सीरवी समाज - मुख्य समाचार

##मारवाड़ जंक्शन से लगभग 11 किलोमीटर दूर नयागांव और साठियों की ढाणी को मिलाकर बनी पंचायत, जहां पर 25 वर्ष तक पांच बार सरपंच पद को सीरवी समाज के बन्धुओं एवं बहिनों ने सुशोभित किया वह पंचायत मुख्यालय गांव है - काराड़ी।
Posted By : 04 Sep 2023, 08:51:51गोविन्द सिंह पंवार रोबड़ी
##मारवाड़ जंक्शन से लगभग 11 किलोमीटर दूर नयागांव और साठियों की ढाणी को मिलाकर बनी पंचायत, जहां पर 25 वर्ष तक पांच बार सरपंच पद को सीरवी समाज के बन्धुओं एवं बहिनों ने सुशोभित किया वह पंचायत मुख्यालय गांव है - काराड़ी। लगभग 500 घर की बस्ती काराड़ी में सर्वाधिक सीरवी है, इनके अलावा देवासी, जैन, राजपूत, राजपुरोहित, दर्जी, नाई, सुथार, मेघवाल, सरगरा, नायक, आदि 36 कौम के लोग यहां बसते हैं। सीरवी समाज की लगभग 300 घरों की आबादी में आधे में आगलेचा है बाकी गौत्र में मुलेवा, गहलोत, सोलंकी, लचेटा, काग, भायल, बरफा, चोयल, देवड़ा, हाम्बड़ और पंवार गौत्र के लोग निवास करते हैं, यहां पर श्री आई माताजी का मंदिर बडेर पक्का है जिसकी प्राण प्रतिष्ठा छब्बीस जनवरी 2001 में गुजरात के विनाशकारी भूकंप के दूसरे दिन 27 जनवरी 2001 विक्रम संवत् २०५७ माघ सुदी तीज को जीजी बड़ डायलाणा के दौलाराम जी महाराज के कर कमलों से संपन्न हुई थी। माता जी के बडेर से कुछ दूरी पर दो मंजिला सीरवी समाज का सभा भवन है, जिसमें सभी सुविधाएं उपलब्ध है यहां सीरवी समाज की कार्यकारिणी भी बनी हुई है। इस बडेर के वर्तमान में कोतवाल रामलाल जी नथाराम जी बरफा, जमादारी हापुरामजी रुगाजी भायल एवं पुजारी मीठालाल जी प्रजापत है। कल दिनांक 02/09/2023 की शाम को श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का यहां पर भव्य बधावा किया गया आज सुबह सीरवी समाज के बांडेरुओं ने धर्म सभा का लाभ लिया और दो घंटे तक सीरवी समाज के इतिहास, श्री आई माताजी के इतिहास, चमत्कार, दीवान रोहितदास जी एवं दीवान हरिदास जी के परचे सती कागण माताजी जति भगा बाबा जी पंवार एवं मीडिया भैलिया के बारे में जानकारी प्राप्त कर बहुत खुश हुए आप सभी का बहुत बहुत आभार। यहां पर पूरे भारतवर्ष में पहली बार एक प्रस्ताव भारतीय डाक सेवा से सेवानिवृत श्री ढलाराम जी मुलेवा ने रखा कि भैल की जात में ली जाने वाली राशि में भेद नहीं रखा जाना चाहिए मंदिर निर्माण में डोरा बंद और थूल बराबर सहयोग करते हैं तब यहां 10/- रुपए और 20/- रुपए अलग अलग राशि क्यों ली जा रही है बेल नहीं बांधनें वाले बेल नहीं ले रहे हैं पर सब की राशि समान रख कर समानता का दर्जा दिया जाए। मैंने बताया कि यह व्यवस्था प्राचीन काल से बुजुर्गो द्वारा डोरा धारण करने वालों के लिए अलग से बेल का शुल्क रखा गया है और कणामूठ के सभी से समान राशि प्राप्त की जाती है। ढलाराम जी मुलेवा स्वयं डोरा बंद नहीं है और आपका सुझाव सराहनीय है। इस गांव से सरपंच पद के रूप में ओगड़राम जी गहलोत ने एक बार, भानाराम जी आगलेचा ने दो बार, कंकू देवी आगलेचा एवं ललिता देवी आगलेचा