 2023, 07:19:55गोइंद सिंह पंवार रोबड़ी
##पाली जिले में भगवान नरसिंह अवतार के एकमात्र मंदिर वाली मारवाड़ जंक्शन तहसील की 300 घर की छोटी सी बस्ती जो अब पंचायत मुख्यालय है उस गांव का नाम है- नरसिंहपुरा। नरसिंहपुर मारवाड़ जंक्शन से 4 किलोमीटर दूरी पर हेमलियावास खुर्द, करोलिया, चेलावास, भगवानपुरा ,बिठौड़ा कलां,सूर्य नगर खारची और मारवाड़ जंक्शन के मध्य बसा हुआ है। 36 कौम की 300 घर की बस्ती में सर्वाधिक सीरवी है, इनके अलावा देवासी, नायक, सुथार, मेघवाल, कुम्हार, वैष्णव, और ढोली यहां बसते हैं। सीरवी समाज के कुल 120 घर है जिनमें भायल गौत्र का एकाधिकार है, यहां 120घरों में से लगभग 100 से अधिक घर भायल गौत्र के हैं। इनके अलावा काग, पंवार चोयल, देवड़ा और गहलोत है। यहां पर श्री आई माताजी का भव्य मंदिर बना हुआ है मंदिर के आसपास एवं सामने बड़ा हाल है, सभी आवश्यक सुविधाएं यहां उपलब्ध है यहां तक कि भैल को भी मंदिर हाल में सुरक्षित खड़ा किया जा सकता है। हाल में श्री आई माताजी के चमत्कारों एवं परचों के चित्र लगे हुए हैं, मंदिर के पीछे प्लाट पर विशाल शेड बना हुआ है जहां बड़े से बड़े सामाजिक समारोह का आयोजन किया जा सकता है। यहां पर श्री माताजी मंदिर बडेर की प्राण प्रतिष्ठा सन 2003 में वैशाख सुदी सातम को सीरवी समाज के धर्मगुरु परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी एवं भैल के भव्य बधावे के साथ बड़े हर्षोल्लास से सम्पन्न हुई थी। गांव नरसिंहपुरा में वर्तमान में नारायणलाल जी भायल कोटवाल, श्री दुर्गाराम जी भायल जमादारी एवं फताराम जी भायल पुजारी है। तीनों का बहुत अच्छा तालमेल है एवं आप तीनों मिलकर पूर्ण मनोयोग एवं निष्ठा से श्री आई माताजी एवं सीरवी समाज की सेवा कर रहे हैं। यहां पर इस समय नौकरी में तेजाराम देवड़ा पीएचएचईडी में हेल्पर है जबकि ढगलाराम जी भायल, सोनाराम जी देवड़ा और गणेश राम जी देवड़ा बीएसएनएल के टेक्नीशियन पद से सेवानिवृत हो चुके हैं। इस गांव से व्यापार व्यवसाय में सूरत, मुंबई, पुणे, बडौदा, हैदराबाद और बेंगलुरु में सीरवी बंधु सफलतम रूप से अपने गांव नरसिंहपुरा का नाम रोशन कर रहे हैं। यहां से सर्वप्रथम दक्षिण भारत में जाने वालों में श्री दुर्गाराम जी भायल पुणे, चंदाराम जी भायल पुणे, स्वर्गीय जेठाराम जी भायल पुणे, भंवर लाल जी चेलाराम जी भायल सूरत, जगदीश जी भायल सूरत, हीराराम जी भायल बडौदा, भंवर लाल जी भगाजी भायल मुंबई, खींवाराम जी भायल मुंबई, मांगीलाल जी खरताराम जी भायल, चुन्नीलाल जस्साराम जी भायल और ललित भाई उम्मेद जी भायल ने हैदराबाद में अपने गांव की भावी पीढ़ी के लिए रास्ता खोला। राजनीति में इस गांव की कोई रुचि नहीं रही है इसलिए इस गांव से अब तक किसी ने कोई राजनीतिक पद सुशोभित नहीं किया है। दक्षिण भारतीय नगरों में सीरवी समाज के संगठनों में इस गांव का बड़ा नाम है जिनमें श्री चंदूलाल जी खेताराम जी भायल अखिल भारतीय सीरवी महासभा के राष्ट्रीय स्तर पर कोषाध्यक्ष है। आप पूना में कासरवाड़ी बडेर के अध्यक्ष भी रहे हैं। कासरवाड़ी बडेर प्राण प्रतिष्ठा के समय श्री नेनाराम जी पेमाजी परिहार अध्यक्ष थे एवं आप उस समय सचिव पद का प्रभावी दायित्व निर्वहन कर रहे थे। आपने अध्यक्ष श्री नेनाराम जी परिहार के साथ सम्पूर्ण कार्यकारिणी को समझा कर मेरे संपादक काल में मेरा सीरवी संदेश का पहला विशेषांक( पूना विशेषांक) प्रकाशित करवाने में पूर्ण सहयोग कर मेरा हौंसला बढ़ाया। दुर्गाराम जी भायल पूणे के संजय पार्क बडेर के अध्यक्ष रहे। भंवर लाल जी चेलाराम जी भायल (राखी फैशन) ने सीरवी समाज सूरत के अध्यक्ष पद को सुशोभित किया आप वर्तमान में सूरत बडेर के सचिव है। डायाराम जी भूराजी कोथरुड बडेर के सचिव रहे हैं। जगदीश जी पुत्र श्री भंवरलाल जी भायल ने कामाठे बडेर के अध्यक्ष पद को सुशोभित किया। स्थानीय गांव में भगवान नरसिंह अवतार का श्वेत मार्बल में करोड़ों की लागत से भव्य मंदिर निर्मित हो चुका है, एवं प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी अगले कुछ महीनो में होने जा रही है, विशेष बात यह है कि भगवान नरसिंह अवतार मंदिर निर्माण में सीरवी समाज का मुख्य योगदान है एवं छत्तीस कौम द्वारा प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भी सीरवी समाज से यहां यहां आशा की जा रही है। श्री भंवरलाल जी चेलाराम जी भायल (राखी फैशन सूरत)ने अपनी मातृभूमि को याद रखते हुए लगभग 15 लाख रुपए का आर्थिक सहयोग कर अपने विद्यालय का जीर्णोद्धार एवं रंग रोगन करवा कर विद्यालय को तैयार करवाया। विद्यालय परिवार और विद्यार्थी आपकी दानवीरता का लाभ लेते हुए सदैव याद करेंगे। आपके द्वारा ही गांव में घर-घर नल कनेक्शन में भी राशि दान कर जलदाय विभाग का सहयोग किया है। ऐसे भामाशाह का कोटि-कोटि वंदन। छोटे से ग्राम नरसिंहपुरा में कल शाम को भैल का भव्य बधावा किया गया, रात में भजन संध्या का आयोजन हुआ एवं आज दिन में धर्म सभा का आयोजन हुआ जिसमें सीरवी बंधुओं ने सीरवी समाज का इतिहास, श्री आई माता जी के इतिहास एवं दीवान रोहितदास जी, दीवान हरि दास जी के साथ सती कागण माजी, जति भगा बाबाजी पंवार और मीडिया भैलिया के बारे में सुना एवं प्रसन्नता व्यक्त की। श्री आई माताजी एवं भगवान नरसिंह अवतार से इस छोटी सी बगिया ग्राम नरसिंहपुरा के खुशहाली की कामना करते हैं एवं आशा करते हैं कि पाली जिले में गांव नरसिंहपुरा का नाम रोशन हो-दीपाराम काग गुड़िया।