सीरवी समाज - मुख्य समाचार

##मारवाड़ जंक्शन से 18 किलोमीटर की दूरी पर जाणूंदा पंचायत का छोटा सा गांव है- जैतपुरा।
Posted By : 31 Aug 2023, 09:14:56गोविन्द सिंह पंवार रोबड़ी
##मारवाड़ जंक्शन से 18 किलोमीटर की दूरी पर जाणूंदा पंचायत का छोटा सा गांव है- जैतपुरा। यह गांव इसाली, गुड़ा मोकम सिंह, गुड़ा केसर सिंह,कादू, आऊवा, आऊवा की ढाणी,काराड़ी,वाड़िया, देवली, जाणूंदा और मुकनपुरा के मध्य बसा हुआ है जिसमें मात्र 200 घर है जिनमें सीरवी सर्वाधिक है अन्य जातियों में कुम्हार, मेघवाल, देवासी,रेगर, सरगरा के अलावा दर्ज़ी,नाई, वैष्णव व माली निवास करते हैं। सीरवी समाज के 85 घर है जिनमें बरफा, हाम्बड़, लचेटा, चोयल, परिहार,काग, राठौड़, परिहारिया,भायल, सिंदड़ा और मुलेवा गौत्र के सीरवी बसे हुए हैं। गांव जैतपुरा में पुराना कच्चा केलू वाला बडेर जमादारी होनाराम जी चोयल के घर में था, गांव के बीचोबीच बडेर के लिए चालीस साल पहले का बना हुआ बड़ा भवन है, पर अनुपयोगी है, मात्र पुजारी के रहने का बसेरा जरुर है।भैल आगमन पर गांव वाले जरुर भैल को यही पर ही खड़ा करवाते हैं, जबकि माताजी का बडेर अन्दर गली में रह जाता है। एक कमरे के बडेर का जीर्णोद्धार कर बहुत सुन्दर मंदिर बना दिया है बाहर स्टेनलेस स्टील में नाम लिखा हुआ है पर जीर्णोद्धार के समय सीरवी बंधुओं ने ही पाट को अधर रखवा कर जीर्णोद्धार किया एवं बिना खर्च, बिना जति बाबा के पुनः पूजा प्रारंभ कर दी गई और अभी तक सभी को लापसी प्रसाद का इन्तजार है। यहां पर कोटवाल श्री जस्साराम जी हाम्बड़, जमादारी श्री होनाराम जी चोयल एवं मध्यप्रदेश के देवास जिले से संत ओमराय यहां श्री आई माताजी मंदिर के साथ गांव में तीन और मंदिर की पूजा करते हैं। सीरवी बंधुओं से हाथ जोड़कर निवेदन किया गया है कि श्री आई माताजी की पूजा हमारे समाज में से कोई बड़ा बुज़ुर्ग करो गांव में काफी सीरवी बंधु और बांडेरु यहां स्थाई रूप से निवास कर रहे हैं, पूजा में यहां भाव नहीं है एवं पूजा अर्चना में भारी कमी है परन्तु मेरे निवेदन का फिलहाल कोई असर नहीं हुआ है अगर यहां सेवा पूजा में परिवर्तन हो गया तो चालीस साल पहले रुके हुए काम में भी निश्चित तौर पर गति आ जायेगी। फिलहाल जमादारी होनाराम जी चोयल से निवेदन करने पर उन्होंने सेवा के लिए हां की है आपका बहुत बहुत आभार। बडेर के पास ही बाईस वर्ष पूर्व सेवानिवृत शिक्षक चौलाराम जी बरफा निवास करते हैं आपके पुत्र रामलाल जी बरफा जोधपुर जिले के झंवर में विज्ञान के वरिष्ठ अध्यापक है, श्री मनोहर जी चोयल महाराष्ट्र ग्रामीण बैंक में मैनेजर पद पर आसीन है मनीष जी चोयल पूना में एडवोकेट है। स्थानीय ग्राम से नारायण लाल जी नन्दाजी परिहार जाणूंदा पंचायत के सरपंच रहे हैं वर्तमान में जैतपुरा के अरुण जी भायल उप सरपंच पद पर आसीन है। व्यापार व्यवसाय में जैतपुरा से हैदराबाद, मुम्बई, पूना, बंगलौर, सूरत, विशाखापत्तनम एवं जैतपुरा में भी मांगीलाल जी बरफा की दुकान है। श्री रमेश राठौड़ USA में है एवं श्री देवाराम बरफा रुस से MBBS कर रहे हैं। जैतपुरा से दक्षिण भारत की राह खोजने वालों में श्री रुपाराम जी हेमाजी चोयल, दीपाराम जी बरफा और जोगाराम जी कूपाजी चोयल ने पूना,स्व. पुखाराम जी दौलाराम जी भायल बंगलौर और छोगाराम जी बरफा ने सूरत में सफलता के झंडे गाड़े। स्वर्गीय दाकू बाई धर्मपत्नी स्वर्गीय छोगाराम जी हाम्बड़ की स्मृति में आपकी दत्तक पुत्री ने स्थानीय ग्राम में अस्पताल बनाने की एक सप्ताह पूर्व ही घोषणा की गई है जो सराहनीय एवं प्रेरणा दायक है। आशा करते हैं कि आपका यह पुण्य कार्य समय पर पूरा हो और इसका लाभ पूरे ग्राम वासियों को मिले। कल दिनांक 30 अगस्त 2023 की शाम को श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का बधावा किया गया रात में बारह बजे तक धर्म सभा का आयोजन हुआ माताओं बहनों और बांडेरुओं ने माताजी के इतिहास एवं चमत्कारों को नत मस्तक हो जय जयकार करते हुए सुना एवं प्रसन्नता व्यक्त की। प्रवासी बंधुओं से श्री आई माताजी मंदिर बडेर के लिए शीघ्र जागृति की आशा करते हुए गांव की खुशहाली की मां श्री आईजी से कामना करता हूं - दीपाराम काग गुड़िया।