ने एक एक बार सरपंच पद को सुशोभित किया है। श्री ढलाराम जी मुलेवा भारतीय डाक सेवा से सेवानिवृत हो कर एक बार निर्विरोध पंचायत समिति सदस्य रहे। इस गांव से नौकरी में राजस्थान के अलावा गुजरात में भी एएसआई के पद पर सेवा दे चुके हैं और सेवानिवृत्त हुए झालाराम जी आगलेचा है, स्वर्गीय नेमीचंद जी गहलोत, पेमाराम जी मुलेवा, झालाराम जी आगलेचा शिक्षक पद से सेवानिवृत हुए हैं, ढलाराम जी मुलेवा भारतीय डाक सेवा (केंद्र सरकार) से अकाउंटेंट के पद से सेवानिवृत हुए हैं। हुकमाराम जी चोयल सेल टैक्स ऑफिसर पद से सेवानिवृत होकर पाली में ही विराजमान है। वर्तमान में पुनाराम जी लचेटा उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक रूप में जोड़ दूदौड़ में कार्यरत है। काराड़ी गांव से सर्वाधिक प्रवाह पुणे शहर की ओर है जहां पर मात्र काराड़ी से एक हजार से अधिक दुकान होगी। पुणे के अलावा सूरत, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु और हैदराबाद में भी सीरवी बंधु सफलता के झंडे गाड़ रहे हैं। यहां से दक्षिण भारत में राह दिखाने वालों में सर्वप्रथम हापूराम जी भायल, सूजाराम जी मुलेवा, रामलाल जी हंसा जी सोलंकी ने पुणे, कानाराम जी मुलेवा बेंगलुरु, प्रभु राम जी आगलेचा चेन्नई और वोरारामजी आगलेचा हैदराबाद, जेठाराम जी आगलेचा बेंगलुरु, वनाराम जी चोयल और गेनाराम जी मुलेवा मुंबई, दीपाराम जी आगलेचा सूरत, भीमाराम जी आगलेचा हैदराबाद मुख्य है। दक्षिण भारतीय नगरों में सीरवी समाज के संगठनों के पदाधिकारी रूप में दीपाराम जी आगलेचा सूरत के अध्यक्ष रहे, पूनम जी देवड़ा कोथरुड पूना बडेर के अध्यक्ष रहे, मोहनलाल जी आगलेचा निगड़ी पूना बडेर के अध्यक्ष रहे और रामलाल जी लचेटा निगड़ी बडेर के उपाध्यक्ष रहे। काराड़ी में सीरवी क्षत्रिय समाज संस्था पंजीकृत है इसके वर्तमान अध्यक्ष पूनम जी देवड़ा और दीपाराम जी आगलेचा सचिव और दुर्गाराम जी गहलोत कोषाध्यक्ष है, यहां पर मोहनलाल जी आगलेचा और रामलाल जी लचेटा ने अध्यक्ष पद का दायित्व निर्वहन किया है। गांव में बाबा रामदेव गौशाला समिति को सीरवी समाज द्वारा भी संचालित किया जा रहा है जिसके वर्तमान अध्यक्ष दीपाराम जी आगलेचा सूरत, सचिव ढलाराम जी मुलेवा और कोषाध्यक्ष केसाराम जी आगलेचा है। गांव में स्थित पहाड़ी पर जोगमाया माता जी का भव्य मंदिर है जहां चैत्र सुदी अष्टमी को भव्य मेले का आयोजन होता है। गांव में विकास कार्य करवाने में भामाशाह रुप में यहां पर गौशाला की चार दिवारी दीपाराम जी आगलेचा द्वारा करवाई गयी, मेला आयोजन में दीपाराम जी आगलेचा, रामलाल जी लचेटा और भीमाराम जी आगलेचा मुख्य रूप से अपनी भूमिका निभाते हैं। खुशहाल गांव काराड़ी पर पहाड़ी पर विराजमान मां चामुण्डा,बडेर में विराजमान मां श्री आई माताजी, चारभुजा जी, खेतलाजी के साथ जैन समाज के जैन मंदिर में विराजमान देव का आशीर्वाद प्राप्त हैं पास में गांवाई तालाब गांव की छटा में चार चांद लगा रहा है।इस गांव की खुशहाली की कामना करते हैं- दीपाराम काग गुड़िया।