सीरवी समाज - मुख्य समाचार

#मारवाड़ जंक्शन से 6 किमी की दूरी पर एवं 4 किमी दूर भगवान पुरा के साथ पंचायत मुख्यालय गांव बिठौड़ा कलां लगभग 1000 घर की बस्ती है जिसके चारों ओर आउवा, काराड़ी,बाड़सा, सूर्य नगर और खारची आये हुए हैं।
Posted By : 04 Sep 2023, 08:35:07गोविन्द सिंह पंवार रोबड़ी
##मारवाड़ जंक्शन से 6 किमी की दूरी पर एवं 4 किमी दूर भगवान पुरा के साथ पंचायत मुख्यालय गांव बिठौड़ा कलां लगभग 1000 घर की बस्ती है जिसके चारों ओर आउवा, काराड़ी,बाड़सा, सूर्य नगर और खारची आये हुए हैं। जिसमें सीरवी समाज के अलावा कई जातियां निवास करती है जिनमें सर्वाधिक बावरी, फिर जैन, ब्राह्मण, राजपूत, रावणा राजपूत, मेघवाल के अलावा जो जातियां कई गांवों में नहीं है वे इस गांव में हैं जिनमें गूंद वाले, गवारिया, खटीक, ढाढ़ी, मोयला आदि के साथ मात्र राजपुरोहित और स्वामी नहीं है बाक़ी छत्तीस कौम की सभी जातियां यहां पर निवास करती हैं। इस गांव में सीरवी समाज के 183 परिवार है जिनमें सिंदड़ा, चोयल, गहलोत, काग, परिहार, पंवार, सोलंकी, बरफा, मुलेवा, सैणचा, देवड़ा, भायल और खंडाला गौत्र के सीरवी यहां निवास करते हैं। बिठौड़ा कलां में श्री आई माताजी मंदिर बडेर की प्राण प्रतिष्ठा श्री आई माता जी के धर्म रथ भैल और परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी के कर कमलों से सन् 1997 में चैत्र सुदी तेरस के शुभ दिन हर्षोल्लास से संपन्न हुई थी। इस बडेर के वर्तमान में कोटवाल वोरा राम जी चोयल, जमादारी दीपाराम जी चोयल और पुजारी मूलाराम जी परिहार है। बडेर के सामने ही सीरवी समाज का दो मंजिला सभा भवन निर्माणाधीन है। जिसकी देखरेख कूपाराम जी गहलोत कर रहे हैं जिनमें सभी सुविधाएं होगी, यह वर्ष भर में तैयार हो जाएगा। स्थानीय गांव से नौकरी में श्री मेगाराम जी परिहार देसूरी में सब इंस्पेक्टर है, चेनाराम जी परिहार पाली में कांस्टेबल है और किशोर जी मुंबई में वैद्यराज के रूप में सेवा दे रहे हैं। स्थानीय गांव से सीरवी राजनीति में विशेष उपलब्धि नहीं दे पाये, बहुत पहले स्वर्गीय रताराम जी चोयल बिठौड़ा के सरपंच रहे उसके बाद कूपाराम जी गहलोत दो बार उप सरपंच रहे, बाकी सीरवी समाज के खाते में कोई पद नहीं है। इस गांव से व्यापार व्यवसाय में सूरत, मुंबई, पुणे, चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलुरु, विशाखापट्टनम तथा तिरुपति में सीरवी बंधु अपनी सफलता के झंडे गाड़ रहे हैं। यहां से दक्षिण भारत की ओर सर्वप्रथम प्रस्थान करने वालों में श्री भूराराम जी सोलंकी और प्रकाश जी मुंबई, सूजाराम जी केराराम जी परिहार पुणे, तेजाराम जी पंवार चेन्नई, दुर्गाराम की परिहार सिलवासा, केसाराम जी काग, वोराराम जी चोयल सूरत, देवाराम जी पंवार और हेमाराम जी चोयल बेंगलुरु भूंडाराम जी परिहार हैदराबाद और डायाराम जी सोलंकी ने विशाखापट्टनम में भावी पीढ़ी के लिए रास्ता बनाया। दक्षिण भारत में संगठनों के पदाधिकारी रुप में मिली जानकारी अनुसार बिठौड़ा कलां से श्री हीरालाल जी रुघाराम जी पंवार पूना के निगड़ी बडेर अध्यक्ष एवं केसाराम जी काग सूरत में कोषाध्यक्ष पद को सुशोभित कर रहे हैं। इस गांव को स्वरूप राम जी सोलंकी के नाम से सरुप बा का बिठौड़ा के नाम से भी जाना जाता है। ये यहां के मान्यवर पंच एवं मेहमानों के आव भगत करने वाले पुरुष थे। ऐसे महापुरुष को नमन करते हुए ग्राम बिठौड़ा कलां की खुशहाली की कामना करते हैं- दीपाराम काग गुड़िया।